जाने क्या कहते है डॉक्टर?: ह्रदय रोग की आवाज़ सुने, साधारण लक्षण भी हो सकते है हार्ट अटैक। जाने क्या कहते है डॉक्टर?
- क्या होता है हार्ट अटैक?
- हार्ट अटैक के कारण और लक्षण
- स्वस्थ दिल के लिए उपाए
सर्दियों में सेहतका ख्याल रखना काफी जरुरी होता है। साथ ही सर्दियों में ह्रदय रोगियों की दिक्कत बढ़ जाती है और अगर प्रदूषण की मात्रा ज्यादा हो तो (AQI) तो परेशानिया और बढ़ जाती है। इस समय दिल्ली में सर्दिया और प्रदूषण दोनों ही है जिनका सेहत पर बेहद गलत प्रभाव पड़ रहा है। साथ ही इस सीजन में इम्युनिटी कमज़ोर होने के कारण मौसमी बीमारियों के संक्रमण का स्तर बढ़ जाता है। आपने सुना होगा सर्दियों में हार्ट अटैक के मामले बढ़ जाते है।
हृदय रोग पुरुषों, महिलाओं की मृत्यु का प्रमुख कारण है। अब तो यह इतना आम है की कम उम्र के लोग भी इसका शिकार होजाते है। पिछले कुछ सालो में ऐसे -ऐसे मामले सामने आए है जिसने युवा आबादी और बच्चो में हार्ट अटैक के खतरे को लेकर हर व्यक्ति को अलर्ट कर दिया है।
ह्रदय रोग से संबंधित समस्याए कई प्रकार की हो सकती है। साइलेंट हार्ट अटैक हो या कोई और कोई ह्रदय समस्या इनको समझना और इनका सही समय पर इलाज करना बहुत जरुरी है। साइलेंट हार्ट अटैक में तो व्यक्ति को इसके छुपे हुए लक्ष्णों का पता ही नहीं लगता न ही व्यक्ति को कुछ महसूस होता है, अंत में यह जटिलताओं को बड़ा देता है और कई बार व्यक्ति को अपनी जान से भी हाथ धोना पड़ता है। गणेश डायग्नोस्टिक एंड इमेजिंग सेंटर के डायरेक्टर डॉ रवीन शर्मा का कहना है - ह्रदय से संबंधित बीमारियों से बचने के लिए स्वस्थ जीवनशैली को अपनाऐ। यदि आपके परिवार में हृदय रोग का इतिहास रहा हो या आपके माता-पिता को गंभीर दिल का दौरा पड़ा हो हाई ब्लड प्रेशर या हाई कोलेस्ट्रॉल हृदय रोग का कारण हो सकता है। ऐसी स्थिति में डॉक्टर से सलाह ले और साथ ही रूटीन टेस्ट भी करवा सकते है। यदि नहीं, तो 45 साल की उम्र से हेल्थ स्क्रीनिंग शुरू करना चाहिए।
जीवनशैली में बदलाव करके और अपनी अन्य चिकित्सीय स्थितियों का ध्यान रखकर दिल का दौरा पड़ने की संभावना को काफी हद तक कम कर सकते हैं।
क्या होता है हार्ट अटैक?
हार्ट अटैक एक गंभीर समस्या है जिसके कारण जान भी जा सकती है। हार्ट अटैक तब होता है जब एक या अधिक कोरोनरी आर्टरी बंद हो जाती हैं, जिससे हृदय की मांसपेशियों तक आवश्यक खून और ऑक्सीजन नहीं पहुंच पाती है। खून और ऑक्सीजन के बिना, ह्रदय क्षतिग्रस्त हो सकता हैं या परइ तरह काम करना बंद कर सकता है।
हार्ट अटैक के रोगियों में कुछ सबसे आम लक्षण यह होसकते है जैसे सीने में दर्द, बेचैनी या दबाव, जबड़े, पीठ या गर्दन में दर्द, सांस लेने में तकलीफ और चक्कर आना या चक्कर आना शामिल हैं। यदि आपको लगता है कि आपको दिल का दौरा पड़ रहा है, तो आपको डॉक्टर के पास जाना चाहिए।
हार्ट अटैक के कारण और लक्षण
हार्ट अटैक विभिन्न प्रकार के होते हैं, लेकिन उन सभी में रक्त प्रवाह में रुकावट शामिल होती है। अक्सर यह रूकावट चिकनाई (कोलेस्ट्रॉल) के जमा होने के निर्माण के कारण होती है, जो हृदय की आर्टरीज को संकरा कर देती है । इसे कोरोनरी अटरिय डिजीज (सी ए डी) कहा जाता है - और यह दिल के दौरे का सबसे आम कारण है। इसके साथ ही साइलेंट हार्ट अटैक के लक्षण बहुत कम होते हैं। इसके लक्षण इतने मामूली होते हैं जिन्हें दिल का दौरा नहीं माना जाता है। साइलेंट हार्ट अटैक से सीने में दर्द या सांस की तकलीफ नहीं होती है, जो आम तौर पर हार्ट अटैक से जुडी होती है।
हार्ट अटैक के लक्षण :-
● सीने में दर्द जो दबाव जैसा महसूस होता है, जकड़न, दर्द महसूस हो सकता है
● दर्द या बेचैनी जो कंधे, बांह, पीठ, गर्दन, जबड़े, दांत या कभी-कभी ऊपरी पेट तक फैल जाती है
● ठंडा पसीना
● थकान
● सीने में जलन या अपच
● चक्कर आना या अचानक चक्कर आना
● जी मिचलाना
● सांस लेने में कठिनाई
इसके अलावा हाई कोलेस्ट्रॉल, बढ़ती उम्र, स्मोकिंग, और मोटापे के कारण भी हार्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता है।
स्वस्थ दिल के लिए उपाए
हार्ट अटैक से बचने के लिए कुछ सरल उपाय और तरीके हैं जो हमारे दिल को स्वस्थ और मजबूत रख सकते हैं।
रूटीन हेल्थ स्क्रीनिंग से करे अपने ह्रदय की देखंभाल
हार्ट अटैक से बचाव का पहला कदम होता है जल्दी से पहचान और जांच करना । नियमित रूप से रक्त जाँच और रेडियोलॉजी टेस्ट जैसे ECG या ECHO जैसे टेस्ट से हृदय स्वास्थ्य की जाँच कराना महत्त्वपूर्ण है। यह टेस्ट समय पर संकेत दिखा सकते हैं और संभावित खतरों को पहचान में मदद कर सकते हैं।
ऐसे कई टेस्ट्स हैं जो संकेत दे सकते हैं कि आपको हृदय रोग का अधिक खतरा है और आपका हृदय आपके शरीर के बाकी हिस्सों की तुलना में तेजी से बूढ़ा हो रहा है। रक्तचाप, डायबिटीज , कोलेस्ट्रॉल और बॉडी मास इंडेक्स (बीएमआई) के लिए आपकी संख्या क्या होनी चाहिए - और उन्हें लाइन में रखने के तरीकों को समझने के लिए अपने डॉक्टर से सलाह लेते रहना चाहिए।
ह्रदय को स्वस्थ रखे स्मार्ट डाइट से
स्वस्थ आहार हार्ट के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। अधिकतम तरह के सब्जियों, फलों, पूरे अनाजों, और प्रोटीन स्रोतों को शामिल करें। उच्च कोलेस्ट्रॉल और तेजी से बढ़ने वाली वसा वाले खाद्य पदार्थों से दूर रहें।
ह्रदय - स्वस्थ आहार को अपनी डाइट में शामिल करे
● पत्तेदार हरी सब्जियां
● साबुत अनाज
● जामुन
● संतरा
● एवोकैडो
● वसायुक्त मछली और मछली का तेल
● अखरोट
● फलियाँ
● डार्क चॉकलेट
● मछली
जीवनशैली
नियमित व्यायाम करना और नियमित दिनचर्या में व्यायाम को शामिल करना जरूरी है। धूम्रपान और अत्यधिक शराब का सेवन न करना भी अत्यंत महत्त्वपूर्ण है। सही नींद और तनाव को कम करने के लिए भी प्रयास करें।
व्यायाम
रोजाना कम से कम 30 मिनट की व्यायाम करना हार्ट के लिए बहुत फायदेमंद होता है। योग, चलना, जॉगिंग, और सांस लेने की व्यायाम भी सेहतमंद दिल के लिए बेहद उपयोगी हैं।
हार्ट अटैक से बचाव के लिए ये छोटे-मोटे कदम बहुत महत्त्वपूर्ण होते हैं। इन्हें अपनाकर हम अपने दिल को स्वस्थ और मजबूत रख सकते हैं। अगर आपको किसी भी प्रकार का असामान्य लक्षण महसूस हो, तो तुरंत चिकित्सा सलाह लेना बहुत जरूरी है।
अपने दिल के स्वस्थ को महत्व देना हर व्यक्ति की ज़िम्मेदारी है। नियमित जाँच, नियमित व्यायाम और स्वस्थ आहार ह्रदय अटैक जैसी गंभिर समस्याओ से बचा सकते है। दिल्ली में स्तिथ सर्वश्रेस्ट डायग्नोस्टिक सेंटर जैसे गणेश डायग्नोस्टिक एंड इमेजिंग सेंटर में अलग अलग प्रकार हेल्थ पैकेज प्रदान करता है जो दिल के स्वस्थ की समीक्षा करते है। ये पैकेज हार्ट अटैक से बचाव। देखभाल और समय पर उपचार में मदद करते है। इसके साथ ही ह्रदय से संबन्धित सभी जाँच एक ही जगह उपलब्ध है।
ह्रदय रोग से बचने के लिए ज़रूरी है की दिल का उचित ख्याल रखा जाए और समय - समय पर मेडिकल जाँच करवाए।
Created On :   9 Dec 2023 1:53 PM IST