पीएम मोदी ने अब तक 7 बार फहराया तिरंगा, सात साल में कहीं ये सात बड़ी बातें
- 7 साल
- 7 संबोधन
- 7 अहम बातें
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। स्वाधीनता दिवस के मौके पर देश के प्रधानमंत्री एक बार फिर लाल किले से तिरंगा फहराने की तैयारी में है। ये परंपरा है कि हर साल 15 अगस्त को पीएम दिल्ली स्थित लाल किले की प्राचीर से तिरंगा फहराते हैं और देश के नाम संबोधन देते हैं। पीएम मोदी अब तक सात बार लाल किले की प्राचीर से संबोधन दे चुके हैं। उनके आठवें संबोधन से पहले जानिए उनके पुराने संबोधनों की बड़ी बातें।
2020
लाल किले की प्रचीर से 90 मिनट के भाषण में कोरोना काल के फ्रंट लाइन वॉरियर्स डॉक्टर्स, नर्सें, पैरामेडिकल स्टॉफ, एंबुलेंस कर्मी, सफाई कर्मचारी,पुलिसकर्मी, सेवाकर्मी समेत बहुत से लोग जो चौबीस घंटे लगातार जनता की सेवा में लगे रहे उन्हें धन्यवाद कहा। भारत हर जंग में जीता है। भीषण युद्धों के बीच भी भारत की आजादी की जंग में कमी नही आईं। गुलामी का ऐसा कोई कालखंड न रहा कि जब हिंदुस्तान के किसी कोने में आजादी के लिए प्रयास नही हुआ हो।
2019
स्वतंत्रता दिवस के पर्व पर 92 मिनट के भाषण में पीएम मोदी ने कहा जो 70 साल में नहीं हुआ वो 70 दिन में पूरा हुआ। जम्मू कश्मीर, लद्दाख की आशाएं पूरी हुई, यह हम सबकी जिम्मेदारी है। इस दिशा में जो भी रुकावटी आई है, उसे दूर करने का प्रयास किया है। अनुच्छेद 370, 35ए को सरकार ने हटा दिया। 10 हफ्ते के भीतर अनुच्छेद 370, 35(A) का हटना, सरदार पटेल के सपनों को साकार करने की दिशा में अहम कदम है।
2018
लाल किले की प्राचीर से देश को संबोधित कर रहे पीएम मोदी ने 83 मिनट का भाषण दिया। उन्होंने देश की अर्थव्यवस्था में सुधार, स्वच्छ भारत मिशन के सकारात्मक प्रभाव, जम्मू कश्मीर, माओवाद, किसानों, तीन तलाक विरोधी विधेयक और कई अन्य महत्वपूर्ण मुद्दों पर बातें की। उन्होंने कहा कि हमारा देश दुनिया की छठीं अर्थव्यवस्था बन गया है।
2017
स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर पीएम मोदी ने अपने 56 मिनट के भाषण में कहा कि सुदर्शन चक्रधारी से लेकर चरखाधारी मोहन तक के हम आभारी हैं। आजाद भारत के लिए यह विशेष पर्व है कि देश आजादी के जश्न के साथ जन्माष्टमी मना रहा हैं। 2022 तक शक्तिशाली और समृद्ध ,न्यू इंडिया बनायेंगे। 21वीं शताब्दी में जन्म लेने वाले युवाओं को आगे बढ़ने का निमंत्रण देता हूं।देश की तरक्की में आगे आयें। सर्जिकल स्ट्राइक के बाद दुनिया ने भारत का लोहा माना हैं। आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में हमारा साथ देने वाले देशों को धन्यवाद।
2016
पीएम ने कहा कि सरदार पटेल ने देश को एकता में बांधा, अब हमारा दायित्व है कि देश को श्रेष्ठ बनाएं। उन्होंने डिजिटल इंडिया के बढ़ते कदम को लेकर कहा कि पहले रेलवे स्टेशन पर टिकट के लिए लंबी लाइनें लगती थीं। अब घर बैठे ही फोन से आसानी से टिकट बुक कर सकते हैं। सब कुछ ऑनलाइन हो गया है। 70 साल में लोगों की मानसिकता बदली है। एक समय था कि जब घर में गैस चूल्हा हो तो उसे सामाजिक प्रतिष्ठा का प्रतीक माना जाता था। 60 साल में 14 करोड़ लोगों को रसोई गैस का कनेक्शन दिया गया था। वहीं हमने 60 सप्ताह में 4 करोड़ नये रसोई गैस कनेक्शन दिए। इतने साल से बैंकिग व्यवस्था थी, लेकिन फिर भी आबादी के एक बड़े वर्ग के पास बैंक खाता नहीं था। प्रधानमंत्री जनधन योजना को तहत हमने 21 करोड़ परिवारों को जन-धन योजना से जोड़ा। यह सरकार की उपलब्धि नहीं बल्कि सवा सौ करोड़ नागरिकों की उपलब्धि है। उन्होंने कहा कि शासन की हमेशा जनता के प्रति जवाबदेही होनी चाहिए। यदि ऐसा नहीं होता तो लोगों की समस्या का समाधान नहीं होगा और समस्या बनी रहेगी।
2015
स्वतंत्रता दिवस के अवसर 88 मिनट के भाषण में पीएम मोदी ने कहा कि हम पड़ोसी देशों के साथ बेहतर संबंध बनाना चाहते हैं और साथ-साथ आगे बढ़ना चाहते हैं। हम सीमा सुरक्षा को लेकर गंभीर हैं। हमारी सीमाओ की तरफ कोई गलत नज़र रखेगा तो उसके खिलाफ सख्त एक्शन के लिए हमारी सेना तैयार है। भारत को विश्व की ताकत बनाने में आपकी मदद की जररूत है। उन्होंने कहा कि पहल योजना के तहत देश के लोगों ने गैस सब्सिडी को लेना छोड़ा जिससे 15 हजार करोड़ रूपए की बचत हुई।
2014
अपने 65 मिनट के भाषण में मोदी ने कहा कि मैं प्रधानमंत्री नहीं बल्कि प्रधानसेवक के रूप में आप सब के बीच में हूं। पीएम ने अपने भाषण में कहा कि एक छोटे से शहर के गरीब परिवार से निकला बेटा आज लाल किले की प्राचीर से तिरंगा झंडा फहरायेगा। ये देश के लोकतंत्र की सुंदरता है जिसकी वजह से संभव हुआ है। उन्होंने यहीं से पीएम जनधन योजना की घोषणा की थी।
Created On :   14 Aug 2021 11:58 AM GMT