शिलॉन्ग हिंसा: भीड़ ने सुरक्षाबलों पर फेंका पेट्रोल बम, 5 गिरफ्तार
डिजिटल डेस्क, शिलॉन्ग। मेघालय के खूबसूरत शहरों में से एक शिलॉन्ग की स्थिति अब हिंसक हो गई है। एक लड़की से हुई छेड़छाड़ के बाद शुरू हुए विवाद ने अब जोर पकड़ लिया है। शिलॉन्ग के जीएस रोड पर उपद्रवियों ने सुरक्षा बलों को टारगेट करते हुए पेट्रोल बम से हमला किया है। सुरक्षा बलों ने भी भीड़ को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े। पुलिस ने पांच लोगों को भी गिरफ्तार किया है।
Police used tear gas shells to disperse protesters in #Shillong, detained five persons. Curfew remains imposed internet services remain suspended in parts of city after clash broke out b/w 2 groups following escalation of an argument between a woman a bus conductor #Meghalaya pic.twitter.com/nMmLRss9o9
— ANI (@ANI) June 3, 2018
घटना को लेकर केंद्रीय गृह राज्य मंत्री किरण रिजिजू ने ट्वीट कर लोगों से कहा कि अफवाहों पर ध्यान न दें। उन्होंने कहा कि मेघालय में अल्पसंख्यक सिख समुदाय के किसी भी गुरुद्वारे को कोई नुकसान नहीं पहुंचा है। कानून और व्यवस्था की स्थिति नियंत्रण में है। हालांकि राज्य सरकार ने सतर्कता बरतते हुए मेघालय की राजधानी शिलॉन्ग के कुछ इलाकों में तैनात सुरक्षा बलों की संख्या बढ़ा दी है। बता दें कि शिलॉन्ग में सिख लोगों की सुरक्षा को खतरे की खबरों से चिंतित पंजाब की अमरिंदर सिंह सरकार ने कैबिनेट मंत्री सुखजिंदर रंधावा के नेतृत्व में चार सदस्यीय एक टीम मेघालय की राजधानी भेजी है।
Beware of rumour-mongers troublemakers. There was no damage to any Gurdwara or other institutions belonging to the Sikh Minority in Meghalaya. Law Order situation is under control and the State Govt is extremely vigilant settling the case.
— Kiren Rijiju (@KirenRijiju) June 3, 2018
शहर के कुछ इलाकों में कर्फ्यू भी लगाया गया है और इंटरनेट सेवा भी बाधित कर दी गई है।
Latest visuals from #Shillong. Curfew remains imposed, internet services suspended in parts of the city after clash broke out between two groups following escalation of an argument between a woman a bus conductor #Meghalaya pic.twitter.com/D3LQ5A4dgB
— ANI (@ANI) June 3, 2018
अमरिंदर सिंह ने टीम की तनाव वाले इलाकों में पहुंच सुनिश्चित करने के लिए मेघालय के मुख्यमंत्री कोनराड संगमा से सहयोग मांगा है। उन्होंने संगमा से सिख समुदाय और उनकी धार्मिक संस्थाओं को राज्य में सुरक्षा मुहैया करने का अनुरोध किया।
आज दोपहर 3 बजे फिर से कर्फ्यू लगा दिया गया, इससे पहले सेना ने खुद मोर्चा संभालते हुए पूरे शहर में फ्लैग मार्च किया। सेना ने हिंसा प्रभावित इलाकों से 500 लोगों को बाहर सुरक्षित निकाला, जिनमें 200 महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं।
क्या थी विवाद की वजह
विवाद की मूल वजह है बड़ा बाजार इलाके में एक निजी ट्रेवलर की बस चलाने वाले एक खासी समुदाय के ड्राइवर ने पंजाबी मूल की एक लड़की के साथ छेड़छाड़। लड़की के जानने वालों ने ड्राइवर की बुरी तरह से पिटाई कर दी। बस इसी के बाद मामला थाने में गया और दूसरी तरफ आगजनी और तोड़फोड़ शुरू हो गई। शिलॉन्ग के आर्मी कैंट इलाके के आस-पास तकरीबन 200 पंजाबी परिवार रहते हैं, जिन्हें सुरक्षा की दृष्टि से आर्मी कैंट में ठहराया गया है।
Created On :   3 Jun 2018 11:08 PM IST