लड्डू विवाद मामला: पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने तिरुपति लड्डू विवाद पर जाहिर की चिंता, कहा- 'प्रसाद को लेकर होती है गहरी आस्था'
- तिरुपति प्रसाद विवाद को लेकर पूर्व राष्ट्रपति ने जाहिर की चिंता
- लड्डू विवाद मामला को लेकर सियासत हुई तेज
- बिहार के डिप्टी सीएम ने भी जाहिर की चिंता
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। भारत के पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने तिरुपति मंदिर लड्डू विवाद को लेकर चिंता जाहिर की है। उन्होंने कहा कि प्रसाद को लेकर हिंदुओं में गहरी आस्था होती है। मिलावट की खबरें श्रद्धालुओं के बीच शंका उत्पन्न कर रही हैं। वाराणसी दौरे का जिक्र करते हुए पूर्व राष्ट्रपति कोविंद ने कहा, "मैं काशी विश्वनाथ मंदिर के दर्शन नहीं कर पाया, लेकिन मेरे कुछ सहयोगी मंदिर गए थे और उन्होंने मुझे प्रसाद दिया। उस समय मुझे तिरुपति मंदिर की मिलावट की खबरें याद आ गईं। यह समस्या सिर्फ एक मंदिर तक सीमित नहीं हो सकती, यह हर मंदिर की कहानी हो सकती है।"
पूर्व राष्ट्रपति कोविंद ने कहा, 'मिलावट तो पाप है, और हिंदू शास्त्रों में भी इसे पाप कहा गया है। श्रद्धालुओं के लिए प्रसाद आस्था का प्रतीक है, और इसमें मिलावट करना निंदनीय है।' पूर्व राष्ट्रपति के इस बयान के बाद मिलवाट को लेकर जागरूकता बढ़ाने की मांग तेज हो गई है। साथ ही, ऐसे मामले को रोकने के लिए सख्त कदम उठाने की मांग की जा रही है।
बिहार के डिप्टी सीएम ने भी जाहिर की चिंता
तिरुपति लड्डू विवाद पर बिहार के उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा ने कहा, "यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है, हमारी आस्था पर चोट करने वाले काम पर कार्रवाई होनी चाहिए। तिरुपति सिर्फ मंदिर नहीं यह भारत की आस्था का सबसे बड़ा केंद्र है और काम माफी के लायक नहीं है।"
लैब रिपोर्ट में ये बात आई सामने
एनडीटीवी की रिपोर्ट के मुताबिक, केंद्र सरकार द्वारा गुजरात में संचालित राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड के पशुधन और खाद्य विश्लेषण और अध्ययन केंद्र की लैब ने एक रिपोर्ट दी है। जिसमें इसकी पुष्टि हुई है कि तिरुपति मंदिर में प्रसाद के लड्डूओं के निर्माण में जिस घी का यूज किया गया। उसमें पशु वसा की मात्रा मौजूद थी। चंद्रबाबू नायडू ने ये आरोप इसी रिपोर्ट के आधार पर लगाए हैं।
Created On :   21 Sept 2024 2:14 PM IST