विश्वभर में महिलाओं से जुड़े अनोखे कस्टम्स, जानकर रह जाएंगे हैरान
- अजीबो गरीब रीत-रिवाज सिर्फ महिलाओं पर लागू
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। दुनियाभर में 8 मार्च को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के तौर पर मनाया जाता है। इस दिन को हर जगह अलग अलग तरीकों से मनाया जाता है। अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस मनाने का अहम मकसद महिलाओं के प्रति सम्मान जताना और और उनके अधिकारों को बढ़ावे बेना है। समाज में महिलाओं की खास भूमिका होती है। पर आज के इस दौर में भी दुनिया के कई हिस्सों में तमाम ऐसे अजीब-ओ-गरीब रस्म और रिवाज़ हैं जो सिर्फ महिलाओं पर लागू होती हैं। यहाँ जानिए कुछ ऐसी ही चौंका देने वाली प्रथाओं के बारे में
भारत में पेड़, कुत्ते और अन्य जानवरों से शादी
भारत अनगिनत परंपराओं और रिवाजों को अहमियत देने वाला देश है। शादी-ब्याह के मामले में भी भारत अनोखा माना जाता है। यहाँ अगर कन्या का जन्म मांगलिक दोष के बीच होता है तो विवाह से पहले उसको पेड़ य किसी जानवर से शादी करनी पड़ती है। माना जाता है कि इससे उस कन्या के सिर से दोष उतर जाता है। इसके अलावा अगर किसी लड़की के दाँत बहुत जल्दी निकल आये या कन्या के चेहरे की विकृति बिगड़ी हो तो उसकी शादी किसी जानवर से कराई जाती है।
अफ्रीका में ये अजीब नियम
अफ्रीका में रहने वाली प्रजातियाँ भी कई अजीब प्रथाओं का पालन करती हैं। यहाँ महिलाओं को बहुत से अनोखे और अनसुने नियमों का पालन करना पड़ता है। यहाँ की बोराना जनजाति की महिलाएँ अच्छा पति पाने के लिए शादी से पहले अपने सिर के बालों के एक बड़े हिस्से को मुंडवा लेती हैं। शादी के बाद ही लड़कियों को ठीक से बाल बढ़ाने का मौका दिया जाता है। यही नहीं, अफ्रीका के कुछ जंगली इलाकों में युवतियों के लिए एक खास झोंपड़ी तैयार की जाती है। इसमें महिलाएं तमाम पुरुषों में से अपने लिए पसंदीदा वर चुनती हैं।
पड़ोसी चीन में ये अनोखी परंपरा
शादी के बाद विदा होते हुए दुल्हन का रोना तो आम है मगर आपने कभी शादी के एक महीने पहले रोज़ दुल्हन के रोने के रिवाज़ के बारे में नहीं सुना होगा। इस रूढ़िवादी प्रथा का प्रचलन हमारे पड़ोसी देश चीन में है। इस रिवाज में होने वाली दुल्हन को शादी से एक महीने पहले रोजाना एक घंटे रोना पड़ता है। यही नहीं, दुल्हन के घर वालों को भी रोने के लिए बोला जाता है। ऐसा कहा जाता है कि इस अजब गजब रस्म से दुल्हन का वैवाहिक जीवन सुखमय होता है।
स्कॉटलैंड में "ब्लैकेनिंग द ब्राइड"
अक्सर ही ये देखा जाता है कि शादी से पहले होने वाली दुल्हन का खास ख्याल रखा जाता है, मगर दुनिया में ऐसी जगह भी हैं कि जहाँ शादी से पहले दुल्हन को कीचड़, कालिख, व अन्य खराब चीजों से नहलाया जाता है। यही नहीं, इस सबके बाद उसे पूरे शहर में घुमाया भी जाता है। इस हैरतंगेज़ परंपरा का चलन स्कॉटलैंड में है। यहाँ ऐसा माना जाता है कि "ब्लैकेनिंग" से दुल्हन की किस्मत चमक जाती है। ये शगुन होता है और इसके पीछे का मकसद दुल्हन को जीवन के नए चरण के लिए तैयार करना है।
थाईलैंड में जिराफ नेक
जिराफ की गर्दन जानवरों के बीच उसे अनोखा बनाती है। उसी तरह थाईलैंड में एक ऐसी ट्राइब है जिसकी महिलाओं में "जिराफ नेक" का अनोखा चलन है। देखने में भी इन महिलाओं की गरदन जिराफ की गर्दन से मिलती जुलती मालूम पड़ती है। ये महिलाएं गले में खास किस्म के छल्ले जो पहनती हैं। केरन जनजाति की महिलाएं लंबी गर्दन पाने के लिए अपने गले में पीतल की रिंग पहनती हैं। यहां पांच साल की उम्र से बच्चियों को इसे पहनाया जाने लगता है। वे खुद ही इन छल्लों को गले में डालती हैं। इसे वहाँ सुंदरता का प्रतीक माना जाता है।
Created On :   7 March 2022 3:14 PM GMT