ब्रिक्स शिखर सम्मेलन 2024: भारत-चीन की नई दोस्ती की शुरुआत! 5 सालों के बाद आज पीएम मोदी और शी जिनपिंग के बीच होगी बैठक, कनाडा पर हो सकती है चर्चा
- रूस के कजान में जारी है ब्रिक्स शिखर सम्मेलन
- पीएम मोदी और चीनी राष्ट्रपति जिनपिंग के बीच होगी द्विपक्षीय बैठक
- 5 साल के बाद दोनों देशों के शीर्ष नेताओं के बीच होगी चर्चा
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। रूस की मेजबानी में 16वें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन जारी है। कजान में होने वाला यह अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन 22 अक्टूबर से 24 अक्टूबर तक चलेगा। इस सम्मेलन में बुधवार का दिन बेहद खास माना जा रहा है। दरअसल, ब्रिक्स सम्मेलन की बैठक में करीब 5 सालों के बाद भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग एक दूसरे के साथ द्विपक्षीय बैठक करेंगे। इस बात की पुष्टि विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने कजान में मीडिया से बातचीत के वक्त की। भारत और चीन के नेताओं के बीच होने वाली इस चर्चा पर दुनिया के कई देशों को बेसब्री से इंताजर है। बता दें, साल 2019 में ब्राजील की मेजबानी में ब्रिक्स शिखर सम्मेलन आयोजित हुआ था। उस दौरान भारत और चीन के शीर्ष नेताओं ने द्विपक्षीय बैठक का हिस्सा बने थे।
द्विपक्षीय बैठक में हिस्सा लेंगे मोदी-जिनपिंग
जानकारों का मानना है कि पिछले बार की तुलना में इस बार पीएम मोदी और शी जिनपिंग की द्विपक्षीय बैठक कई पहलुओं से अलग हो सकती है। दरअसल, मौजूदा समय में दुनिया के कई बड़े देशों युद्ध में उलझे हुए हैं। इनमें से एक है रूस जो यूक्रेन से जारी संघर्ष के बावजूद ब्रिक्स शिखर सम्मेलन की मेजबानी कर रहा है। ऐसी परिस्थिति में जब ब्रिक्स समिट में एशिया के दो सबसे शक्तिशाली देश भारत और चीन एक दूसरे के सामने होंगे। तो वैश्विक स्तर पर इसका असर दिखाई पड़ सकता है। इसके अलावा चीन और भारत के नेताओं के बीच यह मुलाकात के खास होने का मुख्य कारण चीन की ओर से एलएसी पर सालों पुराने संघर्ष को खत्म करना है। चीन ने 21 अक्टूबर को पुष्टि की थी वह भारत के साथ एलएसी पर जारी विवाद को खत्म कर रहा है। इस मसले को हल करके भारत-चीन ने दुनिया को पड़ोसी देशों होने के नाता आपसी हितों की अहमयित का संदेश पुहंचाया है।
कनाडा को लेकर हो सकती है चर्चा
मालूम हो कि एशिया में भारत और चीन की गिनती ताकतवार देशों के बीच आती है। दो दिन पहले भारत और चीन के बीच चार पुराने सीमा विवाद को खत्म करना भविष्य के लिए दोनों देशों के बीच नए रिश्तों की शुरुआत है। ऐसे में करीब 5 साल के बाद ब्रिक्स समिट में पीएम मोदी और शी जिनपिंग के बीच द्विपक्षीय चर्चा काफी अहम होने वाली है। इस दौरान दोनों देशों के नेता कनाडा मुद्द पर भी चर्चा कर सकते हैं। वजह है कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो का भारत पर लगातार आरोप लगाना। इसके अलावा काडाई पीएम ने चीन को भी आड़े हाथों लिया है। उनका आरोप है कि चीन और भारत के साथ मिले हुए हैं। कनाडा का कहना है कि उसके देश में चुनाव में चीन पर मिलीभगत की साजिश रच रहा है। जबकि, भारत पर निज्जर हत्याकांड का आरोप लगाया है। माना जा रहा है कि कनाडा से निपटने के लिए दोनों देश एकजुट हो सकते हैं।
Created On :   23 Oct 2024 9:15 AM IST