फ्रेंडशिप डे 2024: अपने दोस्तों को फ्रेंडशिप डे पर खास तरह से करें विश, इन मैसेजेस से ले सकते हैं मदद
- फ्रेंडशिप डे पर करें अपने दोस्तों को विश
- इन मैसेजेस की लें मदद
डिजिटल डेस्क, भोपाल। दोस्ती एक बहुत ही प्यारा रिश्ता होता है। बिना दोस्तों के जीवन बिल्कुल फीका हो जाता है। एक अच्छा दोस्त आपके सुख, दुख, गम, खुशी सभी चीजों में आपका साथ निभाता है। अच्छे दोस्त के होने से जीवन की आधी मुश्किलें आसान लगने लगती हैं। दोस्ती एक ऐसा प्यारा रिश्ता है जिसे हमेशा संभाल के रखना चाहिए। आपको बता दें कि इस साल फ्रेंडिशिप डे 4 अगस्त 2024 को मनाया जा रहा है। इस दिन दोस्तों का धन्यवाद करने के लिए हम एक दूसरे को गिफ्ट्स देते हैं, बैंड्स देते हैं साथ ही एक दूसरे को विश करते हैं। अगर आप भी अपने दोस्तों को अच्छे मैसेजेस के साथ विश करना चाहते हैं। तो आज हम आपके लिए हैं कुछ प्यारे मैसेजेस जिसे भेज कर आप अपने दोस्तों के चेहरे पर मुस्कान ला सकते हैं।
इन मैसेजेस से कर सकते हैं विश
दोस्त अपने दिल की हर बात समझ जाया करते हैं
सुख दुःख के हर पल में साथ निभाया करते हैं
दोस्त तो मिला करते हैं अच्छी तक़दीर वालों को
मिले ऐसी तक़दीर हर बार, रब से हम दुआ किया करते हैं
होस्टल की चार दिवारी में जो मिलके सपने बुनते थे
चिल्लर चिल्लर का हिसाब कर जो आपस में लड़ते थे
आज लाखों की सैलेरी लिए राह ताके बैठे हैं
आज उन दिनों की चाह में वो नुक्कड़ पर चाय लिये बैठे हैं
कोई तुम्हे इतना चाहे तो बताना
कोई इतने नाज तुम्हारे उठाए तो बताना
दोस्ती तो हर कोई कर लेगा तुमसे
लेकिन कोई हमारी तरह निभाए तो बताना
हर कदम पर इम्तहान लेती है जिंदगी
हर वक्त नया पाठ देती है जिंदगी
हम जिंदगी से शिकवा कैसे करें
आखिर आप जैसे दोस्त भी तो देती है जिंदगी
आपकी दोस्ती की एक
नजर चाहिए,
यह दिल है बेघर इसे एक
घर चाहिए,
यूँ साथ चलते रहो, ऐ दोस्त
यह दोस्ती हमें उम्र भर चाहिए
उम्मीदों को टूटने मत देना
इस दोस्ती को कम होने मत देना
दोस्त मिलेंगे हमसे भी अच्छे
पर इस दोस्त की जगह
किसी और को मत देना
आकाश पर निगाहें हो तेरी,
मंजिल कदम चुमें तेरी,
आज दिन है दोस्ती का,
तू सदा खुश रहे यही दुआ है मेरी
मेरी दोस्ती के सारे एहसास ले लो,
दिल से प्यार के सारे जज़्बात ले लो,
नहीं छोड़ेंगे साथ तुम्हारा,
चाहें इस दोस्ती के इम्तिहान हजारों ले लो
ऐ बारिश जरा थम के बरस,
जब मेरा यार आए तो जम के बरस,
पहले ना बरस की वो आ न सके,
फिर इतना बरस की वो जा न सके
कुछ सालों बाद ना जाने क्या समां होगा,
ना जाने कौन दोस्त कहां होगा,
फिर मिलना हुआ तो मिलेंगे यादों में,
जैसे सूखे गुलाब मिलते हैं किताबों में
Created On :   2 Aug 2024 5:33 PM IST