मोदी 3.0: केरल से भाजपा के एकमात्र सांसद नहीं बनना चाहते हैं मंत्री, शपथ के बाद पद छोड़ने के लिए तैयार हैं सुरेश गोपी

केरल से भाजपा के एकमात्र सांसद नहीं बनना चाहते हैं मंत्री, शपथ के बाद पद छोड़ने के लिए तैयार हैं सुरेश गोपी
  • केरल से भाजपा के एकमात्र सांसद नहीं चाहते मंत्री पद
  • शपथ के बाद पद छोड़ने के लिए तैयार
  • जानिए इसके पीछे की वजह

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। इस लोकसभा चुनाव भारतीय जनता पार्टी ने दक्षिणी राज्य केरला में पहली बार जीत का स्वाद चखा है। सुरेश गोपी त्रिशूर लोकसभा सीट से चुनाव जीतकर सांसद पहुंचने वाले पहले भाजपा नेता हैं। रविवार को उन्होंने केंद्रीय राज्य मंत्री पद की शपथ ली थी। हालांकि, शपथ ग्रहण के बाद एक चैनल से बातचीत के दौरान उन्होंने मंत्री पद छोड़ने की बात कही है। सुरेश गोपी ने बताया कि उन्होंने पार्टी से मंत्री पद की मांग नहीं की थी। वह कुछ फिल्म प्रोजेक्ट्स को पहले से कमिंटमेंट दे चुके हैं। गोपी ने जल्द ही राज्यमंत्री पद से मुक्त कर दिए जाने की उम्मीद जताई है।

रविवार शाम 7:15 बजे आयोजित शपथ ग्रहण समारोह में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने नरेंद्र मोदी सहित सभी मंत्रियों को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई। नरेंद्र मोदी ने तीसरी बार देश के प्रधानमंत्री के रूप में शपथ ली। उनके अलावा 30 एनडीए नेताओं ने कैबिनेट मंत्री, 5 ने राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) और 36 नेताओं ने राज्य मंत्री पद और गोपनीयता की शपथ ली है।

इस वजह से नहीं चाहते मंत्री पद

त्रिशूर सांसद चुनाव जीतने से पहले कई फिल्म प्रोजेक्ट साइन कर चुके हैं। इन्हीं फिल्मों को पूरा करने के चलते सुरेश गोपी मंत्री पद नहीं चाहते। हालांकि, उन्होंने सांसद के तौर पर काम करते रहने की बात कही है। गोपी ने कहा, ''मेरे पास ममूटी की प्रोडक्शन कंपनी का एक प्रोजेक्ट है और इस पर पहले ही काम शुरू हो चुका है। इसके अलावा, मेरे पास बिजनेसमैन गोकुलम गोपालन की प्रोडक्शन फर्म के साथ तीन प्रोजेक्ट्स हैं। उनमें से एक 100 करोड़ रुपये बजट वाली पैन-यूनिवर्स फिल्म है। इसलिए मैं चाहता हूं कि जैसे मैंने राज्यसभा सदस्य रहते हुए फिल्में की, वैसी ही फिल्में मैं अब भी करता रहूं।''

2016 में बीजेपी में हुए शामिल

सुरेश गोपी अक्टूबर 2016 में बीजेपी में शामिल हुए। गोपी को 2019 के लोकसभा चुनाव में त्रिशूर से हार का सामना करना पड़ा था। दो साल बाद 2021 के विधानसभा चुनाव में भी उन्हें हार का मुंह देखना पड़ा। दो बार हार झेलने के बाद आखिरकार लोकसभा चुनाव 2024 में उनकी जीत हुई।

एक्टिंग करियर

एक्टिंग की बात करें तो गोपी ने अपने 32 साल के करियर में 250 से ज्यादा फिल्में की है। उन्होंने 'मणिचित्राथाझु', 'ए नॉर्दर्न स्टोरी ऑफ वेलोर' और 'ओरु सीबीआई डायरी कुरिप्पु' समेत कई फिल्मों में अपनी एक्टिंग का लोहा मनवाया है। उन्होंने 1998 में आई फिल्म 'कलियाट्टम' के लिए बेस्ट एक्टर का नेशनल फिल्म अवॉर्ड जीता था।

Created On :   10 Jun 2024 5:56 AM GMT

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story