राष्ट्रीय: महाकुंभ पीतल से बनी गंगा मैया की मूर्तियों की बढ़ी डिमांड, कुंभ कलश और पूजा सामग्रि‍यों की खपत भी बढ़ी

महाकुंभ  पीतल से बनी गंगा मैया की मूर्तियों की बढ़ी डिमांड, कुंभ कलश और पूजा सामग्रि‍यों की खपत भी बढ़ी
उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में 13 जनवरी से शुरू होने जा रहे महाकुंभ के मद्देनज़र मुरादाबाद स्थित "जैन मेटल" द्वारा तैयार की जा रही गंगा मैय्या की पीतल मूर्तियों की भारी डिमांड देखी जा रही है। जैन मेटल के संचालक नमन जैन ने बताया कि अब तक उन्होंने हजारों मूर्तियां प्रयागराज भेज दी हैं और अभी भी लगातार मांग हो रही है।

प्रयागराज, 5 जनवरी (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में 13 जनवरी से शुरू होने जा रहे महाकुंभ के मद्देनज़र मुरादाबाद स्थित "जैन मेटल" द्वारा तैयार की जा रही गंगा मैय्या की पीतल मूर्तियों की भारी डिमांड देखी जा रही है। जैन मेटल के संचालक नमन जैन ने बताया कि अब तक उन्होंने हजारों मूर्तियां प्रयागराज भेज दी हैं और अभी भी लगातार मांग हो रही है।

इन मूर्तियों में खासकर "मगरमच्छ पर बैठी गंगा मैया" की प्रतिमाओं की डिमांड अधिक है। इन मूर्तियों का आकार 2 इंच से लेकर 6 फीट तक तैयार किया जा रहा है और यह सभी डिमांड के अनुसार प्रयागराज भेजी जा रही हैं। इसके अलावा, कुंभ कलश, गंगाजली सहित अन्य पूजा सामग्रि‍यों की भी खपत तेजी से बढ़ी है।

"जैन मेटल" वही प्रतिष्ठान है, जिसकी तैयार की गई गंगा मैया की मूर्ति पिछले महीने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा प्रधानमंत्री मोदी को भेंट की गई थी। बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए नमन जैन ने अतिरिक्त कारीगरों को लगाया है, ताकि समय पर मूर्तियां और पूजा सामग्रि‍यां तैयार कर के भेजी जा सकें।

नमन जैन ने बताया कि मौजूदा समय में लोगों के बीच में महाकुंभ को लेकर खासा उत्साह देखने को मिल रहा है। हम दुकानदार भाई भी इस महाकुंभ को लेकर खासा उत्साहित हैं। बाजार में गंगा जल, छोटी-बड़ी गंगा मैया की मूर्तियां, पूजा थालियां, दीपक, अगरबत्तियां, और महाकुंभ के कलश जैसे सामान की भारी मांग है। छोटे-बड़े व्यापारियों ने अपने-अपने स्टॉल लगाए हैं, जिनके लिए प्रशासन द्वारा जगह भी निर्धारित की गई है। इसका उद्देश्य यह है कि जो श्रद्धालु देश-विदेश से आएं, वे घर में श्रद्धा की चीजें लेकर जाएं, ताकि जो लोग वहां नहीं आ पाए, उन्हें उपहार के रूप में ये चीजें दी जा सकें और प्रयागराज की इन खास यादों को अपने साथ ले जा सकें।

उन्होंने बताया कि गंगा जल, कुंभ कलश और पूजा की थाली की सबसे ज़्यादा मांग है। गंगा मैया की मूर्तियों के प्रति भी एक नई जागरूकता देखी जा रही है। पिछले साल की तरह इस साल भी हर सनातनी अपने घर में छोटी-बड़ी गंगा मैया की मूर्तियों को स्थापित कर रहा है। प्रशासन और धार्मिक आयोजनों के तहत लोग अपने मेहमानों को गंगा मैया की मूर्तियां उपहार के रूप में दे रहे हैं।

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Created On :   5 Jan 2025 4:47 PM IST

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