लोकसभा चुनाव 2019: बहुमत के करीब NDA, यूपीए को 141 सीटें मिलने की उम्मीद
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। देश में 17 वीं लोकसभा किसकी बनेगी। इस बात का ऐलान चुनाव के सात चरण पूरे होने के बाद 23 मई को होगा। इस दिन देश को नई सरकार मिल जाएगी। विपक्षी दल बीजेपी को सत्ता से बाहर खदेड़ने के लिए पूरा जोर लगा रहे हैं, लेकिन उनके हाथ सफलता लगती नहीं दिखाई दे रही है। सी-वोटर की ओर से किए गए सर्वे के मुताबिक NDA 2019 के लोकसभा चुनाव में बहुमत के करीब जाता दिख रहा है। अगर बहुमत से थोड़ा दूर भी रहता है तो आसानी से गठबंधन के जरिए सरकार बनाने में कामयाब हो जाएगा। उत्तर प्रदेश में महागठबंधन न होने की स्थिति में नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाले एनडीए का कुल आंकड़ा 300 से अधिक सीटों तक पहुंच सकता है।
सी-वोटर सर्वे के मुताबिक एनडीए को 264 सीटें दी गई हैं, जबकि यूपीए को 141 सीटें मिलने की संभावना जताई गई है। जो बहुमत के आंकड़े से बहुत दूर है। इसके अलावा अन्य दलों को 138 सीटें मिल सकती हैं। यदि उत्तर प्रदेश में महागठबंधन नहीं होता है तो ऐसी स्थिति में एनडीए 307 सीटें हासिल कर लेगा और यूपीए 139 सीटें और अन्य दलों के खाते में 97 सीटें जा सकती हैं। साल 2014 के लोकसभा चुनाव में एनडीए को 336 सीटें पर जीत मिली थी। जिसमें बीजेपी के पाले में 282 सीटें, शिवसेना को 18 और अन्य के खाते में 36 सीटें आईं थी। यूपीए को कुल 60 सीटें मिली थीं। जिसमें कांग्रेस को 44, राकांपा को 6 और अन्य के खाते में 1 सीट आई थी। बांकी दलों को 147 सीटें मिली थीं।
सीटों के मामले में बीजेपी को अकेले 220 सीटें और उसके गठबंधन सहयोगियों को 44 सीटें मिल सकती हैं। यदि एनडीए वाईएसआर कांग्रेस, मीजो नेशनल फ्रंट (एमएनएफ), बीजेपी और टीआरएस से चुनाव बाद गठबंधन करता है तो उसकी सीटों की संख्या 301 हो जाएगी। हालांकि इस बार बीजेपी को अकेले 62 सीटों को नुकसान होता दिखाई दे रहा। यूपीए खेमे में कांग्रेस को 86 सीटें मिलने की संभावना है और अन्य पार्टियां इसमें 55 सीटें और जोड़ेंगी। यूपीए अगर चुनाव के बाद गठबंधन करता है और इसमें एआईयूडीएफ, एलडीएफ, महागठबंधन, टीएमसी शामिल होती हैं तो सीटों का कुल आंकड़ा 226 हो जाएगा। उत्तर प्रदेश में महागठबंधन की स्थिति में बीजेपी पिछले चुनाव में मिली 71 सीटों के मुकाबले 29 पर सिमट सकती है।
बता दें कि सी-वोटर द्वारा किए गए ताजा राष्ट्रीय सर्वेक्षण के अनुसार, उत्तर प्रदेश की जंग अगले लोकसभा की तस्वीर को तय करने का काम करेगी। यह सर्वेक्षण मार्च में उस समय किया गया, जब मोदी सरकार ने पाकिस्तान में जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी शिविर पर हवाई हमला किया, जिसके कारण पूरे देश में राष्ट्रवाद की लहर पैदा हो गई।
Created On :   11 March 2019 9:03 AM IST