रूस पर प्रतिबंधों का असर,भारत से मांगी मदद! जानें किस मामले पर की अपील
- भारत रूस के खिलाफ बोलने से बचता रहा है।
डिजिटस डेस्क, भोपाल। यूक्रेन और रूस के बीच जंग का 18 वां दिन है। रूस के यूक्रेन पर सैन्य आक्रमण के बाद से कई देशों ने रूसी कार्रवाइयों की निंदा की है इसके साथ ही रूस को कई देशों से प्रतिबंधों का सामना करना पड़ रहा है। जिससे रूस की आर्थिक स्थिति पर असर पडता दिखाई दे रहा है।
माना जा रहा है कि 1991 में सोवियत संघ के विघटन के बाद से रूस इस समय इकॉनमी के मामलों में सबसे गहरे संकट का सामना कर रहा है। इसके पीछे की मुख्य वजह है उस पर लग रहे प्रतिबंध। इसी बीच एक रिपोर्ट में दावा किया गया है कि रूस ने भारत से अपील की है कि वह रूस में निवेश को बढ़ाए। दरअसल आपको बता दें न्यूज एजेंसी रॉयटर्स की एक रिपोर्ट बताती है कि रूस ने भारत से अपील की है कि वह प्रतिबंध से प्रभावित मॉस्को के तेल और गैस क्षेत्र में अपने निवेश को बढ़ाए।
भारत बढ़ाए अपना निवेश
यूक्रेन पर रूसी कर्रवाई पर कुछ पश्चिमी देशों ने निंदा की और उस पर प्रतिबंध लगा दिया है। लेकिन भारत रूस के खिलाफ बोलने से बचता रहा है। रूस के साथ भारत के वर्षों से अच्छे संबध रहे है। यही वजह है कि रूस के उप प्रधानमंत्री अलेक्जेंडर नोवाक ने कहा है कि भारत में रूस के पेट्रोलियम उत्पाद और तेल का निर्यात 1 बिलियन डॉलर के करीब पहुंच गया हैं। जिसे और बढ़ाने के अवसर है।
भारतीय पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्री हरदीप सिंह पुरी से नोवाक ने कहा कि हम गैस क्षेत्र और रूसी तेल में भारतीय निवेश को आकर्षित करने और भारत में रूसी कंपनियों के बिक्री नेटवर्क का अधिक विस्तार करने में रुचि रखते हैं।
रूसी तेल पर लगा प्रतिबंध
रूस कच्चे तेल का दूसरा सबसे बड़ा निर्यातक देश है।आपको बता दें इसी सप्ताह अमेरिका ने रूसी तेल के निर्यात पर प्रतिबंध लगा दिया है। साथ ही ब्रिटेन नें भी साल के अंत तक प्रतिबंध लगाने की बात कही है। पश्चिमी देशों के फैसलों से वैश्विक ऊर्जा बाजार के और बाधित होने की आशंका जताई जा रही है।
Created On :   13 March 2022 8:27 AM GMT