कांग्रेस से नाराज सिंधिया बनाएंगे नई पार्टी ! समर्थक विधायक ने किया बड़ा दावा
डिजिटल डेस्क, शिवपुरी। कांग्रेस के दिग्गज नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया इन दिनों काफी चर्चाओं में है। ट्विटर पर अपना बायो बदलने के बाद मप्र से लेकर दिल्ली तक सियासत गरमा गई। कई तरह के कयास लगाए जाने लगे। सिंधिया कांग्रेस से नाराज हैं ! सिंधिया बीजेपी में शामिल हो सकते हैं ! सिंधिया पीएम मोदी से मुलाकात करेंगे ! हालांकि सिंधिया ने इन सभी अफवाहों को गलत बताया है।
बायो बदलने पर सिंधिया ने सफाई देते हुए कहा, "मैं एक महीने पहले ही लोगों के कहने पर अपना बायो बदल चुका था" लेकिन, अब उनके ही एक समर्थक विधायक ने एक बड़ा बयान दिया है। शिवपुरी जिले के पोहरी विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस विधायक सुरेश राठखेड़ा ने कहा कि श्रीमंत महाराज साहब (ज्योतिरादित्य सिंधिया) अगर नई पार्टी बनाते हैं तो सबसे पहले मैं उनके साथ जाऊंगा। ज्योतिरादित्य सिंधिया की नाराजगी लेकर विधायक राठखेड़ा ने कहा, सबसे पहले, मुझे ऐसा नहीं लग रहा कि श्रीमंत महाराज साहब कांग्रेस पार्टी छोड़ रहे हैं। वह किसी दूसरी पार्टी में शामिल भी नहीं होंगे। मध्यप्रदेश में उनकी इतनी ताकत है, वह खुद की पार्टी खड़ी कर सकते हैं।
Pohari MLA Suresh Rathkheda: First of all, I don"t think Srimant Maharaj Sahab (Jyotiraditya Scindia) will leave Congress as I do not think he will ever join another party. He can start his own party, such is his strength in Madhya Pradesh. 1/2 (27.11) pic.twitter.com/6xQGhKK5os
— ANI (@ANI) November 27, 2019
सुरेश राठखेड़ा ने कहा कि अगर श्रीमंत महाराज साहब ऐसा करते हैं तो मैं उनका अनुसरण करने वाला पहला व्यक्ति बनूंगा। पार्टी सर्वोच्च है, लेकिन मेरे लिए श्रीमंत महाराज साहब सबसे पहले हैं। मैं जो कुछ भी आज थोड़ा बन गया हूं, उसके लिए मैं उनका शुक्रगुजार हूं।
Suresh Rathkheda, Congress MLA from Pohari: And if Srimant Maharaj Sahab does so, I will be the first one to follow him. The party is supreme, but for me Srimant Maharaj Sahab comes first. I am thankful to him for whatever I have become today. #MadhyaPradesh 2/2 (27.11) https://t.co/gtq8xEOkS8
— ANI (@ANI) November 27, 2019
गौरतलब है कि ज्योतिरादित्य सिंधिया कांग्रेस आलाकमान से नाराज चल रहे हैं। मप्र कांग्रेस अध्यक्ष पद पर उनकी नियुक्ति न होना इसकी एक बड़ी वजह है। प्रदेश में कांग्रेस सत्ता में आई, तब सिंधिया सीएम पद के प्रबल दावेदार थे। हालांकि इसके बाद वो लोकसभा चुनाव भी हार गए।
Created On :   28 Nov 2019 9:13 AM IST