पीएम मोदी ने कृषि और खाद्य पर आधारित राष्ट्रीय शिखर सम्मेलन में कहा नेचुरल खेती से किसानों को होगा फायदा
- प्राकृतिक खेती पर पीएम मोदी का फोकस
डिजिटल डेस्क,नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज गुजरात के आणंद में कृषि और खाद्य प्रसंस्करण पर राष्ट्रीय शिखर सम्मेलन के समापन सत्र में किसानों को संबोधित कर रहे है। पीएम मोदी इस प्रोग्राम से वीडियो कांफ्रेंस के जरिए आज सुबह 11 बजे जुड़े। पीएम मोदी ने गांधी को याद करते हुए कहा कि जहां शोषण होगा वहां पोषण नहीं पनप सकता। पीएम ने प्राकतिक खेती पर संस्थाओं और किसानों को ध्यान देने के लिए कहा। हर पंचायत का कम से कम एक गांव नेचुरल खेती करें। प्राकृतिक खेती का अनुभव करें किसान।
प्रधानमंत्री कार्यालय से मिली जानकारी के मुताबिक शिखर सम्मेलन में प्राकृतिक खेती पर अधिक फोकस करने की ओर ध्यान केंद्रित किया जाएगा साथ ही किसानों को प्राकृतिक खेती के तरीके अपनाने और उनसे मिलने वाले लाभों के बारे में जरूरी जानकारी उपलब्ध कराई जाएगी।पीएमओ ने कहा कि यह तीन दिवसीय शिखर सम्मेलन का आयोजन 14 से 16 दिसंबर तक है। इस शिखर सम्मेलन में आईसीएआर के केंद्रीय संस्थानों और राज्यों में कृषि विज्ञान केंद्रों और कृषि प्रौद्योगिकी प्रबंध एजेंसी नेटवर्क के माध्यम से लाइव जुड़ रहे हजारों किसानों की मौजूदगी की उम्मीद है।
कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार सरकार किसान कल्याण के लिए प्रधानमंत्री की दूरगामी दृष्टि से प्रेरित है और वह उत्पादकता में बढ़ोत्तरी को सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है जिससे किसान अपनी कृषि क्षमता का अधिक-से-अधिक उपयोग करने में समर्थ हों।मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार ने कृषि में बदलाव लाने और किसानों की आय बढ़ाने के लिए कई योजनाओं को लागू किया है।
पीएम मोदी का प्रयास है कि प्रणाली की स्थिरता, लागत कम करने, बाजार पहुंच और किसानों को उचित मूल्य दिलाने के लिए की जा रही सरकारी पहलों को बढ़ावा देने और उनका समर्थन करने के प्रयास किए जा रहे हैं। ऐसी रणनीतियों पर जोर देने और देश के किसानों को संदेश देने के लिए गुजरात सरकार प्राकृतिक खेती पर ध्यान देते हुए कृषि और खाद्य प्रसंस्करण पर राष्ट्रीय शिखर सम्मेलन का आयोजन कर रही है
Created On :   16 Dec 2021 8:32 AM IST