खराब मौसम का केदारनाथ यात्रा पर पड़ा असर, तीर्थयात्रियों के रजिस्ट्रेशन पर इस तारीख तक लगी रोक

- मार्ग बंद होने के चलते यात्रियों को हो रही परेशान
डिजिटल डेस्क, देहरादून। देश में मौसम का मिजाज अचानक बदल गया है। जहां बारिश होने से मैदानी इलाकों के मौसम में ठंडक घुल गई है, वहीं पहाड़ी इलाकों में भारी बर्फबारी हो रही है। उत्तराखंड में हो रही बारिश, बर्फबारी और लैंडस्लाइड का असर यहां के विश्व प्रसिद्ध केदारनाथ धाम की यात्रा पर भी पड़ा है। बिगड़े मौसम को देखते हुए सरकार ने केदारनाथ धाम यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन पर रोक लगा दी है। बता दें कि केदारनाथ धाम में बर्फबारी का दौर आज भी जारी रहा।
— ANI_HindiNews (@AHindinews) May 1, 2023
3 मई तक बढ़ी रोक
मौसम बिगड़ने के चलते केदारनाथ धाम की व्यवस्थाएं गड़बड़ा गई हैं। बारिश और भूस्खलन के कारण केदारनाथ यात्रा मार्ग को फिलहाल बंद कर दिया है। प्रशासनिक अधिकारियों ने बताया कि खराब मौसम के कारण सरकार के आदेश पर यात्रा के रजिस्ट्रेशन पर 30 तारीख तक के लिए प्रतिबंध लगा दिया गया है। पहले यह आदेश 30 अप्रैल तक के लिए था लेकिन मौसम में सुधार न होने की स्थिति में इसे 3 मई तक बढ़ा दिया है।
वहीं 30 अप्रैल को पूरे दिन श्रद्धालु यात्रा के रजिस्ट्रेशन के बारे में जानकारी पाने के लिए रजिस्ट्रेशन काउंटर के चक्कर काटते रहे। जब जानकारी नहीं मिली तो लोगों ने चारधाम यात्रा के बाकी के तीन धाम बद्रीनाथ, गंगोत्री व यमनोत्री की यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन कराया।
मार्ग बंद होने के चलते यात्रियों को हो रही परेशान
चमोली बाजार के पास बजपुल, चाड़ा और तयापुल के पास मलबा इकट्ठा हो गया जिस वजह से बद्रीनाथ हाईवे को 30 अप्रैल की सुबह बंद करना पड़ा। जिसके बाद बद्रीनाथ यात्रा रोकनी पड़ी। अधिकारियों ने बताया कि भूस्खलन के चलते जिन मार्गों को बंद किया गया है वहां से मलबा हटाने का काम किया जा रहा है। जल्द ही यातायात बहाल होने की उम्मीद है। वहीं केदारनाथ-बद्रीनाथ मार्ग बंद होने के बाद यहां फंसे यात्रियों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। उन्हें अपने लिए पानी व भोजन की व्यवस्था करने में भारी मुसीबतें झेलनी पड़ीं।
Created On :   1 May 2023 5:52 PM IST