अब भारत से सीख लेंगे रूसी राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन, अपने मित्र पीएम मोदी की इस योजना से प्रभावित हो किया फैसला!
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। भारत और रूस की दोस्ती किसी से छिपी नहीं है। दोनों देश के नेता एक दूसरे की तारीफ करते कभी नहीं थकते हैं। इसी सिलसिले को रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आगे बढ़ाने का काम कर रहे हैं। इसी क्रम में एक बार फिर रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भारत की महत्वकांक्षी योजना 'मेक इन इंडिया' की तारीफ की है। रूसी राष्ट्रपति ने अपने संबोधन के दौरान पहले तो पीएम मोदी की तारीफ करते हुए उन्हें रूस का सबसे महान दोस्त बताया। इसके बाद उन्होंने पहले देश के घरेलू उत्पादों और ब्रांडों को प्रोत्साहित करने के लिए भारत के बेहतरीन उदाहरणों का जिक्र किया।
भारत से सीखने की जरूरत - पुतिन
एजेंसी फॉर स्ट्रैटेजिक इनिशिएटिव्स के एक कार्यक्रम के दौरान राष्ट्रपति पुतिन ने कहा कि भारत बेहतर काम कर रहा है और हमें भी उनसे सीखने की जरूरत है। पुतिन ने कहा, " भारत में हमारे मित्र और रूस के महान दोस्त प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कुछ साल पहले एक योजना की शुरूआत की थी, जिसका नाम 'मेक इन इंडिया' है। इस योजना का भारत की अर्थव्यवस्था पर सकारात्मक प्रभाव पड़ा है। ये योजना भारत में बेहतरीन तरीके से काम कर रही है और इससे सीखने में रूस को कोई हर्ज नहीं होना चाहिए।"
❗️President Putin Hails “Great Friend” Modi and Make in India
— RT_India (@RT_India_news) June 29, 2023
Speaking at an event in Moscow, the President drew on India’s fine example to encourage domestic products & brands in Russia.#VladimirPutin #PMModi pic.twitter.com/IVJg8u11R4
पुतिन का प्लान
मेक इन इंडिया का उदाहरण देकर पुतिन ने कहा कि हमें एक ऐसी अर्थव्यवस्था का निर्माण करना चाहिए जो विदेश से आयात किया हुआ नहीं हो, बल्कि वह देश में ही स्वंय के आधुनिक तौर तरीके से बनाए गए हो। इस दौरान उन्होंने देश आधुनिक सामान, सेवाओं और तकनीकों को तैयार करने पर बल दिया। इसके बाद रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने उन कंपनी पर भी निशाना साधा जो पिछले साल फरवरी में रूस और यूक्रेन युद्ध के दौरान देश छोड़कर चली गई थीं।
पुतिन विदेशी ब्रांडों के देश से बाहर जाने को एक मौके के रूप में देख रहे हैं। वह चाह रहे हैं कि देश में स्वदेशी सामान की सप्लाई चैन बढ़े। ताकि देश की अर्थव्यवस्था को एक बार फिर पटरी पर लाया जा सके।
Created On :   30 Jun 2023 5:18 PM IST