मणिपुर हिंसा: फिर भिड़े मैतई और कुकी समुदाय, इम्फाल ईस्ट में हुई गोलाबारी, एक मौत, तीन घायल
- मणिपुर में फिर भड़की हिंसा
- राजधानी इम्फाल के पूर्वी इलाके की घटना
- कुकी और मैतई समुदाय के बीच हुई गोलाबारी
डिजिटल डेस्क, इम्फाल। हिंसा की आग में जल रहे मणिपुर में एक बार फिर गोलाबारी हुई है। राजधानी इम्फाल के पूर्वी इलाके खामेनलोक और पुखाओं संतीपुर में हिंसा भड़क उठी है। जानकारी के मुताबिक मंगलवार को कुकी और मैतई समुदाय के बीच हुई गोलाबाली में 1 शख्स की मौत हो गई है जबकि 3 लोग बुरी तरह घायल हो गए हैं। बताया जा रहा है कि यहां लगातार गोलाबारी हो रही है, ऐसे में मरने वालों का आंकड़ा और बढ़ सकता है।
मरने वाले शख्स की हुई पहचान
दोनों समुदाय के बीच हुई इस हिंसा में मरने वाले शख्स की पहचान हो गई है। बताया जा रहा है कि मृतक युवक का नाम सागोलसेम लोया है। पुलिस के मुताबिक गोलाबारी में घायल हुए लोगों में से एक को पैर में जबकि एक को कंधे में गोली लगी है। दोनों का अस्पलता में इलाज चल रहा है। हालांकि घायल हुए दोनों युवक मैतई समुदाय के हैं या कुकी समुदाय के, इस बात की पुष्टि नहीं हो पाई है। बता दें कि इम्फाल के जिस इलाके में यह घटना हुई है वहां मैतई समुदाय के लोग ज्यादा निवास करते हैं।
जनवरी में सुरक्षाबलों पर हुआ था हमला
इससे पहले जनवरी में उपद्रवियों ने थोबल जिले में पुलिस हेडक्वार्टर को निशाना बनाया था। उन्होंने पुलिस हेडक्वार्टर पर ताबड़तोड़ गोलाबारी की थी। जिसमें तीन जवान घायल हो गए थे। पुलिस के मुताबिक उपद्रवियों की भीड़ ने सबसे पहले पुलिस हेडक्वार्टर में दाखिल होने का प्रयास किया था। लेकिन पुलिस ने बल प्रयोग कर उन्हें बाहर ही रोक दिया। जिसके बाद कुछ उपद्रवियों ने गोलाबारी शुरु कर दी।
इस बीच मणिपुर के मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह ने बड़ी घोषणा की है। उन्होंने कहा कि राज्य में 1961 के बाद बसने वाले लोगों को निर्वासित(राज्य से बाहर) किया जाएगा। सीएम का यह फैसला मणिपुर के जातीय समुदायों की रक्षा के रूप में देखा जा रहा है। बता दें कि, राज्य में करीब 9 महीने से हिंसा हो रही है। जिसकी वजह से मुख्यमंत्री एन. बीरेन को आलोचनाओं का सामना करना पड़ रहा है। सीएम ने हिंसा का जिम्मेदार ड्रग माफिया और अवैध प्रवासियों, विशेष रूप से म्यांमार के शरणार्थियों को ठहराया था।
Created On :   13 Feb 2024 8:40 PM IST