दिल्ली : CWC की बैठक में बोलीं सोनिया- लोगों को धर्म के आधार पर बांटना CAA का उद्देश्य

- CAA को भेदभावपूर्ण और विभाजनकारी कानून बताया
- CWC की बैठक में पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी नहीं हुए शामिल
- बैठक में CAA और देश के आर्थिक मसलों पर चर्चा का गई
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने शनिवार को कांग्रेस कार्यसमिति (CWC) की बैठक में नागरिकता संशोधन कानून (CAA) को भेदभावपूर्ण और विभाजनकारी बताया। उन्होंने कहा कि इस कानून का उद्देश्य भारतीयों को धार्मिक आधार पर बांटना है। सोनिया ने कहा कि कांग्रेस के करोड़ों कार्यकर्ता समानता, न्याय और सम्मान के लिए संघर्ष में लोगों के कंधे से कंधा मिलाकर खड़े रहेंगे।
सोनिया ने कहा कि देश के हजारों युवा विशेषकर छात्र CAA के कारण होने वाले नुकसान समझ गए हैं। वे इस सड़कों पर उतरकर सर्द मौसम के साथ ही पुलिस और नौकरशाहों का सामना कर रहे हैं। प्रदर्शनों के दौरान हुई हिंसक घटनाओं की जांच के लिए आयोग गठित किया जाए। सरकार विरोध को दबाने की पूरी कोशिश कर रही है। कोई ऐसा दिन नहीं बीतता जब गृह मंत्री और प्रधानमंत्री उकसाने वाला बयान नहीं देते।
सोनिया ने CAA के खिलाफ प्रदर्शनों और अर्थव्यवस्था की स्थिति को लेकर केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि जेएनयू और अन्य जगहों पर युवाओं एवं छात्रों पर हमले की घटनाओं की जांच के लिए उच्च स्तरीय आयोग का गठन किया जाना चाहिए।
बैठक में शामिल नहीं हुए राहुल गांधी
दिल्ली के कांग्रेस मुख्यालय में आयोजित CWC की इस बैठक में कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी, पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, ज्योतिरादित्य सिंधिया और मल्लिकार्जुन खड़गे समेत कई वरिष्ठ नेता शामिल हुए। वहीं पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी बैठक में शामिल नहीं हुए। बैठक में राहुल गांधी के मौजूद नहीं रहने के बारे में पूछे जाने पर कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि, "कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष फिलहाल यात्रा पर हैं। वे रविवार सुबह से पार्टी के काम के लिए मौजूद होंगे।"
बैठक में 4 प्रस्ताव भी पास किए गए
CWC की बैठक में 4 प्रस्ताव भी पास किए गए। इन प्रस्तावों में कहा गया कि सरकार और पीएम मोदी ने युवाओं के विश्वास को तोड़ा है। उन्होंने छात्रों और युवाओं की आवाज को दबाने के लिए क्रूरता का इस्तेमाल किया। इसमें यह भी कहा गया कि स्वतंत्र और रचनात्मक सोच वाले संस्थाओं पर हमले के लिए साजिश रची गई। कांग्रेस कार्य समिति ने जम्मू-कश्मीर में पाबंदियां हटाने और नागरिक स्वतंत्रताएं बहाल करने की अपील की।
बैठक में इन मुद्दों पर चर्चा की गई
CWC की बैठक के बाद कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल ने बताया कि, "बैठक में विश्वविद्यालयों में चल रहे आंदोलनों, आर्थिक मंदी, कृषि संकट, बेरोजगारी, जम्मू-कश्मीर की स्थिति और पश्चिम एशिया के हालात पर चर्चा की।"
Created On :   11 Jan 2020 8:46 PM IST