महिला प्रस्तावक के पैर छूकर PM मोदी ने भरा नामांकन, NDA के दिग्गज नेता भी मौजूद
- नामांकन के दौरान NDA के सभी घटक दलों के नेता रहे मौजूद
- नामांकन से पहले कालभैरव मंदिर में किए दर्शन
- प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आज वाराणसी लोकसभा सीट से भरा नामांकन
डिजिटल डेस्क, वाराणसी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने DM ऑफिस में जिला निर्वाचन अधिकारी सुरेंद्र सिंह के सामने प्रस्तावकों की मौजूदगी में वाराणसी संसदीय क्षेत्र से नामांकन दाखिल कर दिया है। इस दौरान DM के समक्ष शपथ पढ़कर शपथ पत्र पर हस्ताक्षर किए। पीएम मोदी ने नामांकन भरने से पूर्व महिला प्रस्तावक के पैर छुए और उनसे आर्शीवाद लिया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जिन महिला के पैर छुए हैं, वह पाणिनि कन्या महाविद्यालय की प्रिंसिपल अन्नपूर्णा शुक्ला हैं।
#WATCH: PM Narendra Modi files nomination from Varanasi parliamentary constituency. #LokSabhaElections2019 pic.twitter.com/ym9x2gCYYG
— ANI UP (@ANINewsUP) April 26, 2019
नामांकन के दौरान पीएम मोदी के साथ NDA के सहयोगी दलों के नेताओं में बिहार के मुख्यमंत्री और JDU अध्यक्ष नीतीश कुमार, शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे, केन्द्रीय मंत्री एवं जनशक्ति पार्टी के अध्यक्ष राम विलास पासवान,अकाली दल से प्रकाश सिंह बादल समेत इस कार्यक्रम में AIADMK, अपना दल और उत्तर-पूर्व के विकास के प्रति समर्पित संगठन NEDA के सहयोगी दलों के नेता भी उपस्थित रहे।
#WATCH: PM Narendra Modi files nomination from Varanasi parliamentary constituency. #LokSabhaElections2019 pic.twitter.com/ym9x2gCYYG
— ANI UP (@ANINewsUP) April 26, 2019
पर्चा भरने से पूर्व पीएम मोदी ने वाराणसी के प्रसिद्ध कालभैरव मंदिर में पूजा-अर्चना की। इस दौरान पीएम मोदी के साथ उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र नाथ पांडेय भी मौजूद थे।
Before filing my nomination papers, prayed at the temple of Bhagwan Kaal Bhairav, also revered as the Kotwal of Kashi. pic.twitter.com/AuEy9GjHQO
— Chowkidar Narendra Modi (@narendramodi) April 26, 2019
Prime Minister Narendra Modi offered prayers at Kaal Bhairav Temple in Varanasi; leaves for Collectorate office to file his nomination. #LokSabhaElections2019 pic.twitter.com/4sn4pGR6o0
— ANI UP (@ANINewsUP) April 26, 2019
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने वाराणसी से नामांकन दाखिल करने से पहले बूथ कार्यकार्ताओं को संबोधित करते हुए कहा, काशी जीतने का काम कल ही पूरा हो चुका है, अब हमें पोलिंग बूथ जीतना है। मोदी हारे या जीते वो गंगा मैया देख लेंगी, लेकिन मेरे बूथ का कार्यकर्ता नहीं हारना चाहिए। हमारा लक्ष्य पोलिंग बूथ जीतना होना चाहिए। उन्होंने कहा कि इस बार हमें मतदान के सभी रिकॉर्ड तोड़ देने हैं, मोदी कितने वोट से जीते ये मायने नहीं रखता। मैं गुजरात में चाहता था कि पुरुषों की तुलना में महिलाओं का मतदान 5 फीसदी ज्यादा होना चाहिए, लेकिन वाराणसी में इस बार ऐसा ही होना चाहिए।
पीएम मोदी ने कहा, मैं पिछले डेढ़ महीने से देश का भ्रमण कर रहा हूं, मैं-अमित शाह-योगी सब कार्यकर्ता निमित हैं, इस बार चुनाव देश की जनता ही लड़ रही है। पहली बार लोगों ने देखा कि सरकार चलती भी है। पीएम ने कहा कि मैंने कभी ऐसा नहीं कहा कि अब मैं पार्टी को समय नहीं दे पाऊंगा। उन्होंने कहा कि 5 साल में एक कार्यकर्ता के नाते पार्टी ने जितना भी समय मांगा तो मैंने मना नहीं किया। कार्यसमिति की बैठक में भी मैं बतौर कार्यकर्ता पूरा समय बैठा।
पीएम मोदी ने कहा, BJP कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि कल जो दृश्य मैं देख रहा था उसमें आपके पसीने की महक आ रही थी। मैं भी बूथ का कार्यकर्ता रहा हूं, मुझे भी दीवारों पर पोस्टर लगाने का सौभाग्य मिला है। PM ने कहा कि आज देश में लोग खुद कह रहे हैं कि फिर एक बार मोदी सरकार। इस बार पॉलिटकल पंडितों को काफी माथापच्ची करनी पड़ेगी। उन्होंने कहा कि जनता मन बना चुकी है, ये इतिहास में पहला मौका है जब इस तरह का चुनाव लड़ा जा रहा है।
पीएम मोदी नामांकन से पहले बूथ कार्यकर्ता सम्मेलन में जनता दल यूनाइटेड के नीतीश कुमार और लोक जनशक्ति पार्टी के रामविलास पासवान बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह से वाराणसी पहुंचे।
Janata Dal United"s Nitish Kumar and Lok Janshakti Party"s Ram Vilas Paswan meet BJP President Amit Shah during NDA leaders meet in Varanasi. pic.twitter.com/FXEA84Hzwa
— ANI UP (@ANINewsUP) April 26, 2019
पीएम मोदी के संबोधन से जुड़ी जरुरी बातें
- पीएम का पद मौज-मस्ती के लिए नहीं होता है।
- मैं गंदी से गंदी चीज से खाद बनाता हूं, उसी से कमल खिलाता हूं।
- राजनीति में सम्मान का भाव वापस लाना है।
- दोस्ती और प्रेम राजनीति में जरुरी, हमें इसे वापस लाना होगा।
- बीजेपी माध्यम है, चुनाव देश की जनता लड़ रही है।
- मैं भी बूथ कार्यकर्ता रहा, दीवारों पर पोस्टर लगाने का सौभाग्य मिला।
- ये चुनाव जंग नहीं लोकतंत्र का उत्सव है। जनता का दिल जीतने में जिंदगी खपानी है। हम दिल जीतने आए हैं, दल अपने आप जीत जाएगा।
- बनारस तो मैं कल ही जीत गया। अब पोलिंग बूथ जीतना है।
- इस बारे के चुनाव में पॉलिटकल पंडितों को काफी माथापच्ची करनी पड़ेगी।
- मैं गुजरात में चाहता था कि पुरुषों की तुलना में महिलाओं का मतदान 5 फीसदी ज्यादा होना चाहिए, लेकिन अब वाराणसी में इस बार ऐसा ही होना चाहिए।
- मोदी हारे या जीते वो गंगा मैया देख लेंगी, लेकिन मेरे बूथ का कार्यकर्ता नहीं हारना चाहिए। हमारा लक्ष्य पोलिंग बूथ जीतना होना चाहिए।
बता दें कि बनारसी पंडितों पर भरोसा कर पीएम मोदी ने नामांकन के लिए 26 अप्रैल का दिन तय किया था। उनके बताए अभिजीत मुहूर्त में ही पीएम मोदी कलेक्ट्रेट के रायफल क्लब स्थित नामांकन स्थल पर जिला निर्वाचन अधिकारी सुरेंद्र सिंह के सामने प्रस्तावकों की मौजूदगी में नामांकन पत्र सौंपने गए। मुहूर्त के समय में ही पर्चा दाखिल हो, इसलिए प्रधानमंत्री का मेगा रोड शो एक दिन पहले गुरुवार को हुआ।
बता दें कि कल (गुरुवार) को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बनारस की सड़कों, गलियों और चौक-चौराहों पर रोड शो किया था। बीएचयू से निकले रोड शो में लाखों की संख्या में लोग शामिल हुए थे। मोदी के साथ पूरा बनारस केसरिया रंग में मोदीमय नजर आ रहा था। हर हर मोदी, घर-घर मोदी के नारे लगाए जा रहे थे। सड़क के दोनों ओर तो लोग थे ही छतों पर से भी लोग मोदी पर फूल बरसा रहे थे। रोड शो के बाद पीएम मोदी ने गंगा आरती की। इसके बाद पीएम ने लोगों को संबोधित किया।
बता दें कि साल 2014 के आम चुनाव में मुख्य मुकाबला पीएम मोदी और दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल के बीच था। इस चुनाव में 42 प्रत्याशियों ने अपनी चुनौती पेश की थी। इसमें 20 उम्मीदवार बतौर निर्दलीय मैदान में थे। नरेंद्र मोदी ने आसान मुकाबले में केजरीवाल को 3,71,784 मतों के अंतर से हराया था। मोदी को कुल पड़े वोटों में 5,81,022 यानी 56.4% वोट हासिल हुए, जबकि आम आदमी पार्टी के प्रत्याशी अरविंद केजरीवाल के खाते में 2,09,238 (20.3%) वोट पड़े। तीसरे नंबर पर कांग्रेस के उम्मीदवार अजय राय रहे जिनके खाते में महज 75,614 वोट ही पड़े। 2014 की अपेक्षा इस बार मोदी की स्थिति मजबूत मानी जा रही है क्योंकि पिछली बार आम आदमी पार्टी के नेता अरविंद केजरीवाल उनके सामने थे लेकिन इस बार कोई वैसा उम्मीदवार मैदान में दिखाई नहीं दे रहा।
Created On :   26 April 2019 7:44 AM IST