टीकाकरण की दोनों खुराक से मिलेगी सुरक्षा? ओमिक्रॉन पर एक्सपर्ट्स का नया दावा
- भारत में 400 से भी ज्यादा ओमिक्रॉन मामले दर्ज
डिजिटल डेस्क,नई दिल्ली। कोरोना वायरस का नया वेरिंएट ओमिक्रॉन इन दिनों चिंता का विषय बना हुआ है। भारत में ऑमिक्रॉन के 400 से भी ज्यादा मामले सामने आये हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन के एक्सपर्ट्स ने ओमिक्रॉन को लेकर चेतावनी जारी की है, वहीं भारत नें 120 करोड़ कोरोना वैक्सीन डोज पूरे कर लिये है। तो आपके मन में सवाल आ रहा होगा की जिन लोगों ने वैक्सीन के दोनों डोज ले लिए हैं क्या वह ओमिक्रॉन से सुरक्षित हैं? या कोरोना वैक्सीन ओमिक्रॉन पर कितना काम करेगी?
भारत में अब तक कोरोना वायरस के नये वैरिएंट ओमिक्रॉन के 400 से भी ज्यादा मामले दर्ज किये गए हैं। वहीं ऑमिक्रॉन के 183 मामले पर किए गए रिसर्च से पता चला कि, कोरोना के नये वेरिएंट से संक्रमित होने वाले 50 फीसदी लोग पूरी तरह वैक्सीनेटेड थे। मतलब 183 में से 87 लोग ऐसे थे जो, वैक्सीन के दोनों डोज ले चुके थे । इसलिए केन्द्र सरकार ने इस पर जोर देते हुए कहा कि, अकेले वैक्सीन के दम पर महामारी को रोकना मुश्किल है। मास्क और संक्रमितों की निगरानी से ही ट्रांसमिट हो रहे वायरस की चेन को तोड़ा जा सकता है।
आज तक की खबर के अनुसार, यूनियन हेल्थ सेक्रेटरी राजेश भूषण द्वारा विश्लेषण में बताता गया है कि 18 मामलों (27 प्रतिशत) में विदेशी यात्रा की कोई हिस्ट्री नहीं है। ये कम्युनिटी में ओमिक्रॉन की मौजूदगी का संकेत है। संक्रमितों में 87 लोग पूरी तरह से वैक्सीनेट थे। वहीं तीन लोग बूस्टर शॉट भी ले चुके थे। कुल 183 संक्रमितों में से केवल तीन लोगों का वैक्सीनेशन नहीं हुआ था और दो लोगों ने पहली डोज ली थी। केंद्र द्वारा जारी विश्लेषण के मुताबिक, 73 लोगों के वैक्सीनेशन स्टेटस की कोई जानकारी उपलब्ध नहीं है।
कोविड-19 टास्क फोर्स के प्रमुख डॉ. वीके पॉल नेकहा, "यह स्पष्ट है कि ओमिक्रॉन वैरिएंट के घरों में ट्रांसमिट होने का जोखिम डेल्टा से बहुत ज्यादा है। घर में एक ऐसा व्यक्ति इंफेक्शन लेकर आता है जिसने बाहर मास्क नहीं पहना था। ऐसे लोग घर में बाकी सदस्यों को संक्रमित करेंगे।ओमिक्रॉन में यह खतरा बहुत ज्यादा है। हमें अपने दिमाग में ये बातें बिठा लेनी चाहिए।
Created On :   25 Dec 2021 6:08 PM IST