त्रिपुरा : राज्य के पाइनएप्पल की बिक्री को मिलेगा बढ़ावा, पहली खेप कल पहुंचेगी दुबई
- एमओयू के तहत रविवार को निर्यात के लिए मुख्यमंत्री बिप्लब कुमार देब ने पहली खेप को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
- त्रिपुरा राज्य में उत्पादित अनानास 'रानी' किस्म के लिए प्रसिद्ध है।
- त्रिपुरा सरकार ने 18 मई को दुबई और अन्य विदेशी देशों के साथ अनानास बाजार को बढ़ावा देने के लिए कोलकाता स्थित निर्यात-आयात फर्म के साथ समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए थे।
डिजिटल डेस्क, अगरतला। त्रिपुरा राज्य में उत्पादित अनानास "रानी" किस्म के लिए प्रसिद्ध है। त्रिपुरा सरकार ने 18 मई को दुबई और अन्य विदेशी देशों के साथ अनानास बाजार को बढ़ावा देने के लिए कोलकाता स्थित निर्यात-आयात फर्म के साथ समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए थे। एमओयू के तहत रविवार को निर्यात के लिए मुख्यमंत्री बिप्लब कुमार देब ने पहली खेप को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि "प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी का 2022 तक देश में किसानों की आमदनी को दोगुना करने का सपना है और आज अनानास के निर्यात के साथ यह सपना एक वास्तविकता बन गया है। मुख्यमंत्री ने कहा, राज्य के पाइनएप्पल अधिक से अधिक विदेशी देशों को निर्यात किए जाएंगे।
मुख्यमंत्री ने राज्य के किसानों से आग्रह किया कि अधिक से अधिक जमीन अनानास और बांस लगाए। हमारे पास यहां मानसून लंबा है और बांस बहुतायत में बढ़ता है। हम अप्रयुक्त निजी भूमि में बांस लगाने के लिए जल्द ही एक अधिसूचना जारी करेंगे।"
त्रिपुरा के कृषि मंत्री प्रणजीत सिंह रॉय ने कहा कि अनानास की "रानी" किस्म का पहला माल मंगलवार को दुबई पहुंच जाएगा। इजराइल, बहरीन और कुछ अन्य देशों ने राज्य सरकार को अनानास की "रानी" विविधता के लिए कहा है। उन्होंने कहा कि पूर्वोत्तर फ्रंटियर रेलवे (एनएफआर) के साथ 25 टन कंटेनर संलग्न करने के चर्चा चल रही है।
गौरतलब है कि अनानास की बिक्री को बढ़ावा देने के उद्देश्य से त्रिपुरा बागवानी निगम लिमिटेड ने हाल ही में भारत सहित विदेशों में फलों की आसान आपूर्ति के लिए एक निजी एयरलाइन, स्पाइसजेट मर्चेंडाइज प्राइवेट लिमिटेड के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए।
Created On :   4 Jun 2018 2:31 PM IST