महाराष्ट्र: भाजपा को राज्यपाल का निमंत्रण, फडणवीस बनेंगे मुख्यमंत्री !
डिजिटल डेस्क, मुंबई। महाराष्ट्र विधानसभा का पिछला कार्यकाल शनिवार को समाप्त हो चुका है। इसके बाद भी शिवसेना और भाजपा के बीच मुख्यमंत्री पद को लेकर खींचतान के चलते अब तक राज्य में सरकार का गठन नहीं हो पाया है। इसी बीच शनिवार की शाम राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने चुनावों में सबसे ज्यादा सीटें हासिल करने वाली भाजपा को सरकार बनाने के लिए निमंत्रित किया। अब यदि पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस एक बार फिर प्रदेश की कमान सम्भालना चाहते हैं, तो उन्हें 11 नवंबर की रात 8 बजे तक बहुमत साबित करना पड़ेगा।
राजभवन द्वारा जारी की गई विज्ञप्ति में कहा गया कि 24 अक्टूबर को चुनाव परिणाम आने के बाद अब तक किसी भी दल ने सरकार बनाने का दावा पेश नहीं किया है, इसलिए अब सबसे ज्यादा विधायकों वाले दल भाजपा के नेता देवेंद्र फडणवीस को सरकार बनाने के लिए आमंत्रित किया गया है। बता दें कि अब तक किसी भी राजनीतिक दल ने सरकार बनाने का दावा पेश नहीं किया है, क्योंकि किसी भी दल के पास बहुमत का आंकड़ा पूर्ण नहीं है। हालांकि चुनावों में सबसे ज्यादा सीटें हासिल करने वाली भाजपा के पास 105 विधायक हैं लेकिन बहुमत के लिए उन्हें 146 विधायकों के समर्थन की जरूरत है।
सरकार के गठन का आधार आपसी सहमति : शिवसेना
वहीं चुनावों में 56 सीटें हासिल करने वाली शिवसेना अब भी भाजपा के खिलाफ 50-50 फॉर्मूले पर अड़ी हुई है। शिवसेना का दावा है कि विधानसभा चुनाव से पूर्व उनके और भाजपा के बीच आपसी सहमति से 50-50 फॉर्मूला तय किया गया था। जिसके मुताबिक दोनों पार्टियों को प्रदेश में ढाई-ढाई साल तक अपनी सरकार चलानी थी। शिवसेना का आरोप है कि भाजपा दोनों पार्टियों के बीच हुए इस फैसले से मुकर रही है। शिवसेना नेता संजय राउत ने भी कहा था कि "सरकार का गठन पार्टियों के बीच पहले बनी सहमति के आधार पर होना चाहिए। न कि इस आधार पर कि सबसे बड़ा एकल दल कौनसा है।"
संजय राउत ने यह दावा भी किया था कि शिवसेना को 170 से भी ज्यादा विधायकों का समर्थन मिल रहा है। उन्होंने बताया था कि विधायकों द्वारा पार्टी को दिया जा रहा समर्थन का यह आंकड़ा 175 तक भी पहुंच सकता है।
शिवसेना बनाएगी सरकार !
बता दें कि शिवसेना के पास 56, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के पास 54 और कांग्रेस के पास 44 विधायक हैं। इसके अलावा महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में एक दर्जन से भी ज्यादा निर्दलीय विधायकों ने जीत हासिल की है। ऐसे में यदि शिवसेना निर्दलीय विधायकों समेत इन सभी पार्टियों का समर्थन प्राप्त करती है तो यह आंकड़ा 175 के आस-पास पहुंच सकता है। जिसके बाद शिवसेना अपनी गठबंधन सरकार बनाने में सफल हो सकती है।
Created On :   10 Nov 2019 8:49 AM IST