बिपरजॉय तूफान की वजह से मानसून हुआ लेट, केरल में दस्तक के बावजूद कमजोर रहेगा सिस्टम, जानिए MP में कब होगी एंट्री?
- जून के आखिरी सप्ताह में MP में दस्तक
डिजिटल डेस्क, भोपाल। देर से ही सही लेकिन केरल में मानसून ने एंट्री कर ली है। मौसम विभाग के मुताबिक अगले 24 घंटे में मानसून केरल में पूरी तरह से सक्रीय हो जाएगा। वहीं आगामी दो दिनों में इसका असर दक्षिण भारतीय राज्यों के साथ अन्य राज्यों पर भी देखने को मिलेगा। इसके बाद यह धीरे-धीरे देश के दक्षिण-पश्चिम, पूर्वोत्तर और मध्य भाग से होते हुए उत्तर भारत तक पहुंचेगा। बता दें कि इस साल मानसून एक सप्ताह की देरी से आया है। अमूमन इसकी एंट्री 1 जून को हो जाती है। इससे पहले भारतीय मौसम विज्ञान विभाग ने इसके 4 से 7 जून को केरल तट पर दस्तक देने की भविष्यवाणी की थी।
बता दें कि भारत में मानसून की एंट्री केरल राज्य से होती है। भारत में मानसून की एहमियत इसलिए ज्यादा मानी जाती है क्योंकि 51 फीसदी खेती वाली भूमि अभी भी बारिश के पानी पर ही निर्भर है। यदि मानसून अच्छा रहता है तो फसल उत्पादन भी अच्छा होता है। मौसम विभाग ने इस बार देश में सामान्य बारिश होने की संभावना जताई है। हालांकि देश के उत्तर पश्चिमी इलाकों में इस बार सामान्य से कम बारिश होने की संभावना भी विभाग ने जताई है।
वहीं वेदर एजेंसी स्काईमेट के द्वारा मानसून को लेकर जारी भविष्यवाणी के मुताबिक, आने वाले दो से तीन दिनों पछुआ हवा तेजी से चलेगीं और मानसून जोर पकड़ेगा। हालांकि इस बार जून में सामान्य से कम बारिश होने की संभावना भी एजेंसी ने जताई है।
बिपरजॉय तूफान की वजह से हुई देरी
मौसम विभाग के मुताबिक, इस साल देश में मानसून की एंट्री देर से होने का कारण बिपरजॉय चक्रवाती तूफान है। इस तूफान की वजह से शुरुआती एक हफ्ते में मानसून की रफ्तार धीमी रहेगी। हालांकि जैसे ही बिपरजॉय का असर कम होगी मानसून अपनी रफ्तार पकड़ लेगा।
बिपरजॉय तूफान के बारे में मौसम विभाग की ओर से कहा गया कि यह चक्रवाती तूफान तेजी से आगे बढ़ रहा है। इसको देखते हुए मौसम विभाग ने केरल के तटीय जिलों में येलो अलर्ट जारी किया है। मछुआरों को तट पर लौटने की चेतावनी भी जारी की गई है। विभाग के मुताबिक, पूर्व-मध्य और आस-पास के दक्षिण-पूर्व अरब सागर के ऊपर चक्रवाती तूफान बिपरजॉय उत्तर की ओर चला गया और एक गंभीर चक्रवाती तूफान में बदल गया है।
मध्यप्रदेश में इस दिन एंट्री लेगा मानसून
आमतौर पर 1 जून को केरल में दस्तक देने के बाद मध्यप्रदेश में मानसून की एंट्री 14 से 15 जून तक हो जाती है। लेकिन इस बार केरल में मानसून का आगमन का 8 दिनों की देरी से हुआ है, ऐसे में मध्यप्रदेश में इसकी एंट्री 23 से 25 जून तक हो सकती है। बता दें कि बीते 5 सालों में ऐसा पहली बार होगा जब प्रदेश में जून के आखिरी सप्ताह में मानसून की एंट्री होगी। इससे पहले प्रदेश में साल 2018 में 26 जून को मानसून का आगमन हुआ था।
Created On :   8 Jun 2023 9:38 AM GMT