रूस के अटैक से मंडराया पूरी दुनिया पर रेडिएशन का खतरा, यूक्रेन के सबसे बड़े न्यूक्लियर पावर प्लांट पर किए ताबड़तोड़ हमले
डिजिटल डेस्क, रूस। साल भर से जारी युद्ध में रूस और यूक्रेन ने एक दूसरे पर कई हमले किए हैं। लेकिन इस बार रूस ने कुछ ऐसा कर दिया हैं, जिसकी गूंज पूरी दुनिया में फैल गई है। यूक्रेन के जापोरिज्जिया न्यूक्लियर प्लांट पर रूस ने मिसाइल और ड्रोन से अटैक किया है, जिसके चलते पूरे पावर प्लांट के ऑपरेशन्स प्रभावित हुए हैं। इस हमले के बाद से जापोरिज्जिया न्यूक्लियर प्लांट की बाहरी बिजली काट दी गई है।
रूस के अधिकारी व्लादिमीर रोगोव ने इस पर बातचीत करते हुए कहा है कि यूक्रेन ने कन्ट्रोल्ड बिजली लाइन को डिस्कनेक्ट कर दिया है और प्लांट को मिलने वाली बाहरी बिजली सप्लाई को भी पूरी तरह से काट दिया गया है।
द मास्को टाइम्स की रिपोर्ट में कहा गया है कि रूस के एडमिनिस्ट्रेशन ने अपने ऑफिशियल टेलीग्राम अकाउंट पर लिखा है, “हाई-टेंशन लाइन कट जाने के कारण, न्यूक्लियर पावर प्लांट ने अपनी बाहरी बिजली सप्लाई को खो दिया है।” इस रिपोर्ट के अनुसार कहा जा रहा है कि आउटेज के कारणो की जांच चल रही है और पावरप्लांट में जनरेटर से बैकअप की व्यवस्था बहाल की जा रही है।
ब्लैकआउट मोड का 7वां मामला
यूक्रेन की न्यूक्लियर एजेंसी एनर्जोआटम(Energoatam) ने रूस पर सोमवार के सुबह मिसाइल अटैक करने का आरोप लगाया है। एजेंसी का कहना है कि इस अटैक के चलते न्यूक्लियर पावरप्लांट की बिजली गुल हो गई है। न्यूक्लियर एजेंसी ने आरोप लगाया है कि मार्च 2022 में मास्को के सैनिको ने इस प्लांट को अपने अंडर ले लिया था और उस दिन से लेकर आज तक इसके ब्लैकआउट मोड में जाने का यह 7वां मामला है। हालांकि, एनर्जोआटम(Energoatam) ने यह बयान दिया है कि उनके पास जनरेटर के लिए 10 दिनों का फ्यूल रखा हुआ है।
पूरी दुनिया पर हैं रेडिएशन का खतरा
एनर्जोआटम(Energoatam) न्यूक्लियर एजेंसी ने एक और दिल दहला देने वाला बयान दिया है, उनका कहना है कि अगर 10 दिनों के अंदर इस प्लांट के लिए बाहरी बिजली बहाल नहीं हो पाई तो पूरी दुनिया पर रेडिएशन का खतरा हो सकता है। जिसके काफी सीरीयस रिजल्ट सामने आ सकते हैं। यूक्रेन के निप्रो शहर के अधिकारी ने कहा कि रात भर यहां हवाई हमले किए गए हैं, जिसमें चार मिसाइल्स और 15 ड्रोन गिराए गए है। इसके कारण अभी तक लगभग 8 लोग घायल हो चुके हैं।
न्यूक्लियर चीफ राफेल ग्रॉसी ने किया ट्विट
यूनाइटेड नेशंस के न्यूक्लियर चीफ राफेल ग्रॉसी ने इस मामले पर कहा है कि, इस चल रहे युद्ध के दौरान यह 7वीं बार बिजली कटौती हुई है। उन्होंने अपने पर्सनल ट्विटर अकाउंट पर भी ट्विट कर कहा, ''प्लांट में न्यूक्लियर के सुरक्षा की स्थिति काफी कमजोर है। हम सबको अब हर हाल में इसकी सेफ्टी के लिए सहमत होना चाहिए, यह सिचुएशन और जारी नहीं रहनी चाहिए।''
काफी खास हैं यह पावरप्लांट
आपको बता दें कि, जापोरिज्जिया न्यूक्लियर प्लांट यूरोप का सबसे बड़ा पावरप्लांट है। इस प्लांट की गिनती पूरी दुनिया के 10 सबसे बड़े पावरप्लांट्स में की जाती है। यह यू्क्रेन को लगभग 20% बिजली पहुंचाता है। रूसी सेना ने यूक्रेन पर हमला करने के दौरान 4 मार्च 2022 को न्यूक्लियर और थर्मल पावर स्टेशनों पर कब्जा कर लिया था।
Created On :   22 May 2023 10:05 PM IST