महादेव बेटिंग ऐप: सौरभ चंद्राकर को दुबई में इंटरपोल की तरफ से लिया गया हिरासत में, भारत लाने का हो गया है प्रोसेस शुरू, लोगों को करीब 15 हजार करोड़ रुपये का लगाया था चूना

सौरभ चंद्राकर को दुबई में इंटरपोल की तरफ से लिया गया हिरासत में, भारत लाने का हो गया है प्रोसेस शुरू, लोगों को करीब 15 हजार करोड़ रुपये का लगाया था चूना
  • महादेव बेटिंग ऐप के ओनर को दुबई में पकड़ा
  • भारत लाने का प्रोसेस शुरू
  • 15 हजार करोड़ का लगाया चूना

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। महादेव बेंटिंग ऐप केस में भारतीय जांच एजेंसियों को बड़ी सफलता हासिल हुई है। सूत्रों के मुताबिक, बेटिंग ऐप के ओनर सौरभ चंद्राकर को इंटरपोल ने हिरासत में ले लिया है। अब उसको भारत में वापस लाने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। सूत्रों के मुताबिक ईडी की टीम सौरभ चंद्राकर को एक हफ्ते में भारत ला सकती है।

किसने किया सीबीआई को सूचित?

ऐसा माना जा रहा है इंटरपोल की तरफ से ही सीबीआई को सूचित किया गया है। बता दें इस मामले को लेकर ईडी की तरफ से रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया गया था। महादेव ऐप के ओनर सौरभ चंद्राकर का कनेक्शन डी कंपनी से यानी दाऊद इब्राहिम से भी है। देश के कई राज्यों में महादेव ऐप के खिलाफ केस दर्ज किए गए हैं। यहां तक की ईडी में भी ऐप की शिकायत दर्ज की गई है।

महादेव बेटिंग ऐप पर लगा बैन

केंद्र सरकार ने 5 नवंबर 2023 को महादेव बेटिंग ऐप के साथ-साथ कई और अवैध सट्टेबाजी वाले करीब 25 ऐप और वेबसाइच बैन करने का आदेश दिया था। ईडी की सिफारिशों के बाद ही इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी अधिनियम की धारा 69ए के तहत आदेश जारी किया गया था। महादेव बेटिंग ऐप मामले में तब सामने आया जब ईडी की तरफ से दावा किया गया कि उसने एक "कैश कूरियर" के ईमेल स्टेटमेंट को रिकॉर्ड किया है। इसमें खुलासा हुआ थआ कि छत्तीसगढ़ के तत्कालीन सीएम ने यूएई में स्थित ऐप प्रमोटर से कथित तौर पर 508 करोड़ रुपये लिए थे। लेकिन बघेल ने आरोपों को खारिज कर दिया था।

ईडी ने कब किया केस दर्ज?

महादेव बेटिंग ऐप और उसके प्रमोटर्स के खिलाफ मुंबई पुलिस ने 8 नवंबर 2023 को केस दर्ज किया था। आरोपियों पर चीट करने और जुआ खिलाने के आरोप लगे थे। जिसमें माटुंगा पुलिस थाने में सौरभ चंद्राकर, रवि उप्पल के साथ करीब 35 लोगों के केस दर्ज हुए थे। जिसको बाद में मुंबई क्राइम ब्रांच को सौंपा गया था और बाद में उसकी जांच की गई थी। जिसके लिए एक एासआईटी भी बनाई गई थी। एफआईआर दर्ज होने के बाद पता चला था कि आरोपी ने लोगों को करीब 15 हजार करोड़ रुपये का चूना लगाया था।

Created On :   11 Oct 2024 11:13 AM IST

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