Amit Shah in Bengal: शाह के बंगाल मिशन का दूसरा दिन, सुबह दक्षिणेश्वर मंदिर में दर्शन.. फिर मतुआ समुदाय के घर भोजन
- 2021 में होने जा रहे विधानसभा चुनावों की तैयारी में जुटे गृह मंत्री
- अमित शाह के बंगाल दौरे का आज दूसरा दिन
- दक्षिणेश्वर मंदिर से करेंगे आज के कार्यक्रमों की शुरुआत
डिजिटल डेस्क, कोलकाता। पश्चिम बंगाल में 2021 में होने जा रहे विधानसभा चुनावों की तैयारी में जुटे गृह मंत्री अमित शाह के दौरे का आज दूसरा दिन है। अमित शाह कोलकाता ने आज कार्यक्रमों की शुरुआत दक्षिणेश्वर मंदिर से की। अमित शाह दक्षिणेश्वर मंदिर में पूजा करने के लिए सुबह 10 बजे पहुंचे। दक्षिणेश्वर मंदिर में दर्शन के बाद अमित शाह ने कहा कि यह ठाकुर रामकृष्ण और विवेकानंद की जमीन है, लेकिन दुर्भाग्य से इस जमीन को तुष्टिकरण की राजनीति से कलंकित किया जा रहा है। मैंने मोदी जी के नेतृत्व में बंगाल की भलाई के लिए मां काली से प्रार्थना की।
पश्चिम बंगाल में तुष्टिकरण की राजनीति से उसकी महान परंपरा आहत हुई है।
— Amit Shah (@AmitShah) November 6, 2020
बंगाल पूरे देश के आध्यात्मिक और धार्मिक चेतना का केंद्र रहा है। यह गौरव फिर से बंगाल प्राप्त करे इसके लिए मैं सभी से आह्वान करता हूँ कि आप सब एकजुट और जागरूक होकर अपने-अपने दायित्वों का निर्वहन करें। pic.twitter.com/ZwEQ5fKMtZ
HM Shri @AmitShah offers prayers at Dakshineswar Kali Temple. #EbarBanglayBJP https://t.co/1IPrzMJZvN
— BJP Bengal (@BJP4Bengal) November 6, 2020
इसके बाद शाह ने पद्मभूषण गायक अजॉय चक्रवर्ती से भी मुलाकात की। इस दौरान उनके साथ कैलाश विजयवर्गीय भी मौजूद रहें।
कोलकाता में पंडित अजोय चक्रबर्ती जी से मिलने का सौभाग्य प्राप्त हुआ। अपने सुधा कंठ व संगीत कौशल से वह संगीत की दुनिया में देदीप्यमान हैं। उन्होंने गुरु-शिष्य परंपरा को बल दिया और उनके शिष्यों ने भी संगीत जगत में अद्भुत कार्य किया। संगीत में उनका योगदान देश के लिए गौरव की बात है। pic.twitter.com/1JIQ0pYFkJ
— Amit Shah (@AmitShah) November 6, 2020
गृह मंत्री ने दोपहर का भोजन न्यूटन इलाके में नबीन विस्वास के घर पर किया। नबीन विस्वास मटुआ समुदाय से आते हैं। इसके बाद अमित शाह एक प्रेस कांफ्रेंस करेंगे। प्रेस कांफ्रेंस के बाद सामाजिक संगठनों के साथ बैठक करेंगे। इससे पहले गुरुवार को अमित शाह ने बांकुरा में पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ संवाद किया था। इसके बाद उन्होंने पुआबागान जाकर स्वतंत्रता सेनानी बिरसा मुंडा की मूर्ति पर माल्यार्पण किया। फिर उन्होंने स्थानीय आदिवासी परिवार के घर जाकर पत्ते पर भोजन भी किया।
Created On :   6 Nov 2020 9:37 AM IST