मुख्तार, मौसम और मौत!: क्या मौसम बना मुख्तार अंसारी और तमिल एक्टर की मौत की वजह? जानिए हार्ट अटैक और बदलते मौसम का कनेक्शन
- हार्ट अटैक से मौत की केस में वृद्धि
- जानिए हार्ट अटैक के शुरूआती लक्षण
- बदलते मौसम का हार्ट अटैक से क्या है कनेक्शन?
डिजिटल डेस्क, भोपाल। हार्ट अटैक के कारण मौत की समस्या काफी आम हो गई है। इन दिनों हार्ट अटैक से जुड़ी मौत की काफी खबरें सामने आ रही है। गुरुवार को हार्ट अटैक से मुख्तार अंसारी की मौत के बाद आज सुबह एक तमिल एक्टर के बारे में भी ऐसी ही खबर सामने आई है। शनिवार सुबह फेमस तमिल एक्टर डेनियल बालाजी की हार्ट अटैक से मौत हो गई है। आम आदमी से लेकर सेलेब्स तक हर कोई इस जानलेवा बीमारी का शिकार हो रहा है।
ऐसे में आपके मन में भी हार्ट अटैक से जुड़े कई सवाल आते होंगे। हार्ट अटैक के पीछे छुपे कारणों को जानना जरूरी है। इससे भी ज्यादा जरूरी है इसके लक्षणों को समझना ताकि आप समय रहते डॉक्टर के पास पहुंच पाए। क्योंकि कई बार मरीज सीने में दर्द होने पर इसे गैस का लक्षण समझकर नजरअंदाज कर देते हैं हालांकि, यह हार्ट अटैक का शुरूआती लक्षण हो सकता है। एक सवाल यह भी उठता है कि हार्ट अटैक के बढ़ते केस का कारण क्या है? क्या मौसम में बदलाव की वजह से भी हार्ट अटैक के केस में इजाफा हो सकता है?
हार्ट अटैक के शुरूआती लक्षण
हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक, हार्ट अटैक के अधिकतर केस में शुरूआती लक्षण दिखाई देते हैं। इनमें सीने और पीठ में दर्द शामिल है जिसे आम तौर पर लोग एसिडिटी या कोई आम समस्या समझकर नजरअंदाज कर देते हैं। इसके अलावा दिल के दौड़े से पहले कई बार जबड़े में भी दर्द होता है ऐसे में इसे दांत से जुड़ी कोई साधारण समस्या न समझें बल्कि सतर्क हो जाएं। एक्सपर्ट्स के मुताबिक, सीने, पीठ या हाथ में दर्द हार्ट अटैक के शुरूआती लक्षण हो सकते हैं।
सोशल मीडिया पर कई बार बिना एक्सपर्ट एडवाइस के लोग आपको हेल्थ टिप्स देते नजर आ जाएंगे। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स के जरिए फैले कई भ्रांतियों में से एक भ्रांति यह भी है कि पुरूष और महिलाओं में हार्ट अटैक के अलग-अलग लक्षण होते हैं। हेल्थ एक्सपर्ट्स ऐसे दावों को सिरे से खारिज करते हैं, उनका कहना है कि पुरुष और महिला दोनों में हार्ट अटैक के समान लक्षण होते हैं।
हार्ट अटैक का मौसम से क्या कनेक्शन है?
क्या बदलते मौसम के कारण हार्ट अटैक के केस में बढ़ोतरी होती है? हेल्थ एक्सपर्ट्स का कहना है कि इस सवाल के जवाब में कोई पुख्ता सबूत तो अभी तक नहीं मिला है लेकिन, सर्दियों के मौसम में हार्ट अटैक के केस तेजी से बढ़ते हैं। सर्दियों में दिल पर पड़ने वाले एक्स्ट्रा दबाव को साइंटिस्ट इसके लिए जिम्मेदार ठहराते हैं। सर्दियों में दिल पर ज्यादा दबाव पड़ता है और खून में ऑक्सीजन की भी कमी होने लगती है। ऑक्सीजन की कमी के कारण हार्ट को ब्लड पंप करने में दिक्कत होती है। इस वजह से हार्ट अटैक के कारण मौत का जोखिम बढ़ जाता है। अगर अचानक मौसम बदलने पर आपके सीने में दर्द, सिकुड़न, जबड़े में दर्द या पेट फूलने की समस्या हो तो सावधान हो जाएं। ये हार्ट अटैक के शुरूआती लक्षण हो सकते हैं इसीलिए तुरंत डॉक्टरी परामर्श लें।
ज्यादा पसीना, उल्टी, थकान और चक्कर आना भी हार्ट अटैक के लक्षण हो सकते हैं। इसके अलावा कई बार जेनेटिक फैक्टर्स की वजह से भी हार्ट अटैक आता है। ऐसे केस में अक्सर किसी भी तरह का लक्षण देखने को नहीं मिलते हैं। बिना किसी शुरूआती लक्षण के भी लोग कई बार हार्ट अटैक के शिकार हो जाते हैं।
डिसक्लेमरः इस आलेख में दी गई जानकारी अलग अलग किताब और अध्ययन के आधार पर दी गई है। bhaskarhindi.com यह दावा नहीं करता कि ये जानकारी पूरी तरह सही है। पूरी और सही जानकारी के लिए संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ (डॉक्टर/ अन्य एक्सपर्ट) की सलाह जरूर लें।
Created On :   30 March 2024 11:14 AM GMT