हेल्थ टिप्स: अगर आपको भी सांस लेने में होती है परेशानी, तो हो सकती है आपको ये गंभीर बीमारी, जानें अस्थमा के लक्षण, कारण और राहत के बारे में

अगर आपको भी सांस लेने में होती है परेशानी, तो हो सकती है आपको ये गंभीर बीमारी, जानें अस्थमा के लक्षण, कारण और राहत के बारे में
  • सांस लेने में होती है परेशानी
  • हो सकती है आपको भी अस्थमा की गंभीर बीमारी
  • अस्थमा की बीमारियों को ठीक करें इन घरेलू उपायों से

डिजिटल डेस्क, भोपाल। अस्थमा फेफड़ों की एक गंभीर बिमारी है। अस्थमा को दमा के नाम से भी जाना जाता है। अस्थमा में व्यक्ति को सांस लेने में दिक्कत होती है। आज कल इतना प्रदूषण बढ़ गया है कि कई सारे लोगों को सांस संबंधी बिमारियों का सामना करना पड़ रहा है। अस्थमा ने बच्चों को भी नहीं छोड़ा है, कई सारे बच्चे भी इससे प्रभावित हो रहे हैं। यह एक गंभीर बिमारी है, अगर ध्यान ना दिया जाए तो यह कई बार जानलेवा भी हो सकती है। इससे बचने के लिए अपने फेफड़ों को मजबूत रखना बेहद आवश्यक है। अगर किसी को पहले से ही यह परेशानी है तो वह इन घरेलू नुस्खों का उपयोग करके राहत पा सकते हैं।

अस्थमा क्या है?

सांस की नलियों में जलन, सिकुड़न, सूजन या ज्यादा बलगम बनना जिससे सांस लेने में दिक्कत होती है। अस्थमा मामूली हो सकता है और कभी-कभी परेशानी ज्यादा होने के कारण हो सकता है रोज के काम करने में भी परेशानी हो सकती है। कभी-कभी ज्यादा परेशानी के कारण जानलेवा दौरा भी पड़ सकता है।

अस्थमा के लझण क्या होते हैं?

सांस लेने में परेशानी हो सकती है।

ज्यादा खांसी शुरू हो सकती है।

छाती में दर्द और सांस लेने में बंधा-बंधा महसूस हो सकता है।

थोड़े काम करने में ही सांस फूलने लगना।

खेलने कूद करने में ही सांस फूलने लगना।

किन घरेलू नुस्खों का इस्तेमाल करके पा सकते हैं अस्थमा से राहत?

शहद

शहद का उपयोग अक्सर जुखाम, खासी से राहत पाने के लिए होता है। आप शहद को गर्म ड्रिंक्स जैसे हर्बल टी वगरह में डालकर भी पी सकते हैं जिससे आपको गले कि परेशानियों से आराम मिलेगा और सांस लेने में भी राहत मिलेगी, अगर आप अस्थमा जैसी बिमारी से परेशान हैं तो आपको इससे काफी आराम मिलेगा। इससे आपका खराब गला भी ठीक होता है। शहद को जीरे के साथ पीने से सांस और फेफड़ों में हो रही दिक्कत से राहत मिलेगी।

अदरक और लहसुन

अदरक और लहसुन दोनो में ही एंटी इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं जो हमारी सांस नली को खोलती हैं और हमें अच्छे से सांस लेने में मदद करती हैं। चाय में अदरक डालकर बना सकते हैं इससे आपकी चाय भी स्वादिष्ट हो जाएगी और उसके गुण भी मिलेंगे। लहसुन तो आप किसी भी सब्जि में डालकर बना सकते हैं।

ब्रीदिंग एक्सरसाइज

स्टडी से पता चला है कि जिनको अस्थमा होता है उनका सांस लेने का तरीका थोड़ा अलग होता है जिससे उनके फेफड़ों कि कार्यझमता कम हो जाती है। ब्रीदिंग एक्सरसाइज करने से सांस लेने में आराम मिलेगा और तो और फेफड़ों की कार्यझमता भी बढ़ेगी।

चाय और कॉफी

काली चाय और कॉफी जैसी ड्रिंक्स फेफड़ों के कार्यझमता बढ़ते हैं। हां इसका ज्यादा इस्तेमाल करना शरीर के लिए हानिकारक होगा लेकिन ठीक मात्रा में सेवन किया जाए तो यह भी काफी फायदेमंद होती है।

लौंग

लौंग का उपयोग हम लोग रसोई में काफी करते हैं। यह अस्थमा में भी मदद कर सकता है। इसका इस्तेमाल हम लोग काढ़ा बनाने में कर सकते हैं। लौंग का पाउडर बना कर उसमें तुलसी कि कुछ पत्तियां और काली मिर्च को थोड़े से उबालकर थोड़ा-थोड़ा पीने से गले, फेफड़े संबंधी समस्याओं से राहत मिलेगी।

Created On :   24 Nov 2024 4:47 PM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story