मप्र बीजेपी अध्यक्ष की फिसली जुबान, आतंकवाद को बताया तपस्या और बलिदान का प्रतीक
- न्होंने आतंकवाद को त्याग
- तपस्या और बलिदान का प्रतीक बता दिया।
- मध्य प्रदेश बीजेपी के अध्यक्ष राकेश सिंह की बुधवार को एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए जुबान फिसल गई।
- सिंह ने भोपाल से पार्टी की लोकसभा उम्मीदवार साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर के बारे में बात करते हुए यह बयान दिया।
डिजिटल डेस्क, भोपाल। मध्य प्रदेश बीजेपी के अध्यक्ष राकेश सिंह की बुधवार को एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए जुबान फिसल गई। उन्होंने आतंकवाद को त्याग, तपस्या और बलिदान का प्रतीक बता दिया। सिंह ने भोपाल सीट से पार्टी की लोकसभा उम्मीवार साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर के बारे में बात करते हुए यह बयान दिया।
राकेश सिंह ने कहा, "भगवा कभी आतंकवाद नहीं होता, भगवा धारन करने वाला कभी आतंकवादी नहीं होता, आतंकवाद तो त्याग, तपस्या और बलिदान का प्रतीक होता है।" दरअसल राकेश सिंह कहना चाहते थे कि भगवा त्याग, तपस्या और बलिदान का प्रतीक होता है लेकिन उनके मुंह से भगवा की जगह आतंकवाद निकल गया।
#WATCH Madhya Pradesh BJP President Rakesh Singh says, "Bhagvaa kabhi aatankwad nahi hota, bhagva dhaaran karne wala kabhi aatankwadi nahi hota, aatankwad to pyaar, tapasya aur balidaan ka prateek hota hai..." pic.twitter.com/7BzK5LhhNQ
— ANI (@ANI) April 24, 2019
बता दें कि 48 साल की साध्वी प्रज्ञा 2008 के मालेगांव ब्लास्ट केस में आरोपी हैं और फिलहाल जमानत पर बाहर हैं। प्रज्ञा का सामना भाजपा के गढ़ कहे जाने वाले भोपाल निर्वाचन क्षेत्र से कांग्रेस के दिग्विजय सिंह से होगा। साध्वी अपने नाम के ऐलान के बाद से ही विवादों में भी आ गई है।
साध्वी ने हाल ही में बाबरी मस्जिद को लेकर बयान दिया था जिसके बाद उनपर एफआईआर भी दर्ज की गई थी। जिला निर्वाचन अधिकारी और कलेक्टर सुदाम खाड़े ने पुलिस को साध्वी के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने का आदेश दिया था क्योंकि साध्वी ने आदर्श आचार संहिता (एमसीसी) का उल्लंघन किया था जो वर्तमान में लागू है।
अखिल भारतीय उलेमा बोर्ड ने साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर के खिलाफ बाबरी मस्जिद विध्वंस को लेकर उनकी टिप्पणी को मुस्लिम समुदाय की भावनाओं को आहत करने वाली बताते हुए शिकायत दर्ज कराई थी। भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा 124A, 153A, 153B, 147, 505A, 298 और 295 के तहत ऐशबाग पुलिस स्टेशन में ये शिकायत दर्ज की गई थी।
साध्वी ने कहा था, "मैं राम मंदिर का निर्माण करने जाऊंगी। मैंने कल ही कहा है और मैं इससे इनकार नहीं कर रहा हूं कि मैं वहां गई थी। मैंने बाबरी ढांचे को ध्वस्त किया था। वह मेरे राम जी हैं और मुझे भव्य राम मंदिर बनाने से कोई नहीं रोक सकता।
साध्वी प्रज्ञा इससे पहले मुंबई एटीएस प्रमुख हेमंत करकरे पर उनके विवादास्पद बयान को लेकर खबरों में थीं, जो 26/11 आतंकी हमले के दौरान शहीद हो गए ते। साध्वी ने कहा था कि करकरे इसलिए मर गए क्योंकि उन्होंने अधिकारी को श्राप दिया था। उनके बयान की चौतरफा निंदा होने के बाद उन्होंने माफीनामा जारी किया था।
Created On :   24 April 2019 9:12 PM IST