पेरिस ओलंपिक 2024: युद्ध के बीच पेरिस ओलंपिक तक यूक्रेन का सफर नहीं था आसान, जानें भारत से दोगुने मेडल जीतने वाले देश के एथलीट्स का स्ट्रगल

युद्ध के बीच पेरिस ओलंपिक तक यूक्रेन का सफर नहीं था आसान, जानें भारत से दोगुने मेडल जीतने वाले देश के एथलीट्स का स्ट्रगल
  • पेरिस ओलंपिक में यूक्रेन का रहा शानदार प्रदर्शन
  • भारत की तुलना में जीते दोगुना मेडल
  • यूक्रेन के एथलीटों ने सुनाया अपना स्ट्रगल

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध को शुरु हुए दो साल से ज्यादा का समय बीत चुका है। इस युद्ध में अब तक रूस ने यूक्रेन को बुरी तरहे से नुकसान पहुंचाया है। इसके बावजूद पेरिस ओलंपिक 2024 में यूक्रेन हिस्सा लेने से पीछे नहीं हटा। इससे पहले टोक्यो ओलंपिक 2020 में 19 मेडल जीतने वाले यूक्रेन ने इस बार 12 मेडल अपने नाम किए हैं। जो अपने आप में किसी उपलब्धि से कम नहीं है। युद्ध में गोलियों और बम धमाकों की दहशत से यूक्रेन के एथलीटों के हौसले डग मगाए नहीं। देश में इन परिस्थितियों में पेरिस ओलंपिक तक यूक्रेन का सफर काफी मुश्किल भरा रहा है।

यूक्रेन के एथीलट्स ने साझा किया अपना संघर्ष

साल 2022 यूरोपीय चैंपियनशीप के जूडो में यूक्रेन को गोल्ड मेडल जीताने वाले एथलीट बोग्डान लादोव ने यूक्रेन में मौजूदा हालातों पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि रूस से जंग के बावजूद एथलीट्स का ओलंपिक खेलों के लिए प्रैक्टिस करना काफी मुश्किल था। बोग्डान लादोव ने कहा, "ऐसी परिस्थितियों में अभ्यास करना, मैचों में प्रतिद्वंदियों से भिड़ना आसान नहीं होता। मगर ऐसा हो सकता है कि हमारे देश में चल रहा यह युद्ध मेरी मदद कर रहा है क्योंकि मुझे और अन्य एथलीटों को अपना सबकुछ दांव पर लगाना पड़ता है।" लादोव के अलावा अन्य एथलीटों का कहना है कि ओलंपिक तक पहुंचने के लिए उन्हें यूक्रेन के नागरिकों से लगातार सपोर्ट मिलता रहा।

यूक्रेन की ग्रीको-रोमन पहलवान परवीज नासिबोव ने बताया कि ओलंपिक जैसे अतंरराष्ट्रीय मंच पर देश का प्रतिनिधित्व करना सम्मान का प्रतीक है। लेकिन, यूक्रेन में युद्ध के हालातों और मिसाइलों को यहां वहां उड़ते देख उनके ओलंपिक मेडल जीतने का सपना दूसरे पर आ जाता है। इन हालातों में उन्हें अपने परिवार की फिकर महसूस होती है।

यूक्रेन ने जीते 12 मेडल, भारत से दोगुना

पेरिस ओलंपिक 2024 के 22 खेलों में यूक्रेन से 140 एथलीटों ने पार्टिसिपेट लिया था। एथलेटिक्स और कुश्ती मुकाबले में यूक्रेन ने सर्वाधिक मेडल हासिल किए हैं। इन दो खेलों में यूक्रेन के पास 3-3 मेडल आए हैं। जबकि फेंसिंग में 2, बॉक्सिंग कैनोइंग, जिम्नास्टिक्स और शूटिंग में 1-1 मेडल हासिल हुए हैं। कुल मिलाकार यूक्रेन की झोली में 12 मेडल आए हैं। जिनमें से 3 गोल्ड, 5 ,सिल्वर और 4 ब्रॉन्ज मेडल है।

पेरिस ओलंपिक में भारत की तुलना में यूक्रेन का प्रदर्शन अच्छा रहा। यूक्रेन ने भारत से 6 मेडल ज्यादा हासिल किए हैं। पेरिस ओलंपिक के लिए भारत से 117 एथलीट ने हिस्सा लिया था। इस बार भारत को केवल गोल्ड छोड़कर 6 मेडल हासिल हुए हैं। जिसमें से नीरज चोपड़ा ने जैवलिन थ्रो में सिल्वर जीता है। फिलहाल, 50 किलोग्राम कैटेगरी रेसिलंग में सिल्वर मेडल को लेकर विनेश फोगाट पर फैसला आना बाकी है। CAS आज यानी 13 अगस्त की रात तक इस पर फैसला सुनाएगा कि विनेश फोगाट को सिल्वर मेडल मिलेगा या नहीं।

Created On :   13 Aug 2024 2:43 PM GMT

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