Extremely Severe Cyclone में बदला 'फानी', 3 मई को टकराएगा ओडिशा तट से, नौसना तैयार
- इस दौरान हवा की रफ्तार 175-185 किमी प्रति घंटे और बढ़कर 205 किमी प्रति घंटे तक हो सकती है।
- इसके 3 मई को रात करीब 11:30 बजे पुरी के दक्षिण में गोपालपुर और चंदबली के बीच ओडिशा तट से टकराने की आशंका है।
- चक्रवात ’फानी’ अत्यंत गंभीर चक्रवाती तूफान (ESCS) में बदल गया है और यह ओडिशा तट की ओर तेजी से बढ़ रहा है।
डिजिटल डेस्क, भूवनेश्वर। चक्रवात ’फानी’ अत्यंत गंभीर चक्रवाती तूफान (एक्सट्रीमली सीवियर साइक्लोनिक स्टॉर्म - ESCS) में बदल गया है और यह ओडिशा तट की ओर तेजी से बढ़ रहा है। इसके 3 मई को रात करीब 11:30 बजे पुरी के दक्षिण में गोपालपुर और चंदबली के बीच ओडिशा तट से टकराने की आशंका है। इस दौरान हवा की रफ्तार 175-185 किमी प्रति घंटे और बढ़कर 205 किमी प्रति घंटे तक हो सकती है। तूफान को देखते हुए एनडीआरएफ और इंडियन कोस्ट गार्ड को हाई अलर्ट पर रखा गया है और मछुआरों को समुद्र में न जाने की सलाह दी गई है।
#CycloneFani update. Cyclone warning for #Odisha coast. Fani intensified into severe cyclone and is currently lying 700 km east south east of chennai. It is most likely to curve northwest-wards tomorrow and thereafter may recurve towards Odisha coast. - IMD
— NDMA India (@ndmaindia) April 30, 2019
इंडियन नेवी राहत बचाव कार्य के लिए तैयार
ईस्टर्न नेवल कमांड ने कहा कि चक्रवात फानी गंभीर चक्रवाती तूफान में बदल गया है जिसे देखते हुए कमांड आवश्यक मानवीय सहायता प्रदान करने के लिए उच्च स्तर की तत्परता दिखा रही है। विशाखापट्नम और चेन्नई में इंडियन नेवल शिप चिकित्सा और अन्य सहायता प्रदान करने के लिए सबसे अधिक प्रभावित क्षेत्रों में आगे बढ़ने के लिए खड़े हैं। नेवल कमांड बंगाल की खाड़ी के घटनाक्रम की बारीकी से निगरानी करने और आवश्यकतानुसार बचाव और राहत कार्यों को बढ़ाने के लिए राज्य प्रशासन के निरंतर संपर्क में है।
#CycloneFani As the cyclone storm FANI intensifies into a Severe Cyclonic Storm over SE adjoining SW Bay of Bengal lie about 770 km ESE of Chennai at 1730 h/ 29 Apr, the Eastern Naval CD (ENC) has assumed high degree of readiness 2 render necessary humanitarian assistance 1/n pic.twitter.com/zDpZLEUpuU
— SpokespersonNavy (@indiannavy) April 30, 2019
नवीन पटनायक ने की तैयारियों की समीक्षा
ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने कहा कि उन्होंने तूफान से निपटने की तैयारियों की समीक्षा की है। उन्होंने कहा कि स्थिति से निपटने के लिए प्रशासन पूरी तरह से तैयार है। एक अधिकारी ने कहा कि ओडिशा सरकार 2 मई से चक्रवात फानी से प्रभावित होने वाले लोगों को वहां से निकालकर सुरक्षित स्थान पर ले जाना शुरू करेगी। राज्य सरकार ने तटीय क्षेत्रों में संबंधित जिला कलेक्टरों को किसी भी स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह से तैयार रहने के लिए कहा है। अधिकारी ने कहा कि 879 साइक्लोन शेल्टर पहले ही स्थापित किए जा चुके थे। इसके अलावा, 20 ओडिशा डिजास्टर रैपिड एक्शन फोर्स (ODRAF) यूनिट, 335 फायर सर्विस और 12 NDRF यूनिट्स स्टैंडबाय पर है।
फानी की चपेट में 12 जिले
चक्रवात ’फानी’ की चपेट में 12 जिले आ सकते हैं। इस तूफान के तट से टकराने पर तेज आंधी और बहुत भारी वर्षा होने की आशंका है। इंडियन नेशनल सेंटर ऑफ़ ओशन इन्फ़र्मेशन सर्विसेज (INCOIS) का लेटेस्ट मॉडल ’फानी’ के शुक्रवार (3 मई) को लगभग 11:30 बजे पुरी और पारादीप के बीच टकराने का स्पष्ट रूप से संकेत दे रहा है। जबकि जॉइंट टाइफून वार्निंग सेंटर (JTWC) की लेटेस्ट ट्रॉपिकल साइक्लोन (टीसी) एनालिसिस भारत के उत्तर-पूर्वी तट में "फानी" के टकराने का पूर्वानुमान लगा रहा है। जिसका मतलब पारादीप से सागर आइलैंड (पश्चिम बंगाल) है।
फानी T 4.5 - 5 की तीव्रता वाला ट्रॉपिकल साइक्लोन
JTWC टीसी एनालिसिस के अनुसार, "फानी" को ट्रॉपिकल साइक्लोन के रूप में T 4.5 - 5 की तीव्रता के साथ वर्गीकृत किया गया है, जिसका अर्थ है कि चक्रवाती सिस्टम के साथ आने वाली हवा की गति 147 - 167 किमी प्रति घंटा के आसपास छू सकती है। बंगाल की खाड़ी (BoB) में "फानी" की गति अभी लगभग 16 किलोमीटर प्रति घंटा है। धीमी गति संकेत दे रही है कि फानी ज्यादा स्टीम गेन कर रहा है।
कैसे पड़ा तूफान का नाम "फानी"
बता दें कि बांग्लादेश के सुझाव पर तूफान का नाम फानी रखा गया है। दरअसल, भारत, पाकिस्तान, बांग्लादेश, श्रीलंका, मालदीव, म्यांमार, ओमान और थाइलैंड जैसे 8 देसों ने तूफानों को नाम देने का फॉर्मूला तैयार किया है। इन 8 देशों की ओर से सुझाए गए नामों के पहले अक्षर के अनुसार उनका क्रम तय किया जाता है और उसी क्रम के अनुसार चक्रवातों के नाम रखे जाते हैं। इसमें भारत ने "अग्नि", "बिजली", "मेघ", "सागर" और "आकाश" जैसे नाम दिए हैं। वहीं, पाकिस्तान ने "निलोफर", "बुलबुल" और "तितली" जैसे नाम दिए।
Created On :   30 April 2019 6:14 PM IST