प्रख्यात सामाजिक कार्यकर्ता शांति देवी का निधन, प्रधानमंत्री ने शोक व्यक्त किया
- शोक संतप्त परिवार के प्रति अपनी हार्दिक संवेदना
डिजिटल डेस्क, भुवनेश्वर। प्रख्यात सामाजिक कार्यकर्ता और पद्मश्री से सम्मानित शांति देवी का रविवार रात ओडिशा के रायगड़ा जिले के गुनुपुर स्थित उनके आवास पर निधन हो गया। पारिवारिक सूत्रों ने यह जानकारी दी।
सूत्रों के अनुसार, बीती रात सीने में दर्द होने से शांति देवी अचानक बेहोश हो गईं। बाद में गुनुपुर अनुमंडल अस्पताल के एक चिकित्सक ने देवी के आवास पर पहुंचकर उन्हें मृत घोषित कर दिया। वह 88 वर्ष की थीं। 1934 में बालासोर जिले में जन्मी शांति देवी अपनी परोपकारी गतिविधियों के लिए जानी जाती थीं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, उपराष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू, ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक और कई वरिष्ठ हस्तियों ने उनके निधन पर शोक व्यक्त किया और दिवंगत आत्मा के लिए प्रार्थना की। पीएम मोदी ने ट्वीट किया, शांति देवी जी को गरीबों और वंचितों की एक आवाज के रूप में याद किया जाएगा। उन्होंने कष्टों को दूर करने और एक स्वस्थ एवं न्यायपूर्ण समाज बनाने के लिए निस्वार्थ भाव से काम किया। उनके निधन से दुख हुआ। मेरी संवेदनाएं उनके परिवार और अनगिनत प्रशंसकों के साथ हैं। ओम शांति।
शांति देवी के परिवार के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करते हुए, नायडू ने एक ट्वीट में कहा कि उन्हें शिक्षा के माध्यम से आदिवासी लड़कियों के सशक्तिकरण के उनके अथक प्रयासों के लिए याद किया जाएगा। पटनायक ने ट्वीट किया, सामाजिक कार्यकर्ता और पद्म श्री से सम्मानित शांति देवी के निधन के बारे में जानकर दुख हुआ। पीड़ितों के उत्थान के लिए उनके आजीवन प्रयास प्रेरणा के रूप में रहेंगे। समाज सेवा में उनका योगदान अतुलनीय है। मैं शोक संतप्त परिवार के प्रति अपनी हार्दिक संवेदना व्यक्त करता हूं और दिवंगत आत्मा की शांति की कामना करता हूं।
(आईएएनएस)
Created On :   17 Jan 2022 5:00 PM GMT