पहलगाम आतंकी हमले के एक सप्ताह बाद: जम्मू कश्मीर सरकार का बड़ा कदम, 48 पर्यटक स्थल और रिसोर्ट को किया बंद, पर्यटकों की सुरक्षा के तहत लिया फैसला

- पहलगाम आतंकी हमले को लेकर बवाल
- जम्मू कश्मीर सरकार का बड़ा फैसला
- 48 पर्यटक स्थल और रेसोर्ट को किया बंद
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। जम्मू कश्मीर के पहलगाम में हए आतंकी हमले से देश स्तब्ध है। इस हमले में आतंकियों ने 26 पर्यटकों को मौत के घाट उतार दिया था। इसके बाद मंगलवार को जम्मू कश्मीर सरकार ने बड़ा फैसला लिया है। सरकार ने जम्मू कश्मीर में पर्यटकों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए दर्जनों रिसोर्ट और पर्यटक जगहों को बंद करने का फैसला लिया है।
जम्मू कश्मीर के 48 रिसॉर्ट और पर्यटक स्थल बंद
बता दें, देश में जम्मू कश्मीर अपनी शांत वादियों और ऊंचे पहाड़ों के लिए मश्हूर जगह है। पहलगाम आतंकी हमले के बाद सरकार ने यहां के 48 रिसार्ट को बंद करने के निर्देश जारी किए हैं। ऐसे में दूधपात्री और वेरीना जैसे पर्यटन स्थल पर्यटकों के लिए बंद रहेंगे।
जानकारी के मुताबिक, जम्मू कश्मीर सरकार ने सुरक्षा एजेंसियो की सलाह पर यह फैसला लिया है। दरअसल, खुफिया एजेंसियों ने कश्मीर में आतंकी हमलों की संभावना को लेकर चेतावानी दी थी। इसके बाद सरकार ने 87 में से 48 पर्यटक स्थलों को बंद कर दिया है। सूत्रों के मुताबिक, पहलगाम आतंकी हमले के बाद से कुछ छिपे हुए आतंकी (स्लिपर सेल) बैसरन घाटी में एक्टिव हैं। उन्हें हमला करने के निर्देश दिए गए हैं।
पर्यटकों की सुरक्षा को देखते हुए लिया गया फैसला
खुफिया जानकारी के मुताबिक, पहलगाम आतंकी हमले के बाद सुरक्षाबलों ने आतंकियों के घरों को बम से उड़ाने का बदला लेने के लिए टीआरटी संगठन कुछ खास लोगों की हत्या और बड़े हमले की योजना बना रहा है। इस कारण से गुलमर्ग, सोनमर्ग और डल झील जैसे संवेदनशील पर्यटन स्थलों पर पुलिस की खास टीमें और एंटी फिदायीन दस्ते तैनात हैं। अमूमन घाटी में आतंकी घटनाओं के बाद सुरक्षा व्यवस्था सख्त कर दी जाती है।
इस हमले का असर कश्मीर के हर क्षेत्र पर पड़ सकता है, लेकिन सबसे ज़्यादा नुकसान पर्यटन को हो सकता है। जो लोग वहां होटल खोलना, बिजनेस शुरू करना या फल का व्यापार करना चाहते थे, उनका भरोसा डगमगा सकता है। इससे कश्मीर की अर्थव्यवस्था, जो कई सालों की मेहनत के बाद थोड़ी ठीक हो रही थी, फिर से कमजोर हो सकती है। साथ ही कश्मीर के लोगों की कमाई पर भी इसका बुरा असर पड़ सकता है।
Created On :   29 April 2025 1:27 PM IST