यूक्रेन की तालाबंदी करेगा रूस, अमेरिका की नाक के नीचे यूक्रेन पर कब्जा करने के लिए पुतिन ने बनाई घेराबंदी की नई रणनीति!
- यूक्रेन वार में न्यूक्लियर बमों का इस्तेमाल नहीं करेगा रूस
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। रूस यूक्रेन युद्ध में परमाणु हथियार की तैयारी के बाद भी रूस, यूक्रेन वार में न्यूक्लियर बमों का इस्तेमाल नहीं कर सकता। इसके पीछे की वजह पुतिन की बड़ी प्लानिंग बताई जा रही हैं। हालांकि इस बीच रूस की तरफ से यूक्रेन पर लगातार ताबड़तोड़ हमले जारी रहेंगे। जिनमें सेना से लेकर मिसाइल और ब्लास्ट के धमाके यूक्रेन पर पहले की अपेक्षा और तेज हो सकते है। हालांकि पश्चिमी देशों और यूरोपीय संघों की ओर से रूस पर लगे प्रतिबंधों से रूस भी बौखलाया हुआ है। जिसे वह यूक्रेन पर बड़े बड़े हमले कर दर्शा रहा है। रूस के कई इलाकों में भी यूक्रेन युद्ध के खिलाफ विरोध प्रदर्शन हो रहे है। इनसे भी रूस चिंतित है।
पुतिन का प्लान
मानवता और अन्य अंतर्राष्ट्रीय नियमों को ध्यान मे रखते हुए रूस न्यूक्लियर हथियारों का उपयोग वार में नहीं करेगा, इसके पीछे की सबसे बड़ी वजह ये सामने आ रही है कि युद्ध के बाद अपने आपको दुनिया के सामने फिर से प्रस्तुत करने के लिए रूस ऐसा कोई कदम नहीं उठाएगा जो दुनियाभर में उसे अकेले छोड़ सकती है, और भारी तबाही और जनहानि का जिम्मेदार ठहरा सकती है। जिसका ठीकरा अभी तक अमेरिका पर फूटता रहा है। रूस कतई नहीं चाहेगा कि दुनिया तबाही का उदाहरण रूस बने। इसकी जगह पुतिन दूसरे प्लान पर काम कर रहे हैं।
पुतिन का प्लान यूक्रेन को घेरने की चाल
रूसी राष्ट्रपति का नया प्लान यह है कि यूक्रेन को लैंडलॉक कंट्री बनाया जाए। इस पर फोकस करते हुए रूस यूक्रेन से चारों तरफ से घेरने की तैयारी कर चुका है। यूक्रेन चारों दिशाओं में रूसी सेना से घिर जाएगा तब यूक्रेन के पास रूस के सामने घुटने टेकने के अलावा कोई चारा नहीं बचेगा। रक्षा विशेषज्ञों के मुताबिक यूक्रेन के लैंडलॉक देश बनने पर उसका समुद्री तट से नाता टूट जाएगा। यूक्रेन को चारों ओर से रूस की सेना, रूसी समर्थित देश, रूसी समर्थित यूक्रेनी विद्रोही से घेर लिया जाएगा। जिससे यूक्रेन के गले में रूस का फंदा फंस जाएगा। इस प्लान को लेकर पुतिन यूक्रेन की बर्बादी का पूरा रौड मैप बना चुके हैं।
यूक्रेन को कैसे घेरेगा रूस?
खतरनाक चाल चलते हुए रूस ने यूक्रेन को घेरने के साथ उसको लैंडलॉक कंट्री में बदलने का पूरा खाका तैयार कर लिया है। जियोग्राफिकल तरीके से रूस ने अपनी स्ट्रेटजी बनाकर यूक्रेन को घेरने की प्लानिंग की है, रक्षा विशेषज्ञों के अनुसार रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने लुहान्स और डॉन्सटेक को अलग और आजाद देश घोषित कर यूक्रेन को पूर्व में घेर लिया है। क्रीमिया पर रूस के आधिपत्य से यूक्रेन दक्षिण में घिरा हुआ है। क्रीमिया पर पहले से ही रूस का कब्जा है। जिससे यूक्रेन के दक्षिणी हिस्से में अजाव समुद्र से उसका नाता नहीं बचा। वहीं पुतिन के नेतृत्व में रूस ने यूक्रेन के उत्तरी भाग में पड़ने वाले मॉल्डोवा देश में यूक्रेन विद्रोहियों को समर्थन और सहयोग करना स्टार्ट कर दिया है। मॉल्डोवा के पूर्व, उत्तर और दक्षिण में यूक्रेन का एक बहुत बड़ा हिस्सा सटा है। रूस के इन प्लान से यूक्रेन चौतरफा घिरता नजर आ रहा है। आपको बता दें जिस रणनीति के तहत रूस ने यूक्रेन पर हमलों का जो आक्रामक तरीका अपनाया है, उससे स्पष्ट संदेश यह है कि रूस यूक्रेन को लैंड लॉक में तब्दील करने की योजना बना चुका है। रूस ब्लैक सी से यूक्रेन को पूरी तरह से अलग कर यूक्रेन को लैंडलॉक में तब्दील कर देगा। उत्तर में बेलारूस रूस को समर्थन कर रहा है। आपको बता दें रूस की सेना यूक्रेन की राजधानी कीव में बेलारूस की तरफ से ही अंदर घुसी थी।
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने रूस यूक्रेन वार में अपनी सेना भेजने से साफ इनकार कर दिया है। अमेरिका ऐसा कोई कदम नहीं उठाना चाहती जो रूसी राष्ट्रपति को उकसा दें,क्योंकि इससे पहले पुतिन चेतावनी भरे लहजों में बोल चुके हैं कि रूस यूक्रेन जंग में यदि कोई तीसरा देश कूदता तो इसके अंजाम बेहद बुरे हो सकते हैं। इन्हीं शब्दों के आगे हर पश्चिमी देश डरा हुआ है।
Created On :   2 March 2022 1:00 PM IST