नुकसान का आकलन करने के लिए केंद्रीय टीम ने ओडिशा का दौरा किया पूरा
- किसानों को सरकारी सहायता की जरूरत
डिजिटल डेस्क, भुवनेश्वर। गृह मंत्रालय के संयुक्त सचिव सौरव रे के नेतृत्व में छह सदस्यीय अंतर-मंत्रालयी दल ने ओडिशा में चक्रवात जवाद के अवशेषों के कारण हुए नुकसान का आकलन करने के लिए अपना क्षेत्रीय दौरा पूरा किया।
टीम ने गंजम, पुरी, जगतसिंहपुर, कटक, जाजपुर और केंद्रपाड़ा जिलों के प्रभावित इलाकों का दौरा करने के बाद सोमवार को यहां ओडिशा सरकार के अधिकारियों के साथ चर्चा की। रे ने कहा कि उन्होंने चक्रवाती बारिश के कारण जमीनी स्तर पर किसानों को भारी नुकसान देखा है। एक अधिकारी ने कहा कि नुकसान झेलने वाले किसानों को सरकारी सहायता की जरूरत है।
अधिकारी ने कहा कि राज्य में चक्रवात के कारण हुए नुकसान का क्षेत्रीय स्तर पर आकलन एक सप्ताह के भीतर पूरा कर लिया जाएगा और केंद्रीय टीम को रिपोर्ट सौंपी जाएगी। अति प्रारंभिक अनुमानों के अनुसार प्राकृतिक आपदा के कारण 12 जिलों के 131 प्रखंडों में 5.78 लाख हेक्टेयर से अधिक क्षेत्र में खड़ी फसल को भारी नुकसान पहुंचा है। प्रभावित जिले हैं- गंजम, भद्रक, पुरी, कटक, बालासोर, केंद्रपाड़ा, क्योंझर, खोरधा, जगतसिंहपुर, नयागढ़, जाजपुर और मयूरभंज।
मुख्य सचिव सुरेश चंद्र महापात्र की इस साल कई जिलों में बंपर फसल हुई थी। फसल लगभग पकने की स्थिति में थी, जब चक्रवात ओडिशा तट के पास आया जिससे भारी वर्षा हुई। भारत मौसम विभाग के पूवार्नुमान के अनुसार किसानों को फसल काटने और सुरक्षित स्थानों पर लाने की सलाह दी गई थी। किसानों ने भी पूरी कोशिश की। मुख्य सचिव ने बैठक में बताया कि सभी पकी हुई फसल को कम समय में काटा और एकत्र नहीं किया जा सका। इसके अलावा, कई प्रकार के धान और अन्य प्रमुख फसलें पकने के करीब थीं।
(आईएएनएस)
Created On :   14 Dec 2021 1:00 AM IST