अब सिंगापुर पर भी होगा भारतीय का राज! भारतीय मूल के थरमन शनमुगरत्नम कर रहे हैं राष्ट्रपति चुनाव लड़ने की तैयारी

अब सिंगापुर पर भी होगा भारतीय का राज! भारतीय मूल के थरमन शनमुगरत्नम कर रहे हैं राष्ट्रपति चुनाव लड़ने की तैयारी
भारतीय मूल के थरमन शनमुगरत्नम कर रहे हैं राष्ट्रपति चुनाव लड़ने की तैयारी

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। सिंगापुर में राष्ट्रपति पद के लिए हर छह साल बाद चुनाव होता है। लेकिन इस बार वहां का राष्ट्रपति चुनाव बेहद खास है। भारतीय नागरिकों की निगाहें भी सिंगापुर में होने वाले राष्ट्रपति चुनाव पर टिकी हुई है। क्योंकि इस बार भारतीय मूल के नागरिक थरमन शनमुगरत्नम सिंगापुर में राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव लड़ेंगे। उन्होंने यह चुनाव लड़ने के लिए सभी आधिकारिक और राजनीतिक पदों से इस्तीफा दे दिया है। संसद कार्यवाही के आखिर दिन सांसदों ने उन्हें दो दशक से अधिक समय सार्वजनिक सेवा देने के लिए उनके योगदान की सराहना की।

66 वर्षीय ऊर्जावान नेता थरमन इस वक्त सिंगापुर में सामाजिक नीतियों के समन्वय मंत्री के रूप में कार्यरत थे। सिंगापुर की सत्तारूढ़ पीपुल्स एक्शन पार्टी (पीएपी) के वे वरिष्ठ नेता भी है। शुक्रवार को वे अपनी पीपुल्स एक्शन पार्टी से भी इस्तीफा दे देंगे। क्योंकि उन्होंने राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव लड़ने की घोषणा की है। संसद से उन्हें गुरुवार को विदाई मिली है।

सदन की नेता ने की थर्मन की तारीफ

सिंगापुर में सदन की नेता इंद्राणी राजा ने 'स्ट्रेट्स टाइम्स' को दिए एक इटरव्यू में कहा, ‘‘हम सभी को सदन में एसएम थरमन की कमी खलेगी। सदन में उनकी उपस्थिति प्रभावशाली थी। उनके भाषण भी सदन में विद्यालय के शिक्षक की तरह होते थे। एसएम का सबसे बड़ा उपहार यह था कि वह जटिल आर्थिक सिद्धांतों को बड़ी सरलता से पेश करते थे।’’ सदन की नेता इंद्राणी ने कहा, "हमें उनकी बुद्धिमता और वाकपटुता की कमी भी खलेगी। मुझे लगता है कि सबसे अधिक, हमें एक दोस्त और एक साथी संसद सदस्य के रुप में उनकी कमी खलने वाली है।"

कई पद संभाल चुके हैं थर्मन

वरिष्ठ नेता थरमन सिंगापुर की राजनीति में करीब दो दशक से एक्टिव हैं। 2001 में वे संसद सदस्य के रूप में राजनीति में शामिल हुए थे। इस दौरान उन्होंने उपप्रधानमंत्री के अलावा शिक्षा और वित्त मंत्री का पदभार भी संभाला है। इन सभी के अलावा वे कई कैबिनेट के पदों पर भी कार्य कर चुके हैं। थर्मन सिंगापुर के मौद्रिक प्राधिकरण के अध्यक्ष के रूप में कार्य किया है। यहां पर उन्होंने देश की निवेश रणनीति समिति की अध्यक्षता भी की है। इसके अलावा वे देश की ओर से अंतरराष्ट्रीय सलाहकार परिषद के भी अध्यक्ष रह चुके हैं।

इस समय सिंगापुर के राष्ट्रपति हलीमा याकूब हैं। इनका कार्यकाल इसी साल 13 सितंबर को समाप्त होने वाला है। उससे पहले ही सिंगापुर में राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव होंगे। यहां पर राष्ट्रपति चुनाव के लिए उम्मीदवारों को कड़े नियम कानून पालन करने होते हैं।

Created On :   7 July 2023 5:44 PM IST

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