महाकुंभ 2025 पर बवाल: 'हिंदुओं को नहीं मिलनी चाहिए दुकान लगाने की अनुमति...', महाकुंभ को लेकर महंत रविंद्र पुरी ने दिया बड़ा बयान
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। उत्तरप्रदेश में नए साल की शुरुआत के साथ प्रयागराज में होने वाले महाकुंभ-2025 में अब कुछ ही दिन बाकी रह गए हैं। हालांकि, इससे पहले महाकुंभ के आयोजन को लेकर बवाल मचा हुआ है। इस बीच अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत रविंद्र पुरी ने बुधवार को बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा कि महाकंभ के दौरान गैर-हिंदुओं को दुकानें लगाने की अनुमति नहीं मिलनी चाहिए। उन्होंने तर्क देते हुए कहा कि चाय की दुकानों, जूस स्टॉल्स और फूलों की दुकानों को गैर-हिंदुओं को देने से धार्मिक स्थान की पवित्रता और सुरक्षा खतरे में पड़ सकती है।
महाकुंभ के आयोजन पर महंत पुरी का बयान
न्यूज एजेंसी आईएनएस से बातचीत के दौरान महंत पुरी, "हमने कहा है कि इन दुकानों को उन्हें नहीं दिया जाना चाहिए। अगर उन्हें दुकानें दी जाती हैं तो वे थूकेंगे और पेशाब करेंगे, और हमारे नागा साधुओं को कार्रवाई करने के लिए मजबूर होना पड़ेगा।" उन्होंने जोर देते हुए कहा कि महाकुंभ के समय इस तरह की घटना होने से दुनियाभर में गलत संदेश जाएगा।
इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रेडियो चैनल पर प्रसारित साल 2024 के आखिरी 'मन की बात' एपिसोड में देश की जनता से एकता और भाईचारे कायम रखने का अनुरोध किया था। उन्होंने लोगों को समाज में विभाजन और घृणा की भावना को खत्म करने की बात कही थी। इसके साथ ही पीएम मोदी ने महाकुंभ 2025 मेला को विविधता में का अद्वितीय दृश्य बताने की बात कही थी।
पीएम मोदी ने की थी ये अपील
पीएम मोदी ने आगे कहा था, "महाकुंभ की विशेषता केवल इसके आकार में नहीं है। महाकुंभ की विशेषता उसकी विविधता में भी है। करोड़ों लोग इस कार्यक्रम में शामिल होते हैं। लाखों संत, हजारों परंपराएं, सैकड़ों संप्रदाय, अनेक अखाड़े, सभी इस कार्यक्रम का हिस्सा बनते हैं। यहां कोई भेदभाव नहीं होता, कोई बड़ा नहीं होता, कोई छोटा नहीं होता। यह एकता और विविधता का दृश्य विश्व में कहीं और नहीं देखा जाएगा।"
हाल ही में ऑल इंडिया मुस्लिम जमात ने अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद (ABAP) के एक प्रस्ताव का विरोध किया। दरअसल, यह प्रस्ताव महाकुंभ के दौरान गैर-हिंदुओं को मेले के आसपास में खाद्य दुकानें लागने से रोकने की हिदायत दी गई है। इस पर एबीएपी ने आपत्ति जताते हुए कहा कि इस कदम से समाज में विभाजन उत्पन्न हो सकता है।
13 जनवरी से शुरू होगा महाकुंभ
बता दें, इस साल प्रयागराज में महाकुंभ 13 जनवरी से शुरू होने वाला है। प्रयागराज में मेले के आयोजन के लिए साफ-सफाई और यातायात सुविधाओं में सुधार का काम जोर शोर के साथ किया जा रहा है।
Created On :   1 Jan 2025 10:18 PM IST