लड्डू विवाद: तिरुपति मंदिर में चली 4 घंटे लंबी 'शुद्धिकरण पूजा', मंत्रोच्चार के बीच भगवान वेंकटेश्वर स्वामी से मांगी गई माफी
- तिरुपति मंदिर में चली 4 घंटे लंबी 'शुद्धिकरण पूजा'
- भगवान वेंकटेश्वर स्वामी से मांगी गई माफी
- सीएम नायडू ने जगन सरकार पर लगाया बड़ा आरोप
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। तिरुपति मंदिर के लड्डू में जानवरों की चर्बी मिलाए जाने के बाद पूरे देश में सियासी भूचाल देखने को मिला। इस बीच सोमवार को तिरुमला मंदिर को शुद्धिकरण अनुष्ठान किया गया। पूजा के दौरान भगवान वेंकटेश्वर स्वामी से मंत्रोच्चार के बीच माफी मांगी गई। साथ ही, बाहर से आने वाले प्रसाद को भगवान पर अर्पित करने पर भी रोक लगा दी गई है।
मंदिर के हवाले से पता चला है कि 4 घंटे तक शुद्धिकरण पूजा यानी शांति होमम पंचगव्य प्रोक्षण से भगवान वेंकटेश्वर स्वामी को प्रसन्न किया गया। तिरुमला तिरुपति देवस्थानम (TTD) ने प्रसाद वाले लड्डू में जानवरों की चर्बी की मिलावट वाले विवाद के बाद इस महा शांति होमम का आयोजन किया। इस आयोजन में मंदिर के पुजारी सहित टीटीडी के अधिकारी शामिल हुए।
चार घंटे तक चली शुद्धिकरण पूजा
तिरुमला मंदिर में सुबह 6 बजे से 10 बजे तक शुद्धिकरण पूजा यानी शांति होमम पंचगव्य प्रोक्षण नाम की ये पूजा चली। इस पूजा का उद्देश्य तिरुपति के प्रसाद में जानवरों की चर्बी मिलाने जैसे कथित अपवित्र व्यवहार से भगवान वेंकटेश्वर स्वामी को प्रसन्न करना था।
गौरतलब है कि रविवार को आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू ने राज्य की पहले की वाईएसआरसीपी सरकार पर मंदिर की पवित्रता भंग करने का आरोप लगाया था। टीडीपी प्रमुख चंद्रबाबू नायडू ने आरोप लगाया कि टीटीडी की ओर से घी खरीदने की कई प्रक्रियाओं में पूर्व की जगन मोहन रेड्डी सरकार के दौरान बदलाव किए गए थे।
मामले की जांच के आदेश
मामले को लेकर चंद्रबाबू नायडू सरकार ने एसआईटी का गठन करने का ऐलान किया है। सीएम चंद्रबाबू ने कहा कि प्रसाद के लड्डू में जानवरों की चर्बी के इस्तेमाल के खुलासे से लोगों की भावनाएं आहत हुई हैं। सुप्रीम कोर्ट में लड्डू विवाद को लेकर याचिका दाखिल की गई है।
Created On :   23 Sept 2024 10:39 AM GMT