पेपर लीक मामला: NEET मामले को लेकर केंद्र सरकार लगातार दिखा रही है सख्ती, अब एनटीए की कमान नए अधिकारी को मिली

NEET मामले को लेकर केंद्र सरकार लगातार दिखा रही है सख्ती, अब एनटीए की कमान नए अधिकारी को मिली
  • पेपर लीक मामला पर शिक्षा मंत्रालय सख्त
  • बीते शनिवार को बनाई हाई लेवल कमेटी
  • एनटीए की कमान नए अधिकारी को मिली

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। नीट पेपर लीक पर सियासत जोरों-शोरों से हो रही है। इस बीच केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि सरकार के लिए छात्रों का हित सर्वोपरि है। साथ ही, उन्होंने नीट एग्जाम करवाने वाली संस्था 'नेशनल टेस्टिंग एजेंसी' (एनटीए) के प्रमुख सुबोध सिंह को हटाने के बारे में भी बताया है। उन्होंने कहा है कि एनडीए में सुधार की जरुरत है। जिसके लिए सात सदस्यों वाली समिति का गठन किया गया है। उन्होंने बताया कि एनटीए की कमान अब नए अधिकारी को मिल गई है।

धर्मेंद्र प्रधान ने पेपरलीक के आरोपों के बीच नीट पर ट्रिपल एक्शन लिया है। शिक्षा मंत्री ने बताया कि एनटीए के डीजी सुबोध सिंह को हटा दिया गया है। उनकी जगह भारत व्यापार संवर्धन संगठन (आईटीपीओ) के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक प्रदीप सिंह खरोला को एनटीए की कमान दी गई है। प्रधान ने कहा कि नीट कथित पेपर लीक की जांच का जिम्मा सीबीआई को सौंप दिया गया है।

एक्शन मोड में शिक्षा मंत्रालय

शिक्षा मंत्री ने कहा कि छात्रों के हक में फैसला होगा। इससे पहले बीते शनिवार को शिक्षा मंत्रालय ने इसरो के पूर्व चेयरमैन डॉ के राधाकृष्णन के नेतृत्व में हाई लेवल कमेटी बनाई गई। जिसमें एम्स के पूर्व डायरेक्टर डॉ रणदीप गुलेरिया समेत देश के सात दिग्गज रिसर्चर, स्कॉलर और साइंटिस्ट को शामिल किया है। शिक्षा मंत्रालय के द्वारा बनाई गई हाई लेवल कमिटी का काम नीट की परीक्षा प्रकियाओं और डेटा सुरक्षा प्रोटोकॉल में सुधार लाना है। साथ ही, यह टीम NTA के स्ट्रक्चर पर भी काम करेगी। यह कमेटी दो महीने के अंदर अपनी रिपोर्ट शिक्षा मंत्रालय को सौंपेगी।

जानें पूरा मामला

गौरतलब है कि 5 मई को नीट यूजी एग्जाम को आयोजित किया गया था। जिसमें 4750 परीक्षा केंद्र शामिल थे। इन केंद्रों पर कुल 24 लाख छात्रों ने हिस्सा लिया था। पहले नीट यूजी का रिजल्ट 14 जून को घोषित किया जाना था। लेकिन नतीजे 10 दिन पहले यानी 4 जून को ही आ गए। साथ ही, एग्जाम के नतीजे आने के तुरंत बाद यह विवादों में घिर गया। पेपर लीक का आरोप लगा। इसके बाद कई सेंटर्स पर एक जैसे नंबर कई छात्रों के आए। जिसके बाद पता चला कि बिहार और गुजरात में पेपर लीक की घटना हुई है।

Created On :   23 Jun 2024 1:51 PM IST

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