इंडोनेशिया सुनामी: अब तक 1,234 की मौत, भारत ने राहत सामग्री से भरा जहाज भेजा
- अस्पतालों में इस समय घायलों की संख्या बहुत ज्यादा बढ़ गई है
- इंडोनेशिया में एक शक्तिशाली भूकंप और सुनामी ने कहर बरपाया।
- शुक्रवार को मची इस तबाही के बाद मौत का आंकड़ा बढ़ता ही जा रहा है
डिजिटल डेस्क, जकार्ता। इंडोनेशिया में शक्तिशाली भूकंप और सुनामी ने जबरदस्त कहर बरपाया है। सुलावेसी आइलैंड पर आए भूकंप के बाद पालु शहर में सुनामी ने दस्तक दी, जिसमें मरने वालों की संख्या 1,234 पहुंच गई है। शुक्रवार को आई इस आफत का असर अब तक तटीय इलाकों के आसपास देखा जा रहा है। करीब 540 लोगों के जख्मी होने की खबर है। इंडोनेशिया के राष्ट्रपति जोको विडोडो ने बताया कि त्रासदी वाली जगह पर मदद के लिए सेना को बुलाया गया है। बता दें कि पालू मध्य सुलावेसी प्रांत की राजधानी है।
Besides humanitarian aid disaster relief,bricks carried by ships, the ships are carrying 30,000L of bottled drinking water, 1500L of packed juices,
— ANI (@ANI) 2 October 2018
500L of milk, 700 kg of biscuits, 20 tents: Indian Navy on #IndonesiaTsunami

दिसंबर 2004 में, पश्चिमी इंडोनेशिया के सुमात्रा में 9.1 तीव्रता का भूकंप आया था। जिसके बाद आई सुनामी में दर्जनों देशों में 230,000 लोग मारे गए थे। वहीं इंडोनेशिया का लॉम्बोक आईलैंड में हाल ही में भूकंप के झटकों से हिल गया था। यहां आए 6.3 तीव्रता के पहले भूकंप से बेलेंटिंग शहर के पास एक व्यक्ति की मौत हो गई थी। वहीं कई घर तबाह हो गए थे। ये भूकंप आईलैंड के पूर्वी हिस्से में आया था। अधिकारियों ने बाद में उसी क्षेत्र में 7.0 तीव्रता का एक और भूकंप रिपोर्ट किया था। इससे पहले भी लॉम्बोक आईलैंड में भूकंप आया था। इसमें 500 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई थी।

पहले झटके के कुछ देर बाद ही भूकंप का दूसरा झटका भी आ गया। भूकंप का पहला झटका 6.1 तीव्रता का था। इस भूकंप ने कितनी तबाही मचाई है इसका अभी आंकलन किया जा रहा है। बता दें कि इंडोनेशिया में भूकंप का ज्यादा खतरा रहता है क्योंकि ये देश 'रिंग ऑफ फायर' यानी लगातार भूकंप और ज्वालामुखीय विस्फोटों की रेखा पर स्थित है। ये रेखा प्रशांत महासागर के लगभग पूरे हिस्से को घेरती है।

कई लोग सड़कों पर आ गए हैं और कई इमारते ढह गई हैं। इससे पहले US जियोलॉजिकल सर्वे ने कहा था की भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 7.5 थी। भूकंप का केंद्र डोंगाला के सुलावेसी टाउन से 56 किलोमीटर दूर नॉर्थ ईस्ट में 10 किलोमीटर नीचे था। शुक्रवार को यह दूसरा शक्तिशाली भूकंप था जो इस इलाके में आया था। स्थानीय डिजास्टर एजेंसी के एक अधिकारी ने बताया था कि भूकंप के पहले झटके का असर करीब 9 गांवों में पड़ा था।

सुनामी प्रभावित इलाकों में सहायता प्रदान करने के लिए हरक्यूलिस तैनात किए गए हैं और हेलिकॉप्टर भेजे गए हैं। सुनामी के बाद इंडोनेशिया के एक न्यूज चैनल ने एक विडियो जारी किया था, जिसमें जबरदस्त लहरें दिख रही थी और लोग चिल्लाते हुए इधर-उधर भाग रहे थे। इंडोनेशिया की मौसम विज्ञान और भूगर्भीय एजेंसी BMKG के प्रमुख द्विकोरिता कर्णवती ने बताया था कि तबाही मचाने के बाद सुनामी कम हो गई। हालांकि स्थिति गंभीर बनी हुई है।

रेस्क्यू ऑपरेशन में नेवी भी शामिल हो गई है। इससे पहले भूकंप से हुए नुकसान के बाद पालू एयरपोर्ट पर ऑपरेशन 24 घंटों के लिए रोक दिए गए थे। इन क्षेत्रों से संचार भी टूट गया था। जिस कारण राहत और बचान कार्य को शुरू करने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा।

सरकार के प्रवक्ता सुतोपो पुरवो नुग्रोहो ने बताया कि भूकंप से सबसे ज्यादा जान माल का नुकसान हुआ है सुनामी के कारण नहीं। अधिकारियों का कहना है कि आने वाले दिनों में मौत का आंकड़ा बढ़ सकता है। लोगों को चेतावनी दी गई है कि वह अपने घरों में वापस न जाए क्योंकि भूकंप के बाद ऑफ्टर शॉक्स आ सकते हैं।

भूकंप के बाद पालू के अस्पतालों में इस समय घायलों की संख्या इतनी बढ़ गई है कि बहुत से लोगों का इलाज खुले में किया जा रहा है।
Created On :   28 Sept 2018 5:13 PM IST