भारत-ऑस्ट्रेलिया बैठक में पीएम मोदी और पीएम मॉरीसन ने की बातचीत, रिश्ते की रणनीतिक साझेदारी पर दोनों प्रधानमंत्री ने व्यक्त की खुशी

भारत-ऑस्ट्रेलिया  बैठक में  पीएम मोदी और पीएम मॉरीसन ने की बातचीत, रिश्ते की रणनीतिक साझेदारी पर दोनों प्रधानमंत्री ने व्यक्त की खुशी
नई दिल्ली भारत-ऑस्ट्रेलिया बैठक में पीएम मोदी और पीएम मॉरीसन ने की बातचीत, रिश्ते की रणनीतिक साझेदारी पर दोनों प्रधानमंत्री ने व्यक्त की खुशी
हाईलाइट
  • कई क्षेत्रीय और बहुपक्षीय मुद्दों पर चर्चा

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली।

 

ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन और भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच आज दोपहर वर्चुअल शिखर वार्ता का आयोजन है। 

 

 

 

 

इस वर्चुअली बैठक में दोनों देशों के प्रधानमंत्री रूस यूक्रेन की जंग से पैदा हालातों, व्यापार  और  यूक्रेन में पनपी संकटीय अवस्था पर चर्चा करेंगे।  के मौजूदा हालात और आपसी व्यापार संबंधों पर विस्तार से चर्चा कर सकते हैं। साथ ही हिंद-प्रशांत क्षेत्र  व म्यांमार पर पड़ने वाले प्रभाव समेत कई और क्षेत्रीय और बहुपक्षीय मुद्दों पर चर्चा होने की उम्मीद हैं

शिखर वार्ता में दोनों देशों के पीएम द्विपक्षीय व्यापार, निवेश, रोजगार और आर्थिक अवसरों पर चर्चा होगी।  बैठक में दोनों पक्षों के ‘दुर्लभ खनिज’ के क्षेत्र में सहयोग के लिए एक विशेष घोषणा करने की उम्मीद है। आस्ट्रेलिया वैश्विक लिथियिम उत्पादन का 55 प्रतिशत उत्पादित करता है और उसके पास विश्व के लिथियम भंडार का करीब 20 प्रतिशत है। केंद्रीय मंत्री प्रहलाद जोशी के जल्द ही ऑस्ट्रेलिया की यात्रा पर जाने की संभावना है ताकि वह दुर्लभ पृथ्वी खनिजों से जुड़ी परियोजनाओं की संभावनाओं को टटोल सकें। 

खबरों के मुताबिक दोनों देशों के बीच होने वाली डिजिटल शिखर बैठक में करीब 1500 करोड़  निवेश पैकेज की ऑस्ट्रेलिया पीएम मॉरीसन घोषणा कर सकते  है। इसमें स्वच्छ प्रौद्योगिकी और  खनिज क्षेत्र में सहयोग के लिए 183 करोड़ रुपये तथा अंतरिक्ष क्षेत्र में संबंध बढ़ाने के लिए 136 करोड़ रुपये शामिल हैं। सूत्रों ने बताया कि सम्मेलन में भारत-ऑस्ट्रेलिया के बीच युवा रक्षा अधिकारियों के आदान-प्रदान के कार्यक्रम की घोषणा की जा सकती है।  उन्होंने बताया कि इस कार्यक्रम का नाम भारत के पहले प्रमुख रक्षा अध्यक्ष जनरल विपिन रावत के नाम पर होने की संभावना है जिनकी मौत पिछले साल दिसंबर में हेलीकॉप्टर दुर्घटना में हो गई थी।

आपको बता दें इस समय दोनों देशों का व्यापार का अनुमान करीब 12 अरब अमेरिकी डॉलर का है और उम्मीद की जा रही है कि वस्तुओं और सेवाओं पर प्रथम चरण के समझौते के साथ ही इसमें और अधिक वृद्धि हो। 

प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को 29 पुरावशेषों का निरीक्षण किया, जिन्हें ऑस्ट्रेलिया से भारत वापस लाया गया है। सूत्रों ने कहा कि प्राचीन वस्तुएं विषयों के अनुसार छह व्यापक श्रेणियों में हैं - शिव और उनके शिष्य, शक्ति की पूजा, भगवान विष्णु और उनके रूप, जैन परंपरा, चित्र और सजावटी वस्तुएं। ये पुरावशेष अलग-अलग समय अवधि से आते हैं, जो सबसे पहले 9-10 शताब्दी ईस्वी पूर्व के हैं। ये मुख्य रूप से विभिन्न प्रकार की सामग्रियों - बलुआ पत्थर, संगमरमर, कांस्य, पीतल, कागज में निष्पादित मूर्तियां और पेंटिंग हैं। भारत में एक बड़े भौगोलिक क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हुए, प्राचीन वस्तुएं राजस्थान, गुजरात, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, तमिलनाडु, तेलंगाना और पश्चिम बंगाल से हैं। सूत्रों ने कहा कि ऑस्ट्रेलिया द्वारा 29 पुरावशेषों को भारत वापस लाया गया है। प्रधानमंत्री मोदी ने आज ऑस्ट्रेलिया से लौटे इन पुरावशेषों का निरीक्षण किया।

 

Created On :   21 March 2022 8:30 AM IST

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