निपाह वायरस: केरल सरकार की एडवाइजरी, लोगों को इन चार जिलों में न जाने की सलाह
- उत्तर केरल में खतरनाक निपाह वायरस से हुई 10 लोगों की मौत के बाद राज्य सरकार ने बुधवार को एक एडवाइजरी जारी की है।
- इसमे लोगों को कोझिकोड
- मलप्पुरम
- वयनाड और कन्नूर में जाने से बचने की सलाह दी गई है।
- बीमारी से मरने वाले हर एक व्यक्ति के परिवार को पांच लाख रुपये की अनुग्रह राशि प्रदान करने की घोषणा बुधवार को की गई।
डिजिटल डेस्क, तिरुवनंतपुरम। उत्तर केरल में खतरनाक निपाह वायरस से हुई 10 लोगों की मौत के बाद राज्य सरकार ने बुधवार को एक एडवाइजरी जारी की है। इसमे लोगों को कोझिकोड, मलप्पुरम, वयनाड और कन्नूर में जाने से बचने की सलाह दी गई है। स्वास्थ्य सचिव राजीव सदानंदन की ओर से ये जानकारी दी गई है।
25 मई को ऑल पार्टी मीटिंग
केरल की स्वास्थ्य मंत्री केके शैलजा ने कहा, सरकार ने कोझिकोड में 25 मई को ऑल पार्टी मीटिंग बुलाई है। सासंद, विधायक, जनता के अन्य प्रतिनिधि और तमाम पॉलिटिकल पार्टी के नेता इस मीटिंग में शामिल होंगे। इस मीटिंग में निपाह वायरस को लेकर चर्चा की जाएगी। वहीं उन्होंने कहा, "राज्य में निपाह वायरस के प्रकोप को काबू में कर लिया गया है और घबराने की जरूरत नहीं है। कोझिकोड मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल में 17 लोगों का इलाज चल रहा है। वायरस का संक्रमण कोझिकोड और मलप्पुरम जिलों के बाहर नहीं होने दिया गया है। कोझिकोड में नए मामले में दो लोगों को बुखार की शिकायत होने पर निपाह के संदिग्ध संक्रमण के मद्देनजर निगरानी में रखा गया गया है।"
ट्रेनिंग प्रोग्राम और समर कैंप पर रोक
कोझिकोड कलेक्टर यूवी जोस ने प्रभावित इलाकों में अस्थाई तौर पर ट्रेनिंग प्रोग्राम और समर कैंप पर रोक लगा दी है। इन इलाकों की आंगनवाड़ियों को भी बंद रखने को कहा गया है ताकि बच्चों में ये वायरस न फैल पाए। हालांकि समर वेकेशन के बाद स्कूल खुलेंगे या नहीं इस पर अभी फैसला नहीं लिया गया है। प्रशासन को आशा है कि एक हफ्ते बाद जब स्कूल खुलेंगे तब तक स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में आ जाएगी। जोस ने कहा निपाह वायरस के संक्रमण के नए मामले अब काफी कम हो गए है।
10-10 लाख की आर्थिक सहायता
निपाह वायरस से संक्रमित मरीजों का इलाज करते हुए जान गंवाने वाली 28 साल की नर्स लिनी पुथुसेरी के पति को सरकार ने नौकरी देने का फैसला किया है। वहीं उनके 5 और 2 साल के बच्चों को 10-10 लाख रुपए की आर्थिक सहायता देने का भी फैसला सरकार ने लिया है। इस रकम को वे 18 साल की उम्र के बाद निकाल पाएंगे। वहीं बीमारी से मरने वाले हर एक व्यक्ति के परिवार को पांच लाख रुपये की अनुग्रह राशि प्रदान करने की घोषणा बुधवार को की गई।
Created On :   23 May 2018 10:02 PM IST