प्रधानमंत्री मोदी ने दुनिया से कहा, क्लाइमेट फाइनेंस को लेकर किए गए वादे खोखले साबित हुए 

PM Modi told the world, the promises made regarding climate finance proved to be hollow
प्रधानमंत्री मोदी ने दुनिया से कहा, क्लाइमेट फाइनेंस को लेकर किए गए वादे खोखले साबित हुए 
कॉप-26 समिट प्रधानमंत्री मोदी ने दुनिया से कहा, क्लाइमेट फाइनेंस को लेकर किए गए वादे खोखले साबित हुए 
हाईलाइट
  • जलवायु परिवर्तन रोकना बेहद जरूरी
  • पीएम मोदी ने वर्ल्ड लीडर समिट ऑफ कोप-26 को संबोधित किया
  • मोदी ने दुनिया को दिया पंचामृत का सौगात

डिजिटल डेस्क, ग्लासगो। भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ग्लासगो में आयोजित "वर्ल्ड लीडर समिट ऑफ कोप-26" को संबोधित किया। पीएम ने अपने संबोधन में दुनिया को पंचामृत का मंत्र भी दिया। कहा कि भारत आने वाले दिनों में इसे अपनाएगा। उन्होंने इस मंत्र को जलवायु परिवर्तन रोकने के लिए बेहद कारगर बताया।

जलवायु परिवर्तन ने विकासशील देशों को प्रभावित किया

बता दें कि ग्लासको में "वर्ल्ड लीडर समिट ऑफ कोप-26" को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आज विकासशील देशों को जलवायु परिवर्तन सबसे ज्यादा प्रभावित कर रहा है, आज विकासशील देश जलवायु परिवर्तन से जूझ रहे हैं। । इसलिए इसे लेकर जागरूकता की जरुरत है। पीएम मोदी ने कहा, मैं आज आपके सामने एक वन वर्ल्ड मूवमेंट का प्रस्ताव रखता हूं। यह वन वर्ल्ड एक शब्द, क्लाइमेट के संदर्भ में, वन वर्ल्ड एक विश्व का मूल आधार बन सकता है, अधिष्ठान बन सकता है। ये एक शब्द है- (लाइफ)  एल, आई, एफ, ई, यानि लाइफ स्टाइल फॉर एनवायरमेंट है।

पंचामृत की सौगात देना चाहता हूं

आपको बता दें कि अपने संबोधन में पीएम मोदी ने कहा  कि क्लाइमेट चेंज पर इस वैश्विक मंथन के बीच, मैं भारत की ओर से इस चुनौती से निपटने के लिए पांच अमृत तत्व रखना चाहता हूं, पंचामृत की सौगात देना चाहता हूं। पहला, भारत अपनी गैर-जीवाश्म ऊर्जा क्षमता को 2030 तक 500 गीगावाट तक लाएगा। दूसरा, 2030 तक भारत अपनी ऊर्जा आवश्यकता का 50 फीसदी नवीकरणीय ऊर्जा के माध्यम से पूरा करेगा। तीसरा, भारत अब से 2030 तक अपने शुद्ध अनुमानित कार्बन उत्सर्जन में 1 बिलियन टन की कटौती करेगा। चौथा, 2030 तक भारत अपनी अर्थव्यवस्था की कार्बन तीव्रता को 45 फीसदी से अधिक कम कर देगा। पांचवां, 2070 तक भारत "नेट जीरो" का लक्ष्य हासिल कर लेगा। 

वादे खोखले साबित हुए

बता दें कि पीएम मोदी ने कहा कि ये सच्चाई हम सभी जानते हैं कि क्लाइमेट फाइनेंस को लेकर आज तक किए गए वादे खोखले ही साबित हुए हैं। जब हम सभी क्लाइमेट एक्शन पर अपने एंबिशन बढ़ा रहे हैं, तब क्लाइमेट फाइनेंस पर विश्व भर का एंबिशन वहीं नहीं रह सकता जो पेरिस अग्रीमेंट के समय था। पीएम मोदी ने कहा कि दुनिया को विकास कार्यक्रमों और योजनाओं के एडप्टेशन पर ध्यान देना होगा। भारत में नल से जल, क्लीन इंडिया मिशन और उज्जवला योजनाओं के जरिए हमने एडप्शन लाभों को हमारे नागरिकों तक पहुंचाया है और उनके जीवन की गुणवत्ता में भी सुधार किया है।


COP-26 में पीएम ने कही ये बड़ी बात

पीएम मोदी ने कहा कि आज जब मैं आपके बीच आया हूं तो भारत के ट्रैक रिकॉर्ड को भी लेकर आया हूं। मेरी बातें, सिर्फ शब्द नहीं हैं, ये भावी पीढ़ी के उज्जवल भविष्य का जयघोष हैं। आज भारत इंस्टॉल्ड रिन्युवेबल एनर्जी कैपेसिटी में विश्व में चौथे नंबर पर है। पीएम ने कहा कि विश्व की पूरी आबादी से भी अधिक यात्री भारतीय रेल से हर वर्ष यात्रा करते हैं। इस विशाल रेलवे सिस्टम ने अपने आप को 2030 तक ‘Net Zero’ बनाने का लक्ष्य रखा है। अकेली इस पहल से सालाना 60 मिलियन टन एमिशन की कमी होगी।


 

Created On :   1 Nov 2021 11:57 PM IST

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