हो जाइए सावधान! देश में कोरोना वायरस की तरह तेजी से फैल रहा है आंखों का संक्रमण, जानें एक्सपर्ट की राय
- जानें आंख की बीमारी के बारे में
डिजिटल डेस्क, चेन्नई। देश में कोरोना वायरस ने ऐसी तबाही मचाई कि लोगों की जिंदगी एक कमरे तक सिमट कर रह गई थी, सड़कों पर सन्नाटा पसरा हुआ था। डेढ़ से दो साल के भीतर लोगों ने तमाम उतार-चढ़ाव देखे। कोई अपनों को खोया तो कोई कोरोना संक्रमण जैसी गंभीर महामारी की चपेट में आने से परेशान रहा। कोरोना की वजह से बहुत लोगों ने नौकरी गंवाई तो कई लोगों का व्यापार बंद हो गया।
इधर लोगों को कोरोना वायरस से छुटकारा मिला ही था कि देश में आंखों का संक्रमण तेजी से फैलने लगा है। इस वजह से लोग फिर से दहशत में आ गए हैं। कोरोना ने ऐसा माहौल बना दिया है कि किसी भी संक्रमित बीमारी का नाम सुनते ही लोग कांप उठते हैं। नेत्र संक्रमण भी कोरोना की तरह काफी तेजी से फैलने वाली बीमारी है। तो आइए जानते इस बीमारी के बारे में कैसे लोगों को प्रभावित करता है।
जानें आंख की बीमारी के बारे में
तमिलनाडु के स्वास्थ्य विभाग और निजी डॉक्टरों ने कंजक्टिवाइटिस के बढ़ते मामलों को देखते हुए लोगों को चेतावनी दी है। कंजक्टिवाइटिस काफी तेजी से फैलने वाला एक आंख संक्रमण है। इसे आमतौर पर मद्रास आई के नाम से जाना जाता है। राज्य के स्वास्थ्य मंत्री एम सुब्रमण्यन ने कहा कि पूरे तमिलनाडु में हर दिन 4000-4500 मामले सामने आ रहे हैं।
उन्होंने कहा कि चेन्नई के 10 सरकारी केंद्रों में 80-100 लोगों को कंजक्टिवाइटिस का पता चला है। इस संक्रमण से बचने के लिए लोगों को आवश्यक सावधानी बरतने के लिए कहा गया है। मंत्री ने लोगों से अपील की है कि अगर कोई भी शख्स इस बीमारी से पीड़ित है तो खुद अपने आपको आइसोलेट कर लें। तमिलनाडु के सलेम व धर्मपुरी जैसे जिलों में केस लोड काफी अधिक है।
क्या कहते हैं डॉक्टर्स?
चेन्नई के वरिष्ठ नेत्र विशेषज्ञ डॉक्टर श्रीनिवासन जी राव का इस बीमारी को लेकर कहना है कि वह हर दिन कम से कम 500 रोगियों में कंजक्टिवाइटिस देख रहे हैं। उन्होंने कहा कि ये संक्रामक बीमारी है और मानसून खत्म होने व ठंडी की शुरूआत के बीच यह हर साल देखा जाता है। इस दौरान इस संक्रमण में भारी वृदर्धि देखी जाती है। उन्होंने आगे कहा शहर में लंबे समय से बारिश की वजह से केस की संख्या काफी बढ़ोत्तरी हो रही है। आगे कहा कि 90 फीसदी कंजंक्टिवाइटिस केवल एडेनोवायरस के कारण होता है। इससे प्रभावित लोगों की आखों में लाल, खुजलीदार, चिड़चिड़ी और किरकिरी हो जाती है।
इस वायरस की वजह से आंख से आंसू आने लगते है। कुछ लोगों में संक्रमित वायरस तेजी से दूसरी आंख में भी फैलने लगता है। खासकर बच्चों में तेजी से बढ़ रहा है। डॉक्टर राव ने बताया कि यदि कोई संक्रमित व्यक्ति अपनी आंख को छूता है फिर दूसरे व्यक्ति या वस्तु के संपर्क में आता है तो आसानी से ये वायरस स्थानांतरित हो जाते है।
Created On :   22 Nov 2022 11:00 PM IST