भूमिपूजन/शिलान्यास: PM मोदी ने रखी नए संसद भवन की आधारशिला, भूमि पूजन जारी
- उद्योगपति रतन टाटा
- अमित शाह
- राजनाथ सिंह और अन्य कई केंद्रीय मंत्री कार्यक्रम स्थल पर मौजूद
- पीएम मोदी ने रखी नए संसद भवन की आधारशिला
- साल 2022 तक पूरा होगा निर्माण कार्य
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज नए संसद भवन की आधारशिला रखी। सर्वधर्म प्रार्थना के तहत संसद भवन की नींव रखने का कार्यक्रम किया गया। भवन का भूमि पूजन अभी किया जा रहा है। सभी आधुनिक सुविधाओं से लेस इस भवन का निर्माण कार्य 2022 तक पूरा होगा, जब भारत अपनी आजादी की 75वीं वर्षगांठ बना रहा होगा। बता दें कि अभी तक जिस संसद भवन में कामकाज हो रहा था, वो अंग्रेजों के जमाने का बनाया हुआ था।
PM Shri @narendramodi lays the foundation stone for new Parliament building in New Delhi. #NewParliament4NewIndia https://t.co/sAmN2RUDCF
— BJP (@BJP4India) December 10, 2020
क्यों बन रहा है नया संसद भवन
फरवरी 2021 में मौजूदा संसद भवन को बने 100 साल पूरे हो रहे हैं, सरकार ने तर्क दिया है भवन पुराना हो रहा है। 2026 में लोकसभा सीटों का नए सिरे से परिसीमन होना है, इसके बाद सांसदों की संख्या बढ़ सकती है। बता दें अभी 25 लाख आबादी पर एक सांसद है, आजादी के बाद पहले चुनाव में 7 लाख पर एक सांसद था।
जानें मौजूदा इमारत के बारे में
दिल्ली में संसद भवन का निर्माण 12 फरवरी 1921 में शुरु हुआ था। इसे बनाने में 6 साल 83 लाख रुपये लगे थे। इस इमारत का शिलान्यास ड्यूक ऑफ कनॉट ने और उद्घाटन भारत के तत्कालीन वायसराय लॉर्ड इरविन ने किया था। संसद भवन की पहली मंजिल पर खुले बरामदे में 144 खंभों की कतार है। इनमें से हर एक की ऊंचाई 27 फीट है। संसद में मौजूद लाइब्रेरी देश की दूसरी सबसे बड़ी लाइब्रेरी है। पहले नंबर पर कोलकाता की नेशनल लाइब्रेरी है। लाइब्रेरी में संविधान की हिंन्दी और अंग्रेजी में हाथ से लिखी प्रतिलिपि नाइट्रोजन गैस से भरे चैंबर में सुरक्षित रखी गई हैं। संसद भवन के बीच में सेंट्रल हॉल बना है। भारत की संविधान सभी की बैठकें 1946-49 इसी हॉल में हुईं थीं। 1947 में अंग्रेज सरकार से भारतीयों के हाथ में सत्ता का ऐतिहासिक हस्तांतरण इसी सेंट्रल हॉल में हुआ था। अंग्रेजों से आजादी मिलने के बाद सुप्रीम कोर्ट की नई बिल्डिंग तैयार होने तक सेंट्रल हॉल में ही सुनवाई होती थी।
ऐसा होगा नया संसद भवन
- सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट के तहत होगा निर्माण
- पुराने संसद भवन के ठीक सामने होगा नया भवन
- त्रिकोण आकार में होगा नया भवन
- 64,500 स्क्वायर मीटर में होगा निर्माण1224 सांसदों के बैठने की व्यवस्था
- लोकसभा में एक साथ 888 और राज्यसभा में 384 सांसद बैठ सकेंगे
- नई बिल्डिंग में हर सांसद का अपना एक दफ्तर
- बिल्डिंग की कुल लागत 971 करोड़ अनुमानित
- अगस्त 2022 तक पूरा हो सकता है प्रोजेक्ट
Created On :   10 Dec 2020 3:58 AM GMT