गुजरात में पद्मावत को लेकर भड़की आग, मेहसाणा में फूंकी गईं बसें
डिजिटल डेस्क, अहमदाबाद। निर्देशक संजय लीला भंसाली की फिल्म "पद्मावत" की रिलीज में अब सिर्फ चार दिन बाकी रह गए हैं। इसके बाद भी फिल्म के ऊपर संकट के बादल मंडरा रहे हैं। सेंसर बोर्ड के बाद सुप्रीम कोर्ट से भी फिल्म की रिलीज का रास्ता साफ हो गया है। इसके बावजूद विरोध थमने का नाम नहीं रहा है। गुजरात के कई इलाकों में फिल्म के खिलाफ प्रदर्शन हुए हैं। मल्टीप्लेक्स एसोसिएशन करणी सेना की दहशत की वजह से थियेटर्स में फिल्म दिखाने को तैयार नहीं है।
अहमदाबाद के निकोल में उत्पात
करणी सेना से जुड़े लोगों ने फिल्म के खिलाफ के प्रदर्शन करते हुए गुजरात के मेहसाणा में बसों को आग के हवाले कर दिया। इतना ही नहीं "पद्मावत" के विरोधियों ने आने जाने वाली गाड़ियों को भी रोका। इस दौरान पुलिस की कई गड़ियां मौजूद थीं, लेकिन प्रदर्शनकारियों के आगे उनकी एक नहीं चली। हालात का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि प्रशासन ने मेहसाणा से निकलने वाली बसों को डिपो में ही रोक दिया।
मेहसाणा के अलावा करणी सेना ने अहमदाबाद के निकोल में भी उत्पात मचाया। निकोल में करणी सेना के प्रदर्शन का शिकार बना राजहंस सिनेमा बना। करणी सेना के करीब 40 लोगों ने यहां उग्र प्रदर्शन किया।
25 जनवरी को रिलीज हो रही है फिल्म
25 जनवरी को फिल्म की रिलीज डेट तय है, जिसके लिए अन्य फिल्मों ने भी अपनी रिलीज डेट बदल ली है। सेंसर बोर्ड ने फिल्म को U/A सर्टिफिकेट दे दिया है। जिसमें फिल्म के बदलावों का जिक्र भी है। घूमर गाने में भी दीपिका की कमर को वीएफएक्स से छिपा दिया गया है। फिल्म का नाम भी "पद्मावती" से "पद्मावत" कर दिया गया। कुछ आपत्तिनजक शब्दों को भी हटा लिया गया है। फिल्म में डिस्कलेमर का इस्तेमाल होगा कि फिल्म सती प्रथा का समर्थन नहीं करती है। इसके बाद भी विरोध जारी है।
सुप्रीम कोर्ट ने सभी राज्यों से बैन भी हटाया
गुजरात के अलावा राजस्थान, मध्य प्रदेश और हरियाणा की सरकार ने फिल्म पर रोक लगा दी थी, लेकिन सुप्रीम कोर्ट इन राज्यों में लगे बैन को हटाया बल्कि ये भी कहा कि दूसरे राज्य इस फिल्म पर रोक लगाने का आदेश नहीं दें। निर्देशक संजय लीला भंसाली ने करणी सेना और अन्य राजपूत संगठनों को फिल्म "पद्मावत" देखने के लिए न्योता दिया है। भंसाली ने कल्वी को भेजे पत्र में कहा है कि राजपूत संगठन मुख्य मुद्दे से भटक गए हैं।
GMA के डायरेक्टर ने कहा "नुकसान नहीं सहेंगे"
गुजरात के कई युवकों ने थियेटर में घुसकर जमकर हंगामा और नारेबाजी की। प्रदर्शनकारियों ने थियेटर संचालकों को चेतावनी दी है कि अगर यहां पद्मावत फिल्म चली तो वह यहां तोड़फोड़ करने या आग जैसी घटना को अंजाम देने में परहेज नहीं करेंगे। गुजरात मल्टीप्लेक्स असोसिएशन के डायरेक्टर, राकेश पटेल ने कहा, "हमने तय किया है कि हम पूरे गुजरात में यह फिल्म रिलीज नहीं करेंगे। सभी डरे हुए हैं, कोई भी मल्टीप्लेक्स इस नुकसान या परेशान नहीं उठाना चाहता। आखिर हम यह नुकसान क्यों उठाएं?" । इससे पहले गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने पहले ही अपने राज्य में पद्मावत को बैन करने का एलान कर दिया था।
Created On :   21 Jan 2018 11:57 AM IST