बीपीएससी कैंडिडेट प्रोटेस्ट: 'वोट मांगने जनता के पास ही जाना पड़ेगा..' भूख हड़ताल पर बैठे जनसुराज पार्टी चीफ प्रशांत किशोर ने साधा सीएम नीतीश कुमार पर निशाना
- बिहार में बीपीएससी कैंडिडेट प्रोटेस्ट जारी
- जनसुराज पार्टी चीफ कर रहे प्रदर्शनकारियों का समर्थन
- किशोर ने साधा बिहार सीएम पर निशाना
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। बिहार की राजधानी पटना में 70वीं बीपीएससी (BPSC) की प्रारंभिक परीक्षा को रद्द कराने की मांग को लेकर प्रदर्शन जारी है। जनसुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर, कैंडिडेट्स के समर्थन में पटना के गांधी मैदान में भूख हड़ताल पर बैठे हुए हैं। इस बीच किशोर ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर जोरदार निशाना साधा है।
#WATCH पटना, बिहार: जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर BPSC की 70वीं प्रारंभिक परीक्षा को रद्द करने की मांग को लेकर गांधी मैदान में आमरण अनशन पर बैठे हैं। pic.twitter.com/E5o4N4dZZF
— ANI_HindiNews (@AHindinews) January 4, 2025
आपको बता दें कि, BPSC (PT) परीक्षा और भूख हड़ताल पर DM चन्द्रशेखर सिंह ने कहा- गांधी मैदान में गांधी मूर्ती के पास कभी इस तरह की परंपरा नहीं रही है, वो प्रतिबंधित क्षेत्र है। हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता आज की परीक्षा को संपन्न कराने की थी। व्यवस्था बनाए रखने का दायित्व सभी जिम्मेदार नागरिकों का होता है। भूख हड़ताल के दौरान तबीयत बिगड़ने की सूचना मिलने पर हमने वहां मेडिकल टीम भेजी थी।
प्रशांत किशोर का नीतीश कुमार पर कड़ा प्रहार
जनसुराज के मुखिया किशोर ने कहा- एक बार कोविड में असंवेदनशीलता दिखाई उसका नतीजा चुनाव में दिखा। उसके बाद से वे 5 साल से राजनीतिक रूप से कराह रहे हैं। वोट मांगने का समय आएगा तो उन्हें (नीतीश कुमार) जनता के पास ही जाना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि सरकार को बिल्कुल झुकाया जाएगा, सरकार की प्रवृति बन गई है कि वो लाठी चलाकर जनता को झुकाना चाहती है। उन्होंने आगे कहा- मैं यहां बैठा हूं कहां कोई लाठी चला रहा है। किसान जब सड़क पर बैठे तो केंद्र सरकार को भी कानून वापस लेना पड़ा, लेकिन उसमें डेढ़ साल लग गया।
अरेस्ट करना है तो कर लो- प्रशांत किशोर
जनसुराजर चीफ ने कहा- आप गिरफ्तार करना चाहते हो कर लो, लेकिन आपके पास कोई ऐसा कानून नहीं है कि हमें जेल में रख लो, मैं वापस आकर बैठ जाऊंगा। जनताबल से बड़ा बल दुनिया में कोई नहीं है। जिस गांधी मैदान में आने के लिए एफआईआर हुआ था, उसी गांधी मैदान में मैं तीन दिन से बैठा हूं। हमारी सरकार है, हमारी बात कैसे नहीं सुनेगी। अगर नहीं सुनेगी तो सुनाने का उपाय किया जाएगा।
Created On :   4 Jan 2025 12:20 PM IST