गणेश चतुर्थी 2024: गणेश चतुर्थी पर जाना चाहते हैं गणेश जी के मंदिर, तो इन मंदिरों में जाकर दर्शन करने का बना सकते हैं प्लान
- गणेश चतुर्थी पर क्या करें?
- इन मंदिरों में जा सकते हैं दर्शन करने
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। गणेश चतुर्थी भाद्रपद के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि के दिन गणपति जी का जन्म हुआ था। इस दिन को ही गणेश चतुर्थी कहते हैं। इस साल गणेश चतुर्थी 7 सितंबर को मनाई जाने वाली है। हर साल इस दिन से ही अगले दस दिन तक चलने वाली गणेश चतुर्थी शुरू होती है। इस दिन को लोग नाच-गाने के साथ बड़े ही धूम-धाम से मनाते हैं और बप्पा को अपने घर लाकर उनकी स्थापना करते हैं। गणेश चतुर्थी को पूरे देश में बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है। अगर गणेश चतुर्थी पर आप कहीं घूमने का प्लान बना रहे हैं तो देश के इन बड़े और प्राचीन मंदिरों में दर्शन करने के लिए जा सकते हैं।
सिद्धिविनायक मंदिर
मुंबई में स्थित सिद्धिविनायक मंदिर के लिए लोग देश के कोने-कोने से आते हैं। इस मंदिर की स्थापना 1801 में हुई थी। ऐसा माना जाता है कि सिद्धिविनायक मंदिर में सच्चे मन से कुछ भी मांगने पर मनोकामना जरूर पूरी होती है। इसी वजह से बप्पा के दर्शन के लिए लोग विदेशों से भी आते हैं।
चिंतामण गणेश मंदिर
उज्जैन को महाकाल की नगरी भी कहा जाता है। इसलिए ही महाकाल के पुत्र का भी प्राचीन मंदिर भी है। मंदिर के गर्भगृह में श्री गणेश जी की तीन प्रतिमाएं स्थापित हैं। जिसमें से एक है चिंतामण, दूसरी है इच्छामन और तीसरी है सिद्धिविनायक। अगर आप महाकाल के दर्शन करने जा रहे हैं तो चिंतामण गणेश मंदिर के भी दर्शन करें।
गणपतिपुले मंदिर
कोंकण के रत्नागिरी जिले में गणपति बप्पा का गणपतिपुले मंदिर बहुत ही प्रसिद्ध है। इसकी मान्यता है कि यहां गणपति बप्पा की प्रतिमा प्राकृतिक रूप से स्थापित हुई है। ये प्रतिमा करीब 400 साल पुरानी है। ऐसे में इस मंदिर में बप्पा के दर्शन के लिए लोग पूरे साल आते हैं। आप भी इस गणेश चतुर्थी दर्शन करने आ सकते हैं।
त्रिनेत्र मंदिर
राजस्थान के रणथंबौर में स्थित त्रिनेत्र मंदिर बप्पा का देश का सबसे प्राचीन मंदिर कहलाता है। साथ ही दुनिया का ये इकलौता मंदिर है जहां पर गणेश जी की त्रिनेत्रों वाली प्रतिमा है। और बप्पा पूरे परिवार के साथ यहां पर विराजमान हैं।
दगडूशेठ हलवाई गणपति मंदिर
अगर आप पूणे में या उसके आस-पास रहते हैं तो आप दगडूशेठ हलवाई गणपति मंदिर के दर्शन करने जरूर जाएं। इस मंदिर में गणपति जी की 7.5 फीट ऊंची और 4 फीट चौड़ी विशाल प्रतिमा स्थापित है। जिसे सोने के आभूषणों से सजाया जाता है।
Created On :   7 Sept 2024 8:38 AM IST