क्या सच में पकड़ा गया मास्टरमाइंड अब्दुल मलिक? एसएसपी ने बताई सच्चाई, आरोपियों की गिरफ्तारी को लेकर कही ये बात
- गुरुवार को हल्द्वानी में हुई थी हिंसा
- मास्टरमाइंड के पकड़े जाने की खबरें आई थीं सामने
- पुलिस ने बताई सच्चाई
डिजिटल डेस्क, हल्द्वानी। उत्तराखंड के हल्द्वानी में बीते गुरुवार को हुई हिंसा का मास्टर माइंड अब्दुल मलिक के गिरफ्तार होने की खबरें सामने आई थीं। जिनमें दावा किया जा रहा था कि पुलिस ने घटना के मुख्य साजिशकर्ता को गिरफ्तार कर लिया है। इस बीच एसएसपी नैनीताल नारायण मीणा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इस खबर की सच्चाई बताई है। उन्होंने कहा है कि हिंसा मास्टमाइंड अभी पुलिस की गिरफ्त में नहीं आया है। इसके साथ ही एसएसपी ने बताया कि मामले में अब तक तीन एफआईआर दर्ज की गई हैं और बीते 24 घंटे में 25 लोगों और अब तक कुल 30 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है।
आरोपियों के पास से तमंचे बरामद
एसएसपी ने कहा, ''पूरे मामले में 3 FIR दर्ज की गई हैं। प्रत्येक FIR को एक जांच टीम को आवंटित किया गया है और उन्होंने अपना काम शुरू कर दिया है। 25 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इन 25 लोगों के पास से हमने 7 देसी पिस्तौल और 54 जिंदा कारतूस बरामद किए हैं। जब उन्होंने पीएस बनभूलपुरा पर हमला किया तब उन्होंने पुलिस थाने से भी कारतूस लूटे थे, जिसमें 7.62 एमएम के 67 जिंदा कारतूस और 9 एमएम के 32 जिंदा कारतूस भी बरामद किए गए हैं। कुल मिलाकर अब तक 30 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुके हैं।''
सभी दंगाइयों को गिरफ्तार किया जा रहा - सीएम
वहीं सीएम पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि हिंसा के लिए जिम्मेदार एक-एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया जाएगा। अपने एक्स अकाउंट पर धामी ने लिखा, "हल्द्वानी में हुई घटना में शामिल उपद्रवियों और अराजक तत्वों पर कार्रवाई लगातार जारी है। सभी दंगाइयों को एक-एक करके गिरफ्तार किया जा रहा है। जो भी प्रदेश में अवैध अतिक्रमण है उस पर कार्रवाई निश्चित तौर पर होगी, इस अभियान को रोका नहीं जाएगा।"
बता दें कि इससे पहले शनिवार को इस मामले में एक बड़ा खुलासा हुआ था। दरअसल, हल्द्वानी को हिंसा की आग में झोंकने की तैयारी पहले ही कर ली गई थी। इंटेलिजेंस ने इसे लेकर स्थानीय प्रशासन को कई बार अलर्ट भी किया था। घटना के करीब 1 हफ्ते पहले ही इंटेलिजेंस द्वारा दी गई रिपोर्ट में कहा गया था कि अवैध मस्जिद और मदरसे को हटाने की कार्रवाई को लेकर अब्दुल मलिक मुस्लिम पक्ष के साथ मिलकर विरोध कर सकता है।
इंटेलिजेंस की ओर से दी गई रिपोर्ट में अब्दुल मलिक द्वारा बनभूलपुरा के विवादित स्थल पर विरोध प्रदर्शन को लेकर सूचना दी गई थी। बता दें कि मलिक बनभूलपुरा इलाके में स्थित जिस बगीचे के स्वामित्व का दावा करता है वहां ही शासन द्वारा अवैध निर्माण को हटाया जाना था। रिपोर्ट में आशंका जताई गई थी कि विरोध प्रदर्शन में महिलाएं और बच्चे भी हिस्सा ले सकते हैं। इसके साथ ही यह भी कहा गया था कि मुस्लिम पक्ष के विरोध पर हिंदू पक्ष भी रिएक्ट कर सकता है। इसके साथ ही रिपोर्ट में कुछ आवश्यक सुझाव दिये गए थे, जिन्हें प्रशासन ने कार्रवाई के दौरान अमल में लाया जाना जरूरी नहीं समझा। इसमें अवैध इमारत गिराने की कार्रवाई के दौरान फोटोग्राफी, पीएसी की तैनाती और अतिक्रमण को सुबह तड़के ही हटाने जैसे सुझाव दिए गए थे। सूत्रों की माने तो अफसरों ने रिपोर्ट को गंभीरता से न लेने की लापरवाही के चलते हल्द्वानी में हिंसा भड़क गई।
बता दें कि गुरुवार को उत्तराखंड के हल्द्वानी में नगर निगम ने अवैध रूप से बने मदरसे को बुलडोजर से गिरा दिया। साथ ही यहां नमाज पढ़ने के लिए भी एक बिल्डिंग बनाई जा रही थी, उस पर भी बुल्डोजर चलाया गया था। इससे गुस्साए लोगों ने पहले तो वहां मौजूद नगर निगम की टीम पर हमला किया फिर बनभूलपुरा थाने को चारों ओर से घेरकर उस पर पथराव किया। इस दौरान उपद्रवियों ने कई गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया। इसके साथ ही ट्रांसफार्मर में भी आग लगा दी, जिससे पूरे इलाके की बिजली सप्लाई बंद हो गई।
Created On :   11 Feb 2024 11:38 PM IST