स्वतंत्रता दिवस 2020: कोरोना के चलते इस वर्ष मुख्य कार्यक्रम में खास लोगों को ही मिलेगा प्रवेश, रखी गई ये सावधानियां
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। 15 अगस्त, 1947 को दुनिया के फलक पर भारत का एक स्वतंत्र राष्ट्र के रूप में जन्म हुआ था। भारत को ब्रिटिश शासन की गुलामी से मिली मुक्ति के रूप में स्वतंत्रता की वर्षगांठ को पूरे देश में उत्साहपूर्वक मनाया जाता है। इसका मुख्य कार्यक्रम राजधानी दिल्ली में होता है, जहां प्रधानमंत्री लाल किले पर भारत के गौरव के प्रतीक तिरंगे को फहराते हैं और देश को संबोधित करते हैं। इस साल देश अपना 74वां स्वतंत्रता दिवस मना रहा है। हालांकि हर बार की तरह इस बार हालात कुछ अलग हैं।
दरअसल, इस साल वैश्विक महामारी कोरोना वायरस संक्रमण के चलते स्वतंत्रता दिवस कई सारी सावधानियों के साथ मनाया जा रहा है। इसके लिए अलग रूपरेखा बनाई गई है। गृह मंत्रालय द्वारा इसके लिए गाइडलाइन भी जारी की गई है। ताकि कोरोना काल में किसी भी तरह की लापरवाही हमारे के लिए कोई मुश्किल खड़ी ना कर दे। आइए जानते हैं इनके बारे में...
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कोरोना में इस तरह होगा अभिवादन
हर साल की तरह इस साल भी प्रधानमंत्री राजघाट पहुंचकर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि देंगे। वे सुबह 7.06 बजे राजघाट पहुंचेंगे इसके बाद सुबह 7.18 बजे लालकिला पहुंचेंगे। प्रधानमंत्री के लाल किला पहुंचने के बाद उनकी अगुवाई रक्षा मंत्री, रक्षा राज्य मंत्री, रक्षा सचिव और सेना के जनरल ऑफिसर कमांडिंग (दिल्ली एरिया) करते हैं।
कार्यक्रम के दौरान इस बार हाथ मिलाने की पूरी तरह मनाही रहेगी, बता दें कि स्वागत करने के दौरान गणमान्य प्रधानमंत्री का नमस्कार और हाथ मिलाकर अभिवादन करते हैं। इसके बाद पीएम लालकिले की प्राचीर पर जाते समय तीनों सेनाओं के प्रमुखों की भी सलामी लेने के अलावा हाथ मिलाते हैं लेकिन इस बार ऐसा नहीं हो पाएगा। प्रधानमंत्री ठीक 7.30 बजे किले की प्राचीर से तिरंगा फहराएंगे जिसके बाद उनका भाषण शुरू होगा।
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रखी जाएंगी ये सावधानियां
- दिल्ली में लाल किले पर ध्वजारोहण के दौरान आयोजित कार्यक्रम में सिर्फ खास लोगों को ही प्रवेश दिया जाएगा।
- गृह मंत्रालय और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से जारी दिशानिर्देशों के तहत यदि स्वतंत्रता दिवस से 20 दिन पहले तक समारोह में
- शामिल होने वाले किसी अतिथि को किसी भी तरह के कोरोना के लक्षण थे और उसकी जांच नहीं हुई या फिर जांच की रिपोर्ट सकारात्मक या अपुष्ट हो तो वे समारोह में भाग न लेने से परहेज कर सकते हैं।
- गृह मंत्रालय द्वारा जारी गाइडलाइंस में कहा गया कि कोरोना संक्रमण के खतरे को देखते हुए मास्क लगाना, सैनिटाइजेशन और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना जरूरी होगा।
- समारोह स्थल पर निर्धारित क्षेत्र में बैठने के लिए कुर्सियों की व्यवस्था सोशल डिस्टेंसिंग को ध्यान में रखते हुए की जा रही है।
- समारोह में मौजूद स्टाफ पीपीई किट पहने हुए होगा। लाल किले पर सुरक्षा में तैनात पुलिस पीपीई किट पहनकर रहेगी।
- इसके अलावा प्रधानमंत्री समेत लाल किले पर मौजूद सभी अतिथि और अन्य लोग मास्क लगाए और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते नजर आएंगे।
- कोरोना से जुड़े प्रतिबंधों के चलते इस बार भाषण मंच के दोनों तरफ केवल 100 - 125 लोगों के बैठने की व्यवस्था की जाएगी।
- लालकिला मैदान में दिल्ली के अलग अलग स्कूलों के 4200 बच्चों को तिरंगा के तीनों रंगों के कपड़ों में बैठाया जाता है, लेकिन इ ससाल यह नजारा शायद ही देखने को मिले। सूत्रों के अनुसार यहां सिर्फ 500 एनसीसी कैडेटों को ही बैठाया जाएगा
Created On :   14 Aug 2020 10:54 AM GMT