महाकुंभ 2025: महाकुंभ में साध्वी हर्षा रिछारिया को लेकर खड़ा हो गया है विवाद, जिस पर शंकराचार्य भड़क उठे, कहा मन की सुंदरता है जरूरी

महाकुंभ में साध्वी हर्षा रिछारिया को लेकर खड़ा हो गया है विवाद, जिस पर शंकराचार्य भड़क उठे, कहा मन की सुंदरता है जरूरी
  • हर्षा रिछारिया को लेकर शुरू हुआ विवाद
  • शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने उठाए सवाल
  • मन की सुंदरता का होना है जरूरी

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। मॉडल और एंकर साध्वी हर्षा रिछारिया के प्रयागराज महाकुंभ के पहले अमृत स्नान में शामिल होने को लेकर काफी ज्यादा चर्चाएं चल रही हैं। साथ ही उनके महामंडलेश्वर के शाही रथ पर बैठने के बाद से ही विवाद शुरू हो गया है। इस पर कई सारे लोग प्रतिक्रिया दे रहे हैं। ज्योतिष पीठ के शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने सवाल खड़े किए हैं। उनका कहना है कि, महाकुंभ में इस तरह की परंपरा शुरू करना बहु ही ज्यादा गलत है। ये एक विकृत मानसिकता का नतीजा है। महाकुंभ में चेहरे की सुंदरता से ज्यादा हृदय की सुंदरता देखी जानी चाहिए।

शंकराचार्य स्वामी ने किए सवाल

उन्होंने आगे कहा कि, जो अब तक ये पक्का नहीं कर पाया है कि, संन्यास की दीक्षा लेनी है या शादी करनी है, उसको संत महात्माओं के शाही रथ पर जगह दिया जाना ठीक नहीं है। हालांकि, वो श्रद्धालुओं के रूप में शामिल होतीं तो ठीक रहता। लेकिन भगवा कपड़े में शाही रत पर बैठाना बहुत ही ज्यादा गलत है।

शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने कहा है कि, सनातन के प्रति समर्पण होना बहुत ही ज्यादा आवश्यक है। महाकुंभ में चेहरे की खूबसूरती नहीं, बल्कि मन की खूबसूरती देखी जानी चाहिए है। जिस तरह से पुलिस की वर्दी सिर्फ पुलिस में भर्ती हुए लोगों को मिलती है, वैसे ही इस तरह के भगवा वस्त्र केवल संन्यासियों को ही पहनने की अनुमति होती है।

Created On :   15 Jan 2025 2:41 PM IST

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